छिन्दवाड़ा का जनादेश: कड़े पहरे में पी जी कालेज का “स्ट्रांग रूम”, वोटिंग के बाद 3 दिसम्बर को ” मतगणना”
पांढुर्ना और हर्रई से रात दो बजे तक लौटे मतदान दल, स्वागत कर मनाया लोकतंत्र का उत्सव
♦छिन्दवाड़ा मध्यप्रदेश-
छिन्दवाड़ा जिले की “सातों सीट” सहित प्रदेश में सत्ता इसी लक्ष्य के साथ कांग्रेस- भाजपा ने चुनाव लड़ा है। सत्ता के मालिक जिले के मतदाताओ ने 17 नबम्बर को मतदान से अपना फैसला कर दिया है। अब सत्ता की चाबी किसके हाथ इसका फैसला 3 दिसम्बर को “मतगणना” के बाद होगा। 15 दिनों के लिए जिले का “जनादेश” पी जी कालेज में बनाए गए स्ट्रांग रूम में कड़े सुरक्षा पहरे में कैद रहेगा। 17 शाम 6 बजे तक वोटिंग के बाद जिले के 1934 मतदान केंद्रों की “ईवीएम” को मतदान दलों ने स्ट्रांग रूम पहुंचा दिया है। यहां सात कमरों में सात विधानसभा क्षेत्रों की ईवीएम मतदान केंद्र क्रमांक के क्रम में सुरक्षित रखवाई गई है। स्ट्रांग रूम को सील करने के बाद यहां “पैरामिलिट्री फोर्स” तैनात कर दी गई है।
मतदान दलों के शाम 6 बजे के बाद पी जी कालेज लौटने पर यहां लोकतंत्र का उत्सव मनाया गया। ढोलबाजो और आतिशबाजी के साथ मतदान दलों का स्वागत तिलक कर यहां ईवीएम जमा करने का श्री गणेश किया गया । रात करीब दो बजे तक यहां मतदान दलों के पहुंचने का सिलसिला जारी था। जिला मुख्यालय से 100- 100 किलोमीटर दूर पांढुर्ना और हर्रई के सुदूर ग्रामीण अंचलों के मतदान केंद्रों के मतदान दल देर रात दो बजे तक यहां पहुंचे। इस दौरान पी जी कालेज परिसर का नजारा किसी बड़े मेले से कम ना था। मतदान दलों को यहां चाय , नाश्ता , भोजन भी कराया गया। नोडल अधिकारी नगर निगम कमिश्नर राहुल सिंह और कार्यपालन यंत्री ईश्वरी चंदेली ने व्यवस्थाए कर यहां पहुंचे मतदान दलों का स्वागत किया। मतदान दलों के साथ ही यहाँ कलेक्टर मनोज पुष्प, एस पी विनायक वर्मा , पांढुर्ना कलेक्टर अजय देव शर्मा, एस पी राजेश त्रिपाठी सहित विधानसभा क्षेत्रों के रिटर्निंग अधिकारी पुलिस बल सहित कांग्रेस; भाजपा के मतदान केंद्र एजेंट सहित पार्टी नेताओं की मौजूदगी भी पूरे समय बनी रही।
जिले की सात सीटो छिन्दवाड़ा, चौरई, अमरवाड़ा, जुन्नारदेव, परासिया ,सौसर, और पांढुर्ना के लिए “विधायक” चुनने मतदाताओं ने अपार उत्साह दिखाया है। जिले की औसत वोटिंग 85 प्रतिशत से ज्यादा है। इसमे सबसे ज्यादा मतदान अमरवाड़ा विधानसभा क्षेत्र में 87. 6 प्रतिशत रिकार्ड किया गया है।। इसके साथ ही जुन्नारदेव में 78.63, परासिया में 81.62, सौसर में 81.30, पांढुर्ना में 83. 48 और छिन्दवाड़ा में 81. 84 प्रतिशत मतदान हुआ है जो प्रदेश के औसत मतदान से ज्यादा है।
इनके भाग्य का फैसला..
विधानसभा चुनाव में सबसे बड़ा फैसला छिन्दवाड़ा विधानसभा से होना है। यहां कांग्रेस के दिग्गज पूर्व सी एम और “दावों” में कांग्रेस के भावी मुख्यमंत्री के चेहरे के तौर पर कमलनाथ- भाजपा के विवेक बंटी साहू का भविष्य तय होगा। इसी तरह अमरवाड़ा से कमलेश शाह- मोनिका बट्टी, जुन्नारदेव से सुनील उइके- नत्थन शाह, परासिया से सोहन वाल्मीकि- ज्योति डेहरिया, चौरई से सुजीत चौधरी- लखन वर्मा; बंटी पटेल, सौसर से विजय चौरे – नाना मोहोड़, और पांढुर्ना में नीलेश उइके- प्रकाश उइके के भाग्य भी ईवीएम में कैद है। अब 3 दिसम्बर मतगणना के दिन ही पता चलेगा कि छिन्दवाड़ा के मतदाताओं ने किसे ” जनादेश’ दिया है।