छिन्दवाड़ा में सड़क हादसे हर साल छीन लेते हैं 400 से ज्यादा जिंदगियां
वर्ल्ड बैंक की टीम भी छिन्दवाड़ा में बढ़ते सड़क हादसों के ग्राफ पर जता चुकी है चिंता
दौरे के बाद सड़कों में सुधार के लिए दिया था 100 करोड़ के बजट का ऑफर..
मुकुन्द सोनी छिन्दवाड़ा-क्या आप जानते हैं छिन्दवाड़ा की सड़कों पर हर साल 400 से ज्यादा जिंदगियां सड़क हादसों में काल-कवलित हो जाती है फिर भी जिला प्रशासन कोई शोध और सुधार की जरूरत नही समझता है सड़क सुरक्षा समिति है तो केवल हर माह बैठक की औपचारिकता तक ही सीमित है छिन्दवाड़ा में नेशनल हाइवे, स्टेट हाइवे के साथ ही गांवों को शहरों से जोड़ने वाली सड़को का लंबा-चौड़ा जाल है हादसे हर सड़क पर है ज्यादा नेशनल हाइवे पर होते हैं सवाल यह है कि छिन्दवाड़ा में जो सड़के है वे तकनीक के मानदंड में सही है या नही यदि सही है तो फिर हादसे कैसे..? सड़क बनाने के मानक है जिसमे पहला पहलू यही है कि सड़क पर आवागमन में सुगमता का अभाव ना हो सड़क बनाने से पहले ही इसे जांचा-परखा जाता है फिर कलरियेन्स के बाद सड़क बनाई जाती है छिन्दवाड़ा के मामले में ऐसा है कि जो सड़क है उसी के ऊपर सड़क बना दी जाती है ना कोई तकनीकी पहलू ना ही कोई कलरियेन्स सड़क बनाने वाली एजेंसियां तो अतिक्रमण हटाने तक की भी जरूरत नही समझती है परिणाम सड़को को बनाने में करोड़ो -अरबो का बजट फूंकने के बाद भी सड़क जीवन रेखा नही बन पा रही है अब तो हाल ये है कि एजेंसियां सड़क मेंटनेंस भी नही करती है छिन्दवाड़ा में सड़क हादसों के बढ़ते ग्राफ और मौत के बढ़ते आंकड़ो पर वर्ल्ड बैंक भी चिंता जता चुका है एक साल पहले वर्ल्ड बैंक के अधिकारियों की एक टीम ने छिन्दवाड़ा की सड़कों का निरीक्षण भी किया था औऱ सड़को में तकनीकी सुधार के लिए वेलफेयर फण्ड में से 100 करोड़ का बजट छिन्दवाड़ा को देने का ऑफर भी दिया था किंतु सड़क निर्माण एजेंसियों ने वर्ल्ड बैंक को कोई प्रस्ताव ही नही भेजा है लापरवाही की हद से जिले में सड़क दुर्घटनाओ का ग्राफ भी हद पार कर रहा है
ये एजेंसिया बनाती है सड़क..
छिन्दवाड़ा में सड़क बनाने के लिए चार-चार एजेंसियां कार्यरत हैं इनमे राष्ट्रीय राजमार्ग एन एच, राजकीय मार्ग लोक निर्माण,ग्रामीण सड़के ग्रामीण यांत्रिकी और शहरों की सड़कें नगरीय निकाय बनाते हैं छिन्दवाड़ा की सड़कों में 29 ब्लैक स्पॉट है जो एन एच और लोक निर्माण की सड़कों पर है जहाँ आए दिन सड़क दुर्घटनाएं होती है सुधार के लिए बार – बार ताकीद के बाद भी नेशनल हाईवे और लोक निर्माण विभाग ने अब तक ब्लैक स्पॉट सुधारने कोई एक्शन नही लिया है अब भी ब्लेक स्पॉट लोगों की जान ले रहे है इन ब्लैक स्पॉट पर सड़क चौड़ीकरण ,लेफ्ट टर्न, राइट टर्न,वनवे बनाएं जाने की जरूरत है ताकि दुर्घटनाओं का ग्राफ कम हो सके
सुविधा कुछ नही बस खर्चा ही खर्चा..
नेशनल हाईवे और लोक निर्माण विभाग में सड़कों को लेकर यह नियम भी बनाया गया है कि सडक़ो पर कोई स्पॉट ऐसा चिन्हित किया जाए जहां इमरजेंसी के लिए एम्बुलेंस चिकित्सक मय संसाधनो के मौजूद रहे ताकि यदि कोई सड़क हादसा हो भी जाए तो घायलो को तत्काल मदद मिल सके उन्हें अस्पताल तक पहुचाया जा सके और जान-माल का नुकसान ना हो छिन्दवाड़ा की सड़कों पर ऐसे कई दुर्घटनाएं सामने आ चुकी है कि यदि घायलो को तत्काल मदद मिल जाती तो उनकी जान बचाई जा सकती थी किन्तु मदद के अभाव में उनकी जान चली गई यहाँ सड़को को बेहतर बनाने के विपरीत बनने के बाद वे जर्जर हो जाती है और उनके पेचवर्क के नाम पर भी लाखों का बजट फूक दिया जाता है
ना लेफ्ट टर्न ना राइट टर्न …
जिले की सडक़े अंग्रेजो के जमाने की हैं इन्ही सडक़ो पर कायाकल्प होता रहता है, सर्वे कर नई सड़के नए रास्ते नही बनाए गए है नेशनल हाईवे और राजमार्ग की सडक़ो पर आए दिन हादसा होने वाले स्पॉटो में तकनीकी सुधार की कोई योजना अब तक नहीं बनी है जबकि सडक़ो में तकनीकी सुधार के लिए चौड़ीकरण, लेफ्ट टर्न, राइट टर्न और वन – वे ट्राफिक की व्यवस्था की जा सकती है। जिले की सडक़ो की हालत ये है कि विभाग खतरनाक मोड़ और स्थलो पर बोर्ड तक नहीं लगा पाया है शहर में भारी वाहनों की नो एंट्री का भी कोई नियम नही जबकि भारी वाहनों के लिए 55 किलोमीटर का रिंग रोड अलग से बना हुआ है
ये है छिन्दवाड़ा की सड़कों के घोषित 29 ब्लैक स्पॉट
जिले की सडक़ो में घोषित ब्लाक स्पॉट में सिल्लेवानी घाटी, सर्किल रोड सिवनी, सर्किल रोड परासिया, परासिया से नरसिंहपुर एनएच, नरसिंहपुर से सिवनी, घाटपरासिया, रामगढी, चौपाल सागर, पटाखा गोदाम, खापाभाट चोर मंदिर, हिन्दुस्तान लीवर के पास चौखडा तिगड्डा , सारना बनगांव रोड, सिंगोड़ी पेंच नदी कार्नर, दुल्हादेव घाटी हर्रई, भुमका घाटी हर्रई, तंसरा पेट्रोल पंप मोहखेड़, उमरानाला पुल, लोधीखेड़ा नागपुर बार्डर, सांवरी टेमनी तिराहा, कोसमी घाट परासिया, ईको पार्क घाटी परासिया, थाना तिराहा परासिया, बस स्टैंड चांदामेटा, चर्च तिराहा जुन्नारदेव, हनोतिया तिराहा जुन्नारदेव, लहगडुआ साजकुही मार्ग तामिया, तुलतुला घाटी तामिया है आए दिन के सड़क हादसों के बाद इन्हें चिन्हित किया गया है फिर भी सुधार नही किया जा सका है