दीपावली पर “नोटों” से सजा छिन्दवाड़ा का श्री बड़ी माता का मंदिर , 12 करोड़ के मन्दिर के लिए बन चुका है फाउंडेशन
कारीगर कर रहे लाल पत्थरों पर नक्काशी, तैयार होकर आएंगे छिन्दवाड़ा
♦छिन्दवाड़ा मध्यप्रदेश-
दीपावली पर नगर के “श्री बड़ी माता मंदिर” को “नोटो” से सजाया गया है। मन्दिर सजाने के लिए 5, 10 20 ,100 और 500 के नोट उपयोग में लाए गए हैं। मन्दिर को दीपावली पर “महालक्ष्मी” स्वरूप देने के लिए यह पहल मन्दिर के सेवादार गौरव सोनी और उनकी टीम ने यह पहल की है। मन्दिर अपने इतिहास में पहली बार इस तरह “नोट” से सजा है।
श्री बड़ी माता का पंडित नित्य श्रृंगार करते हैं। विशेष अवसरों पर मन्दिर को यह स्वरूप दिया जाता है। नवरात्र के 9 दिनों में विशेष श्रंगार के दर्शन में नारियल, आम, केला, लौंग ,इलायची, हल्दी, गुलाब, गेंदा , बिंदी, स्वर्ण, रजत श्रंगार के दर्शन नगरवासी कर चुके हैं। मन्दिर समीति ने महालक्ष्मी पूजा के महापर्व पर ” श्री बडी माता” मंदिर को ही भारतीय मुद्रा के प्रचलित “नोट” से सजा दिया है। करीब तीन लाख रुपया इसमे उपयोग किया गया है।
खास बात यह है कि माता के मन्दिर का प्लेटफार्म, सीलिंग ,दीवार को “नोट” से सजाया गया है। नोट से ही मन्दिर सजावट के लिए “विशेष फूल” तैयार किए गए हैं। समीति के अध्यक्ष संतोष सोनी और मीडिया प्रभारी गौरव सोनी ने बताया कि दीपावली के अवसर पर श्रीं बड़ी माता का भारतीय मुद्राओं से यह विशेष श्रृंगार किया गया है। पिछले दो वर्षो से लगातार हर तीज त्योहार में मातारानी के विशेष श्रृंगारों से माता का भवन अलंकृत किया जाता रहा है दीपावली पर मन्दिर के बाद गर्भगृह को विशेष नोटों की श्रृंखलाओं से शुभोभित किया गया हैं। जिसमें बड़ी माई के संरक्षक सेवादार चंद्रभूषण सदाफल ने उनके जन्मदिन के अवसर पर मन्दिर को भारतीय मुद्रा नोटों से सुसज्जित कराया है।
उन्होंने अपने जन्मदिवस को विशेष बनाने का गर्भगृह को 1, 2, 5, और चलित 10,20,50,100 के नोटों की नवीन श्रृंखलाओं से मन्दिर को सुसज्जित किया है। उन्होंने इन नोटों को मन्दिर निर्माण के लिए “दान” दिया है। मंदिर में दीपावली पर्व में प्रातः रंगोली की साज सज्जा होगी। रात्रि 8 बजे देवी जी की आरती के पश्चात श्री लक्ष्मी माता का विशेष पूजन पाठ के बाद आतिशबाजी भी की जाएगी। गौरतलब है कि करीब 12 करोड़ की लागत से यहां माता का नया भव्य मंदिर तैयार किया जा रहा है। मन्दिर निर्माण के लिए फाउंडेशन तैयार हो चुका है। मन्दिर के लिए राजस्थान में लाल पत्थरो पर मन्दिर की तय डिजाइन पर ” नक्काशी” हो रही है। तैयार नक्काशी युक्त पत्थरो के आते ही मन्दिर निर्माण को गति मिलेगी।