मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने एएस आई नरेश शर्मा को दिया शहीद का दर्जा,परिजनों को एक करोड़ की राशि और अनुकम्पा नियुक्ति मिलेगी
छिन्दवाड़ा पुलिस लाइन में गॉड आफ आनर के बाद अंतिम संस्कार के लिए गृह ग्राम जल्लापुर ले जाया गया शव
♦छिन्दवाड़ा मध्यप्रदेश-
छिन्दवाड़ा के न्यूटन से एक्सीडेंट कर भाग रहे बुलेरो चालक को पकड़ने पुलिस चेक पोस्ट माहुलझिर में तैनात ए एस आई नरेश शर्मा पर ही बुलेरो चढ़ा देने से आन ड्यूटी मौत के मुंह मे समा गए इस अधिकारी को मध्यप्रदेश शासन ने शहीद का दर्जा दिया है। प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने स्वयं इसकी घोषणा की है।। मुख्यमंत्री ने कहा कि छिंदवाड़ा जिले में हृदय विदारक घटना में अपने दायित्वों का निर्वहन करते हुए मध्यप्रदेश पुलिस के जांबाज सिपाही एएसआई नरेश शर्मा जी का दुःखद निधन पीड़ादायक है। मैं परिजनों के प्रति शोक संवेदनाएं व्यक्त करता हूं। वीर पुलिसकर्मी को शहीद का दर्जा और राज्य सरकार द्वारा उनके परिवार को श्रद्धा निधि के रूप में 1 करोड़ रूपए की राशि प्रदान की जाएगी। साथ ही स्व. श्री शर्मा के परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी भी दी जाएगी। घटना के आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है। मध्यप्रदेश में इस तरह का अपराध करने वाले किसी भी आरोपी को बख्शा नही जाएगा। गिरफ्तार आरोपी के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
ए एस आई नरेश शर्मा की शहादत पर जिला पुलिस प्रशासन के अधिकारी कर्मचारी स्तब्ध है। जिला अस्पताल में पोस्टमार्टम के बाद शहीद ए एस आई नरेश शर्मा का पार्थिव देह पुलिस लाइन लाया गया।। जहां गार्ड ऑफ ऑनर देने के साथ ही कलेक्टर मनोज पुष्प और एस पी विनायक वर्मा सहित पुलिस अधिकारियों और कर्मचारियों ने उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की। इसके बाद उनका पार्थिव देह अंतिम संस्कार के लिए उनके गृह ग्राम नरसिंहपुर के ग्राम जल्लापुर ले जाया गया जहां परिजनों ने उन्हें अंतिम विदाई दी। ए एस आई नरेश शर्मा अपने पीछे पत्नी एक पुत्र और एक पुत्री छोड़ गए हैं। एक साल पहले ही नरसिंहपुर के गाडरवाड़ा में उन्होंने स्वयं का निजी मकान भी बनवाया था।
गार्ड ऑफ ऑनर के बाद छिन्दवाड़ा पुलिस टीम पूरे सम्मान के साथ शहीद का पार्थिव देह पुलिस वाहन में लेकर उनके गृह ग्राम पहुंची थी जहां परिजनों और हजारो लोगो की उपस्थिति में गार्ड ऑफ ऑनर के साथ शहीद को अंतिम विदाई दी गई।शहीद नरेंद्र शर्मा के घर जिला नरसिंहपुर पहुंचकर जबलपुर जोन के आईजी उमेश जोगा एवं डीआईजी सचिन अतुलकर ने उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की। साथ में कलेक्टर मनोज पुष्प पुलिस अधीक्षक विनायक वर्मा भी पहुंचे और शहीद को श्रद्धांजलि अर्पित कर परिजनों के प्रति अपनी शोक संवेदनाएं व्यक्त की । तात्कालिक सहायता के रूप में शहीद के परिवार को पुलिस विभाग की परोपकार निधि से एक लाख रुपए की राशि का चेक भी दिया गया।