मुख्यमंत्री कन्यादान: तीन दिन में लाड़लियों को राशि नही तो महापौर सहित निगम अध्यक्ष देंगे कलेक्ट्रेट में धरना
विवाह के ढाई माह बाद भी छिन्दवाड़ा में लाड़लियों को नसीब नही कन्यादान की राशि
महापौर और निगम अध्यक्ष ने दिया प्रशासन को अल्टीमेटम
अधिकारियों और ठेकेदारों पर कार्रवाई को तैयार नही प्रशासन.?
कालेज के आडिटोरियम में बंद पड़ी चार करोड़ की सामग्री
♦छिन्दवाड़ा मध्यप्रदेश –
तीन दिन में मुख्यमंत्री कन्यादान योजना में हितग्राहियों को राशि नही मिली तो महापौर विक्रम आहके और निगम अध्यक्ष सोनू मागों हितग्राहियों के साथ कलेक्ट्रेट गेट पर धरना देंगे और तब तक नही उठेंगे जब तक की हितग्राहियों को उनके खाते में राशि ट्रांसफर नही कर दी जाती है।
यह अल्टीमेटम महापौर और निगम अध्यक्ष ने सभापतियों और पार्षद के साथ बुधवार को कलेक्ट्रेट पहुंचकर जिला प्रशासन को दिया है। नगर निगम छिन्दवाड़ा ने 13 मार्च को मुख्यमंत्री कन्यादान योजना में 1365 लाड़लियों का सामूहिक विवाह कराया है किंतु कन्याओं को ढाई माह बाद भी कन्यादान नसीब नही है। योजना में कन्याओं को 51 हजार की राशि दी जाती है जिसमे 48 हजार रुपया कन्या के खाते में दिए जाते हैं और 3 हजार रुपया विवाह खर्च आयोजन एजेंसी को दिए जाते हैं। किन्तु यहां मामला कन्याओं को घटिया सामग्री सप्लाई में उलझ गया है। इस मामले में प्रशासन अब तक ना टेंडर निकालने वाले अधिकारियों पर कार्रवाई कर पाया है ना ही घटिया सामग्री सप्लाई करने वाले सप्लायरों पर और ना ही योजना की हितग्रहियों को कन्यादान की राशि उपलब्ध करवा पाया है। प्रशासन यहां तीनो मोर्चे पर फ्लॉप नजर आ रहा है।
मुख्यमंत्री कन्यादान योजना में हितग्राही के खाते में राशि देने के आदेश के बावजूद कन्याओं को विवाह में 11 हजार का चेक और 37 हजार सामग्री देने की योजना छिन्दवाड़ा में अधिकारियों और नेताओं ने मिलकर बनाई थी अकेले नगर निगम छिन्दवाड़ा नही बल्कि जिले में अमरवाड़ा ,चौरई ,सौसर, जुन्नारदेव ,परासिया ,पांढुर्ना सहित अन्य स्थानों पर ऐसा किया गया है कन्याओं को घटिया सामग्री थमा दी गई है। आखिर यह किसके आदेश पर हुआ है यह जांच का विषय है।
छिन्दवाड़ा में कन्यादान के लिए लाई गई करीब चार करोड से ज्यादा की सामग्री अब भी विवाह स्थल डेनियल्सन कालेज के आडिटोरियम में भरी पड़ी है। कलेक्टर ने मामले की जांच कराई है जांच रिपोर्ट भी आ चुकी है किंतु अधिकारियों और सप्लायरों पर कार्रवाई की गई है ना ही कन्याओं को कन्यादान की राशि दी गई है। विवाह के ढाई माह हो चुके हैं लाड़लियों को कन्यादान के लिए नगर निगम के चक्कर लगाना पड़ रहा है।इस मामले में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के आदेश है कि लाड़लियों को कन्यादान में उनके खाते में ही राशि दी जाएगी सामग्री नही ऐसे में वे अधिकारी बुरी तरह फंस गए हैं जिन्होंने योजना में सामग्री खरीदी का टेंडर निकाला था।
अब घटिया सामग्री सप्लाई करने वाले ठेकेदारों को भुगतान मिलना नही है ऐसे में राशि उपलब्ध कराने वाला जिला पंचायत का समाज कल्याण विभाग कन्याओं को कन्यादान की राशि देकर उनका कल्याण करने को तैयार नही है यह विभाग तो कन्यादान के नाम पर अपना और ठेकेदारों का कल्याण करने का कार्य कर रहा है।
खास बात यह है कि विवाह समारोह में स्वयं प्रभारी मंत्री कमल पटेल मुख्य अतिथि थे समारोह में पगड़ी पहनकर उन्होंने नाच – गाना किया था बड़ी – बड़ी बात कही थी लेकिन अब तक लाड़लियों को कन्यादान की राशि नही मिली है। इस मामले में अब प्रभारी मंत्री कुछ कहने को तैयार है ना ही अधिकारी और लाड़लिया नगर निगम के चक्कर काट – काट कर थक चुकी है । छिन्दवाड़ा में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की सर्वोच्च प्राथमिकता वाली योजना के ये हाल है तो बाकी योजनाओ का क्या..?
नगर निगम आने वाले हितग्राहियों को महापौर और निगम अध्यक्ष जवाब देते – देते पक गए तब बुधवार को उन्होंने जिला प्रशासन को ही अल्टीमेटम दे दिया है कि तीन दिन में राशि नही मिली तो कलेक्ट्रेट में हितग्राहियों के साथ धरना होगा।