भ्रष्ट छिन्दवाड़ा : लोकायुक्त ने एक सप्ताह में पकड़ा दूसरा रिश्वतखोर पटवारी, ऋण पुस्तिका के लिए मांगे थे 10 हजार
परासिया में आई सी आई बैंक के सामने आवेदक से 7 हजार की रिश्वत लेते ट्रेप
♦छिन्दवाड़ा मध्यप्रदेश –
छिन्दवाड़ा के राजस्व विभाग में भ्रष्ट पटवारियों का बोलबाला है। एक सप्ताह पहले ही लोकायुक्त ने छिन्दवाड़ा तहसील के पटवारी रोहित मालवी को रिश्वत लेते पकड़ा था कि आज परासिया तहसील में दूसरा पटवारी कमल गढ़ेवाल भी रिश्वत लेते पकड़ा गया है। पटवारियों के ये कांड छिन्दवाड़ा जिले के राजस्व विभाग में चल रही अंधेरगर्दी बयान कर रहे हैं। सरकार साइबर तहसील के नाम पर जमीनो के बटवारा, सीमांकन, नामान्तरण , खसरा , नक्शा सहित अन्य कार्य बिल्कुल निशुल्क देने का गुणगान कर रही है। किंतु पटवारी है कि शासन से मोटा वेतन लेने के बाद भी आवेदकों से ऐसा रुपया वसूल रहे हैं जैसे जमीन उनके बाप की है। कोई नियम -कानून जिले में है ही नही। सरकारी सेवक की यह कार्यप्रणाली पूरे प्रशासन पर ही प्रश्नचिन्ह लगाती है।
जानकारी के अनुसार जबलपुर लोकायुक्त की टीम ने बुधवार को परासिया तहसील कार्यालय के पास आई सी आई बैंक के सामने पटवारी हल्का नंबर 5 चकली कला तहसील परासिया के पटवारी कमल गढ़ेवाल को एक आवेदक गुलफाम अंसारी पिता गुजुन अंसारी न्यूटन चिखली से सात हजार रुपए की रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड़ा है। पटवारी ने आवेदक से उसके खरीदे भूखंड की ऋण पुस्तिका बनाने के लिए दस हजार रुपए मांगे थे।
आवेदक ने इसकी शिकायत लोकायुक्त जबलपुर को की थी। लोकायुक्त ने पटवारी को रंगे हाथों पकड़ने का जाल बिछाया।। आवेदक ने पटवारी से बात की तो उसने सात हजार रुपए लेकर आने को कहा और आज ही ऋण पुस्तिका बनाकर देने के लिए तहसील आने को कहा था। आवेदक जब रुपए लेकर पहुंचा तो पटवारी ने तहसील के समीप ही आई सी आई बैंक के पास आने के लिए कहा। यहां जैसे ही आवेदक ने पटवारी को रुपए दिए घात लगाए बैठी लोकायुक्त जबलपुर की टीम ने पटवारी को ट्रेप कर लिया।
लोकायुक्त से ट्रेप होते ही पटवारी के पसीने छूट गए। आवेदक गुलफाम ने बताया कि उसने अपनी बहन गुन्नार अंसारी के नाम ग्राम चिकली कला में 9000 वर्ग फीट का प्लॉट खरीदा था। जिसकी ऋण पुस्तिका बनवाने के लिए पटवारी कमल गढ़ेवाल के पास गया तो उसने दस हजार रुपए के एवज में ऋण पुस्तिका बनाकर देने के लिए कहा था। फिर बात सात हजार में तय हुई और आज पटवारी रिश्वत लेते रंगे हाथों लोकायुक्त के हत्थे चढ़ गया।
पटवारी को ट्रेप करने के लिए जबलपुर से लोकायुक्त टीम इंस्पेक्टर कमल सिंह उईके , इंस्पेक्टर भूपेन्द्र कुमार दीवान सहित पांच सदस्य परासिया पहुंचे थे। लोकायुक्त ने आरोपी पटवारी के विरुद्ध भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम में अपराध दर्ज कर उसे गिरफ्तार कर लिया है। एक सप्ताह पूर्व इसी लोकायुक्त टीम ने छिन्दवाड़ा में कलेक्ट्रेट के पटवारी भवन में पटवारी रोहित मालवी को भी दस हजार की रिश्वत लेते पकड़ा था। प्रशासन ने पटवारी को अब तक निलंबित करना भी मुनासिब नही समझा है जबकि रिश्वतखोरों को तत्काल ही नॉकरी से बर्खास्त किया जाना चाहिए। जैसे देवास जिले में गड़बड़ी करने वाले 16 पटवारी बर्खास्त कर दिए गए हैं।