10 दिन छिन्दवाड़ा में रहेंगे देवकी नंदन ठाकुर महाराज
महाशिवरात्रि को लेकर दशहरा मैदान में शिवमहापुराण का महा आयोजन
छिन्दवाड़ा – महाशिवरात्रि पर छिन्दवाड़ा में शिव महापुराण का महा आयोजन होने जा रहा है इस महा आयोजन में सनातन परंपरा के प्रखर वक्ता आचार्य देवकी नंदन ठाकुर महाराज 10 दिनों तक छिन्दवाड़ा में रहेंगे और शहर के दशहरा मैदान में 9 फरवरी से 19 फरवरी तक प्रतिदिन दोपहर 2 बजे से शाम 5 बजे तक कथा प्रवचन करेंगे आचार्य देवकी नंदन ठाकुर महाराज अब तक देश – विदेश में एक हजार से ज्यादा कथाएं कर चुके हैं आचार्य श्री वेद ,भागवत, गीता ,रामायण ,शिव महापुराण के मर्मज्ञ है मथुरा में उन्होंने विश्व शांति सेवा ट्रस्ट की स्थापना भी की है
इस वृहद आयोजन का बीड़ा शहर के पूजा श्री साहू परिवार ने उठाया है साहू परिवार के नरेंद्र साहू ,विवेक साहू बंटी ,नवीन साहू दीपू ने बताया कि आयोजन की तैयारियां चल रही है शिव महापुराण केवल कथा नही बल्कि जीवन के पुण्योदय का आधार है हर किसी को पुण्य का अवसर मिले इसको लेकर ही शिवरात्रि के अवसर पर शिव महापुराण का यह कथा महायज्ञ आयोजित किया गया है कथा 9 फरवरी से शुरू होगी और महाशिवरात्रि तक चलेगी कथा श्रवण के लिए दशहरा मैदान में व्यापक प्रबंध बनाए जाएंगे शहर के समस्त धार्मिक ,सामाजिक संगठनों के साथ ही स्वयं सेवक कथा के आयोजन में व्यवस्था के सहभागी बनेंगे इसको लेकर सभी की सामूहिक बैठक भी होगी
शिव भक्ति योग का केंद्र रहेगा दशहरा मैदान
छिन्दवाड़ा का दशहरा मैदान महाशिवरात्रि पर दस दिनों तक शिव भक्ति योग का केंद्र रहेगा यहां ब्रज के देवकी नंदन ठाकुर महाराज शिवपुराण कथा में लोगों को आदि-अनंत शिव की महिमा के रहस्य बताएंगे शिव महापुराण केवल शिव की महिमा का वर्णन नही वरन जीवन के हर रंग में सृष्टि के कण – कण में शिव के होने के साथ ही अखिल ब्रह्मांड की रचना से लेकर संचालन और संहार की महाशक्ति के तत्वों का दर्शन कराती है तो आइए हम सब इस महाआयोजन के सहभागी बने
ऐसा रहेगा शिवमहापुराण का कार्यक्रम ..
- 9 फरवरी निज निवास से कलश यात्रा
- 10 फरवरी शिव महापुराण कथा महत्व
- 11 फरवरी आदि शिवलिंग पूजा विधि
- 12 फरवरी नारद मोह, कुबेर चरित्र वर्णन
- 13फरवरी सती -संध्या देवी कथा और शिव विवाह
- 14 फरवरी पार्वती प्राकट्य महोत्सव
- 15 फरवरी श्री गणेश प्राकट्य महोत्सव
- 16 फरवरी त्रिपुरासुर वध ,जालन्धर उद्धार
- 17 फरवरी शिव अवतार कथाएं
- 18 फरवरी द्वादश ज्योतिर्लिंगों का महत्व
- 19 फरवरी समापन हवन और भंडारा