दशहरा छिन्दवाड़ा का : धूम आतिशबाजी के साथ दशहरा मैदान में दशानन का दहन
14 दिन रामलीला मंचन का "रामराज्याभिषेक" के साथ समापन
♦छिन्दवाड़ा मध्यप्रदेश-
दशहरा पर शहर के दशहरा मैदान में रामलीला मण्डल ने धूम आतिशबाजी के साथ 51 फुट ऊंचे “दशानन” के पुतले का दहन किया गया। उत्सव में हजारो की संख्या में शहरवासी शामिल हुए। पूर्व मुख्यमंत्री कमलमाथ, सांसद नकुलनाथ, भाजपा प्रत्याशी विवेक बंटी साहू उत्सव के अतिथि थे। रामलीला मण्डल ने मंच पर मेघनाथ, कुम्भकर्ण और रावण वध के प्रसंग का आंशिक मंचन किया और “राम- रावण युद्ध” मे रावण का वध होते ही अग्नि बाण से रावण का पुतले का दहन हो गया। इस दौरान पूरा दशहरा मैदान “जय श्री राम” के उदघोष से गूंज उठा। इसके बाद मैदान में हैदराबाद से लाई गई “आतिशबाजी” का जबरदस्त प्रदर्शन भी किया गया।
“दशहरा उत्सव” छिन्दवाड़ा शहर का सबसे बड़ा उत्सव है। उत्सव में “रावण दहन” देखने हजारो की संख्या में छिन्दवाड़ा सहित आस- पास के गांवो के लोग “दशहरा मैदान” में एकत्र होते हैं। 14 दिनों तक प्रतिदिन रामलीला मंचन कर रामलीला मण्डल ने दशहरा पर छोटा बाजार रामलीला मंच से “भगवान श्री राम” की विजय यात्रा निकाली। इसमे भगवान श्री राम, लक्ष्मण, हनुमान, सुग्रीव, अंगद, जामवंत, नल- नील सहित वानर सेना सहित रावण ,कुम्भकर्ण, मेघनाथ और राक्षसी सेना के रूप सजे पात्र शामिल थे। यात्रा छोटा बाजार, मेन रोड, पुराना छापाखाना, बुधवारी, राजपाल चौक होते नए दशहरा मैदान पहुंची थी।
यहां अतिथियों ने “भगवान श्री” की आरती कर उत्सव का “श्री गणेश किया। मंच पर मण्डल के पदाधिकारियी ने अतिथियों का स्वागत किया। इस अवसर पर मण्डल ने अपने सरंक्षक, सहयोगी और दानदाताओं का “सम्मान” भी किया । इसके बाद रामलीला मण्डल के कलाकारों ने मंच पर क्रमशः मेघनाथ ,कुम्भकर्ण और रावण वध के प्रसंग का मंचन कर दर्शकों का मन मोह लिया। राम- रावण युद्ध के प्रसंग के मंचन साथ ही ” भगवान श्री राम” के अग्निबाण से मैदान में खड़ा किया गया 51 फुट ऊंचा “रावण पुतला” चंद मिनटों में ही धू- धू कर जल गया और पूरा मैदान “जय श्री राम” के जयघोष से गूंज उठा।
उत्सव में मण्डल के अध्यक्ष अरविंद राजपुत ने मंडल की 135 वर्षो की रामलीला की परंपरा का प्रतिवेदन रखते हुए कहा कि रामलीला और दशहरा उत्सव नगर का सांस्कृतिक गौरव है। रामलीला मण्डल ने लालटेन से आज के हाईटेक युग तक का सफर तय किया है। सरंक्षक कस्तूर चंद जैन, राजू चरणागर, सतीश दुबे सचिव राजेन्द्र आचार्य, विजय आनंद दुबे विनोद विश्वकर्मा ने भी रामलीला मण्डल की यात्रा पर अपने विचार रखे।संचालन तरुण जैन ने किया। व्यास पीठ संगीत रामायण मण्डल ने संभाली।
रावण दहन के बाद “अतिथियों” सहित मण्डल के सरंक्षक, सहयोगी और पदाधिकारियो ने “भगवान श्री राम” का तिलक कर महाआरती की और फिर दशहरा मैदान का आसमान रंगीन आतिशबाजी के आकर्षण में दर्शकों को तालियां बजाने पर मजबूर करता रहा। हजारो – हजार लोग “दशहरा उत्सव” में शामिल हुए। पूरा दशहरा मैदान दर्शकों से भरा था वही मैदान के चारो ओर “ट्रैफिक जाम” की स्थितियां बनी हुई थी। ट्राफिक सामान्य बनाने पुलिस को काफी मशक्कत का सामना करना पड़ा।
रावण दहन के बाद “विजय यात्रा” दशहरा मैदान से जिला चिकित्सालय, अनगढ़ हनुमान मंदिर, फव्वारा चौक, इतवारी बाजार, गोलगंज, में रोड होते हुए वापस छोटा बाजार पहुंची। मार्ग में जगह- जगह लोगो ने “भगवान श्री” की आरती उतारी। रामलीला मंच पर मंडल ने देर रात तक रामलीला मंचन कर “राम राज्य अभिषेक” के साथ 14 दिवसीय रामलीला उत्सव का समापन किया।
उत्सव को सफल बनाने में मंडल के संरक्षक कस्तूरचंद जैन, राजू चरणागर, सतीश दुबे लाला, अशोक चौरसिया, संतोष जैन, विजय आनंद दूबे, विनोद विश्वकर्मा, अध्यक्ष अरविंद राजपूत, सचिव राजेंद्र आचार्य, कोषाध्यक्ष सुभाष साहू, उपाध्यक्ष तरुण जैन, रोहित द्विवेदी, राकेश चौरसिया, भोला सोनी, कुशल शुक्ला, ट्विंकल चरणागर, मयंक चौरसिया, समन द्विवेदी, सह कोषाध्यक्ष कपिल गुप्ता, मीडिया प्रभारी ऋषभ स्थापक, आशु चौरसिया, सावन जैन, अमित जैन मनोज चौरसिया कलाकार मण्डल के सभी सदस्य मुख्य निर्देशक वीरेंद्र शुक्ल ,संगीत रामायण मण्डल सहित सभी विभाग सदस्यों की टीम का सहयोग रहा। रामलीला के समापन के बाद सुबह रामलीला मंच पर “इनामी दंगल” का आयोजन किया गया। दंगल में छिन्दवाड़ा ,नागपुर भोपाल, इंदौर, बालाघाट, सिवनी सहित अनेक स्थानों के पहलवानों ने कुश्ती कला के जौहर दिखाए।