ड्यूटी, दोस्ती ,शराब और फिर जहर, छिन्दवाड़ा में एस ए एफ़ के दो जवानों की मौत, किसने दिया जहर
जांच में जुटी कोतवाली पुलिस खोज रही दोनों की मौत का रहस्य
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♦छिन्दवाड़ा मध्यप्रदेश –
छिन्दवाड़ा में विशेष सशस्त्र बल एस ए एफ़ के दो जवानों की मौत हो गई है। मौत के पीछे ड्यूटी, दोस्ती, शराब और फिर जहर का मामला सामने आया है। कोतवाली पुलिस दोनो की मौत का रहस्य खोज रही है। मौत से बटालियन में हड़कंप है। दोनो बटालियन की आर्म्स शाखा में पदस्थ थे। रोज ही रात में साथ मे शराब पिया करते थे।। शनिवार की रात जाने क्या हुआ कि शराब के साथ सल्फास नाम का जहर भी आ गया। जिसमे पिलाने वाला रहा न ही पीने वाला। पीने से एक के बाद एक दोनो की ही मौत हो गई है।
दोनो बटालियन के क्वार्टर में ही परिवार सहित रहते थे। दोनो के बीच गाड़ी दोस्ती भी थी। अब दोनो की मौत के बाद पुलिस “सल्फास” जहर का रहस्य तलाश रही है। जो उनकी मौत का रहस्य खोलेगा। शनिवार की रात एस ए एफ़ बटालियन की आर्म्स शाखा में पदस्थ प्रधान आरक्षक धनीराम उईके और आरक्षक प्रेमलाल काकोडिया साथ थे। दोनो ने शराब का सेवन किया। इसके बाद दोनो की हालत खराब हो गई। वे खून की उल्टी करने लगे थे। दोनों के परिजनों को इसकी खबर लगी तो तत्काल ही प्रधान आरक्षक धनीराम उइके को एस ए एफ़ के समीप ही परासिया मार्ग स्थित विवांता और आरक्षक प्रेमलाल को आरोग्य अस्पताल ले जाया गया था।
आरक्षक प्रेमलाल की अस्पताल में मौत हो गई। अस्पताल प्रबंधन ने जहर सस्पेक्ट होने से कोतवाली पुलिस को सूचना दी। तब पुलिस को पता चला कि एस ए एफ़ आरक्षक की जहर पीने से मौत हो गई है। लेकिन इसके बाद पुलिस को सुबह एक और दूसरी खबर मिली कि एस ए एफ़ के ही एक प्रधान आरक्षक धनीराम उइके की विवांता अस्पताल में मौत हो गई है। तब पुलिस को लगा कि कुछ गड़बड़ है। पुलिस ने दोनो के शव निजी अस्पताल से पोस्टमार्टम के लिए जिला अस्पताल भेजे और जांच शुरू की है। आरक्षक प्रेमलाल की मौत रात में ही हो चुकी थी। परिजन सुबह उनका शव लेकर मण्डला के लिए रवाना होने वाले थे कि सुबह प्रधान आरक्षक धनीराम की मौत की खबर आने पर कोतवाली पुलिस ने दोनो के शव पोस्टमार्टम के लिए कब्जे में लिए और जिला अस्पताल भेजे।
पुलिस एस ए एफ़ बटालियन भी पहुंची और दोनो के ड्यूटी स्थल की पड़ताल शुरू की तो यहां प्रधान आरक्षक धनीराम उइके की बाइक खड़ी थी। बाइक की तलाशी लेने पर डिक्की में बीयर की दो केन, दो स्टील गिलास मिली। स्टील गिलास से सल्फास नामक जहर की गंध आ रही थी। पुलिस ने जब्त सामग्री को फ़ॉरेंसिक जांच के लिए भेज दिया है। एक ही रात एस ए एफ़ में दो कर्मियों की मौत से बटालियन में हड़कंप मच गया है। एस ए एफ़ में जवानों को प्रशिक्षण दिया जाता है। यहां कर्मी ड्यूटी पर इस तरह शराबखोरी कर रहे थे। यह बटालियन की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े करता है।
पुलिस के लिए दोनो कर्मी की मौत रहस्य बन गई है। प्रधान आरक्षक धनीराम उइके की बाइक की डिक्की से बीयर,गिलास और गिलास में सल्फास की गंध बता रही है कि मामला जहरखुरानी का है। लेकिन किसने किसको जहर दिया है। यह स्पष्ट नही है। जहर देकर मारने की योजना दोनो में से किसी एक की थी तो दोनो की ही मौत क्यो। क्या इस मामले में कोई तीसरा भी है। पुलिस जांच कर रही है। बताया गया कि दोनो वर्ष 96 – 97 से एस ए एफ़ में है। दोनो मंडला के रहने वाले हैं। दोनो का निवास एस ए एफ़ 96 क्वार्टर का है। दोनो के बीच मित्रता थी। दोनो का एक दूसरे के परिवार में भी आना – जाना था। दोनो की उम्र 50 से ज्यादा है। फिर ऐसा क्या हुआ कि ड्यूटी ,दोस्ती, शराब और फिर जहर के बाद दोनों की कहानी खत्म हो गई है।
कोतवाली थाना प्रभारी उमेश गोल्हानी ने बताया कि सुबह पुलिस को एक के बाद एक एस ए एफ़ के दो कर्मियों की मौत की सूचना मिली। जिस पर दोनो के शव को पोस्टमार्टम के लिए जिला अस्पताल भेजा गया है। जांच में मौके से एक कर्मी की बाइक की डिक्की से बीयर केन, स्टील गिलास और गिलास में सल्फास की गंध मिलने से मामला संदिग्ध है। जांच चल रही है।