चुनाव आयोग ने छिन्दवाड़ा को दिया 5 करोड़ का “इलेक्शन भवन” कड़े सुरक्षा पहरे में चल रहा चुनावी प्रबन्धन
16 लाख से ज्यादा मतदाताओं के लिए बनाए हैं 1 हजार 934 मतदान केंद्र

–Metro City Media News Chhindwada-
♦छिन्दवाड़ा मध्यप्रदेश
मध्यप्रदेश चुनाव आयोग ने छिन्दवाड़ा को 5 करोड़ का विशेष ” इलेक्शन भवन” दिया है। यह भवन छिन्दवाड़ा जिला मुख्यालय में एकता पार्क के पास पी डब्ल्यू डी के रेस्ट हाउस और श्री नाथ स्कूल के बीच बनाया गया है। भवन काफी विशाल है। एक एकड़ के केम्पस में करीब 15 हजार वर्ग फुट के एरिया में यह दो मंजिला भवन बना है। भवन में “ईवीएम” के लिए सात “स्ट्रांग रूम” के साथ ही स्टोर रूम प्रशासनिक और कर्मियों के लिए 6 कमरों के साथ ही “एक सभाकक्ष” भी बनाया गया है। भवन बनने के बाद अब चुनाव की सभी ” प्रशासनिक” गतिविधयों का संचालन इसी भवन से हो रहा है। भवन में केवल चुनाव ड्यूटी में लगे अधिकारी- कर्मचारी ही आ- जा सकते हैं।
पहले “ईवीएम” कलेक्टरेट परिसर में पुराने भवनों में रखी होती थी। यही से उनका आवंटन विधानसभा के मतदान केंद्रों के लिए होता था। नया भवन बनने से अब काफी सुविधा हो गई है। चुनाव के लिए पृथक भवन ही छिन्दवाड़ा को मिल गया है। विधानसभा चुनाव – 2023 के लिए तैयारी की सभी गतिविधि का यह भवन सेंटर है। यहां विधानसभा चुनाव के लिए आयोग गाइड लाइन पर ईवीएम तैयार की गई है। कुल 3 हजार 344 बी.यू.यूनिट, 2970 सी.यू.यूनिट और 3071 वीवीपीएटी यूनिट छिन्दवाड़ा और पांढुर्णा जिले के लिए उपलब्ध हैं। ईवीएम अर्थात इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन को दो यूनिटों से तैयार किया गया है। इसमे कंट्रोल यूनिट और बैलट यूनिट होते हैं। इन यूनिटों को केबल से एक दूसरे से जोड़ा जाता है। ईवीएम की कंट्रोल यूनिट पीठासीन अधिकारी या मतदान अधिकारी के पास रखी जाती है।
इलेक्ट्रानिक कारपोरेशन ऑफ इंडिया और भारत इलेक्ट्रानिक लिमिटेड ही ईवीएम बनाने के लिए अधिकृत है।
11 हजार से ज्यादा अधिकारी- कर्मचारी चुनाव ड्यूटी पर ..
विधानसभा चुनाव के लिए छिन्दवाड़ा और पांढुर्ना जिले की सात सीटो छिन्दवाड़ा ,चौरई, अमरवाड़ा, जुन्नारदेव, परासिया और सौसर पांढुर्ना के लिए 11 हजार से ज्यादा अधिकारी- कर्मचारी चुनाव ड्यूटी पर है। इनमे चुनाव आयोग ने 12 प्रेक्षक नियुक्त किए हैं। इनमे सामान्य प्रेक्षक कुमारजीब चक्रवर्ती धर्मेन्द्र कुमार, पुलिस प्रेक्षक ए.जी.बाबू, व्यय प्रेक्षक एस.देवराजन पुरुषोत्तम कुमार के साथ ही सात बिधानसभा में सात प्रेक्षक है। कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी मनोज पुष्प पुलिस अधीक्षक विनायक वर्मा नेतृत्व में जिले के प्रशासनिक अधिकारी सहित 11 हजार अधिकारी- कर्मचारी चुनाव ड्यूटी पर है। तदान के दिन सुरक्षा के लिए जिला पुलिस बल, एस ए एफ़, होमगार्ड के साथ ही सुरक्षाबल की 19 कंपनी जिले में तैनात रहेगी।
1 हजार 934 मतदान केंद्र..
विधानसभा चुनाव के लिए सात विधानसभा क्षेत्रों में कुल 1 हजार 934 मतदान केंद्र बनाए गए हैं। इनमे अमरवाड़ा में सबसे ज्यादा 332 मतदान केंद्र बनाए गए हैं। छिन्दवाड़ा में 307, जुन्नारदेव में 272,परासिया में 245, चौरई में 272, सौसर में 232,पांढुर्ना में 254 मतदान केंद्र बनाए गए हैं। इसके लिए 247 सेक्टर अधिकारी नियुक्त किए जा चुके हैं। 430 माइक्रो आब्जर्वर के साथ ही 2300 से ज्यादा मतदान दल गठित किए गए हैं। एक मतदान दल में पांच अधिकारी- कर्मचारी है। मतदान दलों को मतदान सामग्री के आवंटन के दिन पता लगेगा कि उन्हें किस मतदान केंद्र में मतदान कराने के लिए जाना है।
16 लाख 18 हजार मतदाता..
छिन्दवाड़ा और पांढुर्ना जिले की सात सीटों के लिए कुल मतदाताओं की संख्या 16 लाख 18 हजार 363 है, जिसमें 8 लाख 628 महिला मतदाता, 8 लाख 17 हजार 722 पुरूष मतदाता और 13 अन्य मतदाता शामिल हैं। इनमे छिन्दवाड़ा में 2 लाख 81 हजार 683, जुन्नारदेव में 2 लाख 21 हजार 73, अमरवाड़ा में 2 लाख 55 हजार 115, चौरई में 2 लाख 18 हजार 683 ,परासिया में 2 लाख 18 हजार 287, सौसर में 2 लाख 10 हजार 187 पांढुर्ना में 2 लाख 14 हजार 467 मतदाता है। इनमें चिन्हांकित दिव्यांग मतदाताओं की संख्या 22 हजार 844 व 80 वर्ष से अधिक आयु के मतदाताओं की संख्या 15 हजार 460 और सेवा निर्वाचकों की संख्या 2 हजार 539 है। जिले का जेंडर रेशों 979 और ई.पी. रैशो 68.85 है। चुनाव प्रचार 15 नवंबर की शाम 6 बजे तक है। मतदान 17 नवंबर को प्रातः 7 बजे से शाम 6 बजे तक होगा।मतगणना 3 दिसंबर को प्रातः 8 बजे से शासकीय स्वशासी स्नातकोत्तर महाविद्यालय छिंदवाड़ा में होगी।
78 प्रत्याशी आजमा रहे भाग्य..
जिले की सात सीट में 78 प्रत्याशी अपना भाग्य आजमा रहे हैं। इनमे विधानसभा जुन्नारदेव में 10, अमरवाड़ा में 9, चौरई में 13, सौंसर में 15, छिंदवाड़ा में 11, परासिया में 12 और पांढुर्णा में 8 प्रत्याशी मैदान में है। विधानसभा क्षेत्रों में व्यय निगरानी के लिए 7 सहायक व्यय प्रेक्षकों, 26 उड़नदस्ता दलों, 23 स्थैतिक निगरानी दलों, 23 वीडियो निगरानी दलों, 7 वीडियो अवलोकन दलों और 7 व्यय लेखा दलों का गठन किया गया है।