प्रेमिका से मिलने पश्चिम बंगाल गए छिंदवाड़ा के युवक का कत्ल, परिजनों ने कर दी पीट – पीट कर हत्या, मिला सिर्फ कंकाल
11 सौ किलोमीटर दूर हुए कत्ल का पर्दाफाश, ड्राइवर ने खोला राज
♦छिंदवाड़ा मध्यप्रदेश-
छिंदवाड़ा का एक युवक अपनी प्रेमिका से मिलने पश्चिम बंगाल गया था लेकिन वह सही सलामत नही लौट सका। परिजन अब युवक का कंकाल लेकर छिंदवाड़ा लौट रहे है। युवक की प्रेमिका के परिजनों ने पीट – पीट कर उसकी हत्या कर दी थी । इस मामले का खुलासा नही हो पाता यदि युवक के परिजन गुमशुदा होने की रिपोर्ट दर्ज ना कराते।युवक की हत्या को एक माह से ज्यादा का समय हो चुका हैं। छिंदवाड़ा से 11 सौ किलोमीटर दूर हुए इस कत्ल का छिंदवाड़ा पुलिस ने पर्दाफाश किया है।
एस पी मनीष खत्री ने बताया कि छिंदवाड़ा के गुरैया में रहने वाला मात्र 20 साल का युवक गजेंद्र चौधरी पिछले एक माह से लापता था। उसके परिजनों ने 8 अगस्त को देहात थाना में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। विवेचना के दौरान उसके मोबाइल की छानबीन की गई। इस आधार पर एक युवक अनिकेत सोलंकी को राउंडअप किया गया। जिसने पूछताछ में बताया कि गजेंद्र की पश्चिम बंगाल में हत्या हो चुकी है। तब पुलिस अवाक रह गई।
एस पी मनीष खत्री ने देहात थाना की एक टीम को तत्काल पश्चिम बंगाल रवाना किया जहां युवक का डी कम्पोस्ट शव बरामद किया गया है। परिजनों ने उसके कपड़ो से पहचान की है कि वह गजेंद्र ही है। पोस्टमार्टम के साथ ही कंकाल का डी एन ए टेस्ट के साथ अन्य कार्रवाई भी की जा रही है। छिंदवाड़ा पुलिस की एक टीम अभी पश्चिम बंगाल में ही है। इस मामले में अनिकेत सोलंकी ने जो बताया वह चौकाने वाला है।
अनिकेत ने बताया कि गजेंद्र की फेसबुक के जरिए पश्चिम बंगाल के मिदनापुर की युवती देविका पात्रा से दोस्ती हुई थी। दोनो चेटिंग कर बात करते थे फिर मोबाइल पर बाते करने लगे। 13 जुलाई को गजेंद्र ने अनिकेत की कार बुक की थी कि उसे पशिचम बंगाल के मिदनापुर जाना है। दोनों छिंदवाड़ा से करीब 11 सौ किलोमीटर दूर मिदनापुर पहुंच भी गए थे । यहां गजेंद्र की देविका से मुलाकात भी हो गई थी और दोनो घूमने के लिए समुद्र किनारे गए थे। फिर गजेंद्र देविका के साथ उसके घर तक चला गया। यहां देविका के परिजनों ने दोनों को साथ देख लिया। तब परिजनों ने गजेंद्र को पीट – पीट कर अधमरा कर दिया था।
गजेंद्र को उपचार की आवश्यकता थी लेकिन उसे बचाने के फेर में अनिकेत ने उसे कार मे बिठाकर वहां से भागा। इससे पहले कि वह घायल गजेंद्र को उपचार के लिए ले जाता कार में ही गजेंद्र ने दम तोड़ दिया था। गजेंद्र की मौत से अनिकेत घबरा गया और उसे छिंदवाड़ा लाने की जगह उसका शव वही झाड़ियो में छिपाकर अकेले छिंदवाड़ा चला आया था। अनिकेत ने अपना मुंह बंद कर लिया था। वह पुलिस कार्रवाई से बचना चाहता था। छिंदवाड़ा के युवक की पश्चिम बंगाल में पीट-पीटकर हत्या कर दी गई थी और खबर ना मिदनापुर पुलिस को थी ना ही छिंदवाड़ा पुलिस को। लेकिन अनिकेत और देविका को सबकुछ मालूम था। जो छिंदवाड़ा पुलिस की पूछताछ में यह राज खुला है।
13 जुलाई को गजेंद्र छिंदवाड़ा से पश्चिम बंगाल के मिदनापुर के लिए निकला था। 15 जुलाई को उसकी हत्या हो चुकी थी और तीन दिन पहले 12 अगस्त को जब छिंदवाड़ा पुलिस मिदनापुर पहुंची तब शव बरामद किया जा सका हैं। इतने दिनों में गजेंद्र का शव कंकाल बन चुका था। छिंदवाड़ा पुलिस के पहुंचने पर बंगाल पुलिस भी मामले की जांच में जुटी। अनिकेत की निशानादेही पर मौके से गजेंद्र का शव बरामद किया गया है। फ़ॉरेंसिक टीम ने पोस्टमार्टम के साथ ही डी एन ए सेम्पल लिया है। इतना ही नही देविका को थाना बुलाकर पूछताछ भी की हैं। देविका ने गजेंद्र से मुलाकात की बात बताई है वही अनिकेत सोलंकी ने गजेंद्र पर किए गए देविका के परिजनों के जानलेवा हमले और मारापिटाई के बारे में बताया है। गजेंद्र का परिवार उन सब बातो से अनजान था। कब उसकी देविका से दोस्ती हो गई और वह घर मे बिना बताए पश्चिम बंगाल भी पहुंच गया। अब परिजन उसका कंकाल लेकर छिंदवाड़ा लौट रहे हैं।