40 हजार में सुपारी लेकर कलम कर दिया सिर, , धड़ भवारी के जंगल मे फेका, सात माह बाद छिन्दवाड़ा पुलिस ने किया अंधे हत्याकांड का खुलासा
पांच आरोपी गिरफ्तार, एक आरोपी रिमांड पर ,एक की तलाश
मात्र 40 हजार की सुपारी लेकर एक व्यक्ति को मौत के घाट उतारकर सिर कलम कर दिया गया। हत्यारे सिर अपने साथ ले गए और धड़ को भवारी के जंगल मे फेक दिया था। सात माह बाद पुलिस ने इस अंधे हत्या कांड का खुलासा किया है। हत्या के पांच आरोपी गिरफ्तार कर लिए गए हैं। छटवे मुख्य आरोपी के साथ पुलिस को मृतक के सिर की तलाश है। छिन्दवाड़ा के थाना लावाघोगरी का यह मामला है। इस वीभत्स हत्याकांड में मृतक का लिंग भी काट दिया गया था।
♦छिन्दवाड़ा मध्यप्रदेश-
छिन्दवाड़ा के लावाघोगरी थाना क्षेत्र के भवारी के जंगल मे सात माह पहले 30 जुलाई 23 को एक व्यक्ति की सिर कटी लाश मिली थी। पुलिस के लिए यह हत्या कांड बड़ा चैलेंज था। सात माह का समय बीत चुका था कोई भी सुराग नही मिला था। सिटी एस पी रही प्रियंका पांडेय को जब मोहखेड एस डी ओ पी बनाया गया तब पेंडिंग अपराध की फाइल में उन्हें यह मामला नजर आया। इस हत्याकांड के लिए उन्होंने लावाघोगरी और मोहखेड थाना प्रभारी सहित स्टाफ को मिलाकर एक टीम बनाई और अनुसंधान शुरू किया तब ना केवल अंधे हत्याकांड का खुलासा हुआ बल्कि पांव आरोपी भी पकड़े जा चुके हैं।
जानकारी के अनुसार यह सिर कटी लाश थाना लावाघोगरी के गांव महुआ ढाना में रहने वाले 35 साल के माणिक शीलू पिता देवधर शीलू की थी। माणिक ने सात माह पहले गांव में ही एक जमीन खरीदने का सौदा किया था। इस सौदे से धगड़िया गांव के किशनु भोसम और उसके साथी मनेश और मुफ्त लाल शीलू को माणिक से जलन हो गई थी। जमीन का सौदा ना हो इसके लिए किसनु ने तिकाडी गांव के राम लाल पिता गणेशा बनके को 40 हजार रुपए देकर किसनु की हत्या की सुपारी दी थी।
राम लाल ने अपने साथी श्री दास और ओमप्रकाश के साथ मिलकर माणिक का पीछा किया। इसी दौरान माणिक मजदूरो की तलाश में गांव के ही नजदीक संगम दीप गया था। जब माणिक संगम दीप पहुंचा तब राम लाल श्री दास धुर्वे और ओमप्रकाश ने किसनु, मनेश शीलू को भी बुला लिया। इसके बाद यहां जमीन के सौदे को लेकर बात- चीत हुई और फिर आरोपियो ने माणिक को मौत के घाट उतार दिया। हत्या का अपराध छिपाने के लिए माणिक का सिर कलम कर दिया गया और लिंग भी काट दिया गया था।आरोपियो ने माणिक के धड़ को निर्जन भवारी के घने जंगल मे फेक दिया और सिर अपने साथ ले गए थे।
एस डी ओ पी प्रियंका पांडेय ने बताया कि संदेही किसनु, मनेश और मुफ्त लाल की गतिविधि पर नजर रखकर उन्हें जब पूछताछ के लिए बुलाया था। काल डीटेल खंगालने के बाद कड़ाई से पूछताछ करने पर हत्या के राज सामने आए। पुलिस ने इसके बाद राम लाल, श्री दास और ओमप्रकाश की तलाश की जिसमे राम लाल अभी फरार है। आरोपियो ने माणिक की हत्या का अपराध कबूल किया है। पुलिस ने माणिक की हत्या पर दर्ज अपराध क्रमांक 199/ 23 धारा 302, 201 भादवि में आरोपी . मनेशराम उर्फ मनेश पिता लोचा शीलू उम्र 28 साल किशनू पिता झाडू भोसम उम्र 35 साल निवासी , मुफतलाल पिता सोमजी शीलू उम्र 46 साल निवासी महुआढाना ,ओमप्रकाश उर्फ नीतेश पिता रहनशाह नरें उम्र 19 साल निवासी चूडाबोह, श्रीदास पिता जीरा धुर्वे उम्र 23 साल निवासी बडगोना को गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया है।
पुलिस ने आरोपी श्रीदास धुर्वे पिता जीरा को रिमांड पर लिया है। उसकी निशादेही से कन्हान नदी पुल संगम दीप के पास से घटना में प्रयुक्त बका जप्त किया गया है। अभी एक और आरोपी सहित कटे सिर और मृतक की बाइक की तलाश है। आरोपियो को पकड़ने वाली टीम में अनुविभागीय अधिकारी मोहखेड श्रीमत प्रियंका पांडेय ,थाना प्रभारी लावाघोघरी सी.एस सरेयाम, चौकी प्रभार सावरी उप निरीक्षक अनिल उइके मोहखेड उप निरीक्षक महेन्द्र भगत, सहायक उप निरीक्षक बी.एस रघुवंशी, सहित स्टाफ में गुणवंत पवार, प्रआर. 708 लवसिह रघुवंशी, प्रआर.593 भरत चौरिया, आरक्षक 1051 पंकज भलावी, रघुवंशी, 1006 कल्याण, 262 पूरन पवार, 805 प्रकाश, . चादनी सायबर टीम में नितिन सिह, 542 आदित्य रघुवंशी की महत्वपूर्ण भूमिका रही।