मध्यप्रदेश के गुना में दिल दहलाने वाला हादसा : बस में जिंदा जले 13 यात्री, 25 से ज्यादा यात्रियो ने बचाई जान, सी एम डॉ मोहन यादव पहुंचे गुना
घटना की जांच के आदेश, मृतकों के परिजनों को 4 - 4 लाख की सहायता
♦भोपाल मध्यप्रदेश-
मध्यप्रदेश के गुना में बुधवार 26 दिसम्बर की रात बस हादसे में 13 लोगों की जिंदा जलकर मौत हो गई है। घटना ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है। भयावह हादसे पर मुख्यमंत्री मोहन यादव ने गहन दुख जताया और सुबह गुना जिला अस्पताल पहुंचकर घायलो से मुलाकात की है। उन्होंने घटना की जांच के आदेश दिए हैं।
गुना कलेक्टर तरुण राठी ने बताता की भीषण बस हादसे में 13 लोग जिंदा जल गए है। डी एन ए के आधार पर ही मृतकों की पहचान की जा सकेगी। यात्री बस MP- 08 P- 0199 रामप्रताप सिंह सिकरवार के नाम पर रजिस्टर्ड थी। इस 32 सीटर बस में 35 से ज्यादा यात्री सफर कर रहे थे। बुधवार की रात करीब 9 बजे गुना – आरोन मार्ग पर यह हादसा हुआ है। बताया गया कि बस के अंदर ज्वलनशील पदार्थ भी रखा हुआ था। जिससे टक्कर के बाद बस ने तत्काल ही आग पकड़ ली और यात्रियो को उतरने तक का मौका नही मिल पाया था। करीब 25 यात्री किसी तरह बस की कांच और खिड़कियां तोड़कर अपनी जान बचा पाए हैं। 13 यात्रियो की बस के अंदर ही जलकर मौत हो गई। बस से 5 जले हुए शव बाहर निकाले जा सके हैं।
पुलिस अधीक्षक विजय कुमार खत्री बस हादसे की जांच कर रहे हैं। घटना स्थल पर परिजन राख में अपनों के शव तलाश रहे है। मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने ने मृतकों को 4-4 लाख रुपये की आर्थिक सहायता देने की घोषणा की है। घायलों को 50-50 हजार रुपये की सहायता दी जाएगी। उन्होंने कहा कि घटना के सभी बिंदुओं पर जांच कराई जाएगी. परिवहन विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि इस तरह की दुर्घटनाएं दोबारा न हों।
बताया गया कि सिकरवार ट्रेवल्स की ये बस साल 2022 की 17 फरवरी से अनफिट थी। उसके बावजूद इसे चलाया जा रहा था। इस बस का बीमा भी नहीं था। हादसे को लेकर पुलिस का कहना है कि 5 शवों को बरामद कर लिया गया है।बाकी शवों की शिनाख्त करने की कोशिश की जा रही है। बस के जल जाने की वजह से शवों की शिनाख्त करने में परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।