छिन्दवाड़ा के रामेश्वरम धाम में मध्यप्रदेश की सबसे ऊंची “शिव प्रतिमा” 27 सितम्बर को धाम आएंगे तुलसी पीठाधीश्वर जगद गुरु श्री रामभद्राचार्य महाराज
चार एकड़ में बना है भगवान भोलेनाथ का आकर्षक और भव्य धाम

♦छिन्दवाड़ा मध्यप्रदेश-
छिन्दवाड़ा के “सिहोरा माल” में ” भगवान भोलेनाथ” का “रामेश्वरम धाम” बनकर तैयार है। सिहोरा माल छिन्दवाड़ा- सिवनी मार्ग पर मात्र 17 किलोमीटर की दूरी पर है। इस धाम में भगवान ” भोलेनाथ” की 81 फुट ऊंची ” प्रतिमा” बनाई गई है। यह प्रतिमा “मध्यप्रदेश” की सबसे ऊंची प्रतिमा है। प्रतिमा के नीचे विशाल मंदिर भी है। इस मंदिर का डिजाइन “श्रीयंत्र” की तरह है। मध्यप्रदेश के जबलपुर के ” कचनार” सिटी में भगवान भोलेनाथ की 76 फीट की सबसे ऊंची प्रतिमा के बाद छिन्दवाड़ा में यह अब सबसे ऊंची ” शिव प्रतिमा” है। 27 सितम्बर बुधवार को यहां “तुलसी पीठाधीश्वर जगद गुरु श्री रामभद्राचार्य महाराज के सानिध्य में ” श्री गणेश उत्सव” मनाया जाएगा। जगद गुरु यहां धाम के दर्शन को पहुंचेंगे और “आशीर्वचन” भी देंगे।
इसका निर्माण शासन – प्रशासन या कोई प्रोजेक्ट में नही हुआ है बल्कि भगवान शिव में गहरी आस्था रखने वाले भाजपा के जिला अध्यक्ष विवेक बंटी साहू परिवार ने निजी तौर पर अपने दादा ” जयशंकर साहू” की स्मृति में कराया है। इस ” शिवलोक” का कार्य लगभग पूरा हो गया है। अब भव्य ” अनुष्ठान” के साथ यहां आने वाली ” महाशिवरात्रि” के अवसर पर ” प्राण प्रतिष्ठा” महोत्सव प्रस्तावित है।यह “रामेश्वरम धाम” साहू परिवार छिन्दवाड़ा को समर्पित कर रहा है। करीब चार एकड़ में बने इस धाम के निर्माण और संचालन की जवाबदारी ” शिव शंकर सेवा ट्रस्ट” को दी गई है।धाम में स्थापित प्रतिमा में “भगवान शिव “ध्यान मुद्रा में है। यहां “श्रद्धालुओ” के लिए दो एकड़ में ” पार्किंग जोन” बनाया गया है।
राजस्थान, महाराष्ट्र और दिल्ली के ” आर्किटेक्ट” और टीम ने मिलकर इस अदभुद, आकर्षक, ध्यान भक्ति के केंद्र “रामेश्वरम धाम” का निर्माण करीब चार साल की अवधि में किया है। धाम में भगवान शिव की विशाल प्रतिमा के नीचे श्रीराम दरबार, देवी लक्ष्मी,भगवान विष्णु, दुर्गा माता, भववान गौरी शंकर भगवान राधा- कृष्ण, मां सरस्वती और भगवान पंचमुखी हनुमान की प्रतिमाएं स्थापित की जाएंगी। धाम के निर्माणाधीन रहते ही यहां प्रतिदिन सैकड़ो की संख्या में श्रद्धालु भगवान भोलेनाथ की ओपन प्रतिमा के दर्शन के लिए पहुंचते हैं।
80 टन लोहा और फाइबर मटेरियल से बनी प्रतिमा..
छिन्दवाड़ा के “रामेश्वरम धाम की “शिव प्रतिमा” के निर्माण में 80 टन लोहा और फाइबर मटेरियल का उपयोग किया गया है। यह प्रतिमा सदियों तक सुरक्षित रहेगी।धाम में एक बड़ा “सरोवर” वाटिका और छोटे-छोटे चार “सरोवर” भी परिसर में बनाए जाएंगे। धाम में में शिवलिंग और नंदी महाराज सहित ” गर्भगृह” मे भगवान शिव परिवार, श्री राम दरबार, श्री लक्ष्मी नारायण मंदिर,श्री राधा कृष्ण मंदिर, मां सरस्वती, श्री पंचमुखी हनुमान मंदिर, दादा जी धूनी वाले का दरबार होगा। इन मंदिरों की मूर्तियां ” वियतनाम मार्बल” की होंगी । धाम में श्रद्धालुओ के लिए प्रतिमा तक पहुंचने 31 सीढ़िया और पाथ- वे भी बनाया गया है। परिसर के निर्माण में रेड स्टोन का उपयोग किया गया है।
27 सितम्बर को धाम में ” गणेश उत्सव”
अयोध्या राम मंदिर की “सुप्रीम कोर्ट” में सुनवाई के दौरान न्यायधीशों को गर्न्थो में वर्णित तथ्यों से हतप्रभ कर देने वाले संत ” तुलसी पीठाधीश्वर जगद गुरु श्री रामभद्राचार्य महाराज का “”रामेश्वरम धाम” सिहोरामाल में 27 सितम्बर को आगमन होगा । जगद गुरु यहां धाम में आयोजित ” श्री गणेश उत्सव” में “आशीर्वचन” देंगे। साहू परिवार के युवा व्यवसायी ” नवीन साहू” ने बताया कि “रामेश्वरम धाम में ” 27 सितम्बर बुधवार को ” श्री गणेश उत्सव” मनाया जाएगा। इस उत्सव में “तुलसी पीठाधीश्वर जगद गुरु श्री रामभद्राचार्य महाराज का सानिध्य मिलेगा। यहां उनके प्रवचन भी होंगे। साथ ही इस धाम के दर्शन का अवसर भी आगंतुकों को मिलेगा। धाम में “श्री गणेश उत्सव की तैयारियां की जा रही है।