समान नागरिक संहिता भी आएगी और जनसंख्या नियंत्रण कानून भी लागू होगा, मटियामेट हो जाएंगे सनातन विरोधी
चौरई में चल रही श्री राम कथा में सनातन विरोधियों पर बरसे तुलसी पीठाधीश्वर जगदगुरु रामभद्राचार्य महाराज

♦छिन्दवाड़ा मध्यप्रदेश-
तुलसी पीठाधीश्वर जगद गुरु “रामभद्राचार्य” महाराज ने छिन्दवाड़ा के चौरई में चल रही रामकथा में दूसरे दिन गुरुवार को गुरवाणी में “सनातन” को लेकर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि अब “जनता” ही बताएगी कि “सनातन” धर्म नही “सनातन” का विरोध करने वाले “बीमारी” है। यहां सनातन नही सनातन का विरोध करने वाले समाप्त होंगे। “उदय निधि” के बयान को लेकर जगदगुरु खासे नाराज थे । उन्होंने यह भी कहा कि एक बार और जनता का “आशीर्वाद” चाहिए फिर भारत मे “समान नागरिक संहिता” भी लागू होगी। “जनसंख्या नियंत्रण कानून” भी लागू होगा। इतना ही नही गौ- वध बंद होगा और गौ- माता को “राष्टीय धरोहर” होगी। उन्होंने कहा कि “रामचरित मानस” राष्ट्रीय ग्रंथ होगा और भगवान “राम” राष्ट्रीय नेता होंगे।
तुलसी पीठाधीश्वर जगद गुरु “रामभद्राचार्य” महाराज यही नही रुके उन्होंने कहा कि मैं ” भाजपा ” का एजेंट नही हूँ “धर्माचार्य हूँ और जब धर्म के विरुद्ध कार्य होगा तो मैं ” महाकाल” बनकर टूट पडूंगा। यह लड़ाई मोदी – सोनिया, एन डी ए – इंडिया और कमलनाथ – शिवराज की नही है। यह लड़ाई धर्म- अधर्म की है। उन्होंने कहा कि मैं ” कमलनाथ को भी जानता हूं हनुमान भक्त हैं लेकिन मुझे तकलीफ है कि उन्होंने ने भी “उदयनिधि” के बयान को लेकर कुछ नही कहा वे एक बार कह देते कि “उदयनिधि” ने जो कहा वह गलत है तो मुझे खुशी होती।
तुलसी पीठाधीश्वर जगद गुरु “रामभद्राचार्य” महाराज ने कहा कि “सनातन” का विरोध करने वालो को ” मटियामेट” होना पड़ेगा। उदय निधि ने इतना बड़ा अनर्थ किया है और किसी भी जवाबदार नेता ने कुछ नही कहा है। सब सनातन धर्म की “रोटी” खाते हैं। उन्होंने कहा कि इस मामले में “शंकराचार्य” और ” “महामंडलेश्वर” के बयान भी नही आए हैं। आचार्य और संत इसलिए नही होते हैं कि अपने चेलों से पूजे जाए और “आसन” पर बैठकर “संतगिरी” करे। संत और आचार्य वह होता है जो धर्म को बचाने के लिए टूट पड़े और फिर जो होगा देखा जाएगा।