450 में चाहिए रसोई गैस सिलेंडर, तो लाड़ली बहनों को देना होगा उपभोक्ता नंबर और कनेक्शन आइडी
950 में ही मिलेगा सिलेंडर, खाते में आएगी 500 रुपए की राशि

-MP STATE LADLI BAHANA YOJNA-
♦भोपाल मध्यप्रदेश-
मध्य प्रदेश में करीब 97 लाख “लाड़ली बहनों”को 450 रुपये में “रसोई गैस सिलेंडर” मिलेगा। इसके लिए पोर्टल में पंजीयन का कार्य शुरू हो गया है। पंजीयन के लिए लाड़ली बहनों को उपभोक्ता नंबर और कनेक्शन आइडी देनी होगी। योजना में उज्जवला योजना की 82 लाख उपभोक्ता के अलावा मुख्यमंत्री लाड़ली बहना योजना में पंजीकृत लगभग 15 लाख एलपीजी कनेक्शनधारी लाडली बहना के भी पात्र होने का अनुमान है। उज्जवला योजना की हितग्राही लाड़ली बहनो सहित कुल 97 लाख लाड़ली बहनोें को रसोई गैस योजना का लाभ प्रदेश की सरकार देने जा रही है।
प्रदेश में एक करोड़ 97 लाख घरेलू रसोई गैस कनेक्शन हैं। इन्हें गैस एजेंसी को गैस सिलेंडर भरवाने पर पूरी राशि देनी होगी। केंद्र सरकार के अनुदान और राज्य द्वारा निर्धारित विक्रय दर 450 रुपये को कम करने के बाद जो राशि बचेगी, उसे हितग्राही के आधार से लिंक खाते में बतौर अनुदान अंतरित किया जावेगा। योजना के लाभ उन्हीं महिलाओं को मिलेगा, जिनके नाम से गैस कनेक्शन होगा।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने पहले यह घोषणा की थी कि सावन में जिन लाड़ली बहनों ने रसोई गैस सिलेंडर भरवाए हैं, उन्हें 450 रुपये का अनुदान दिया जाएगा। इसे विस्तार देते हुए अब यह व्यवस्था कर दी गई है कि एक सितंबर से प्रधानमंत्री उज्जवला और मुख्यमंत्री लाड़ली बहना योजना में पंजीकृत वे महिलाएं, जिनके नाम से रसोई गैस कनेक्शन हैं, उन्हें 450 रुपये में रसोई गैस उपलब्ध कराई जाएगी। शेष अंतर की राशि अनुदान के रूप में दी जाएगी।
“उज्जवला योजना”में दो सौ रुपये का अनुदान केंद्र सरकार दे रही है। प्रतिमाह एक सिलेंडर पर ही यह अनुदान मिलेगा। इसके लिए उपभोक्ता को पहले आयल कंपनी द्वारा निर्धारित दर का भुगतान कर सिलेंडर भरवाना होगा। इसके बाद केंद्र सरकार के अनुदान और प्रदेश सरकार की घोषणा के अनुसार 450 रुपये को कम करके शेष अंतर की राशि लगभग 500 रुपए आधार लिंक खाते में जमा की जाएगी।
हितग्राहियों की पहचान का काम सभी आयल कंपनियां से प्राप्त डेटा के आधार पर किया जाएगा। पंजीकृत हितग्राहियों की जानकारी 25 सितंबर से पोर्टल पर प्रदर्शित होगी। योजना पर वार्षिक 1,200 करोड़ रुपये का वित्तीय भार आने का अनुमान है।
ऐसे होगा पंजीयन…..
मुख्यमंत्री लाड़ली बहना योजना के पोर्टल पर ऐसी बहनों का पंजीयन किया जाएगा, जिनके नाम पर कनेक्शन है। इसमें प्रधानमंत्री उज्जवला योजना की लाभार्थी भी हैं। पंजीयन उन सभी केंद्रों पर होगा, जहां लाड़ली बहना योजना का पंजीयन होता है। पंजीयन के लिए उपभोक्ता नंबर और कनेक्शन आइडी देनी होगी।
ऐसे होगी अनुदान की गणना
आयल कंपनियों द्वारा प्रधानमंत्री उज्जवला योजना के उपभोक्ताओं के गैस कनेक्शन नंबर और उनके द्वारा माहवार भरवाए गए सिलेंडर की जानकारी खाद्य नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता संरक्षण विभाग को उपलब्ध कराई जाएगी। इसके अनुसार अनुदान की गणना करके राशि का भुगतान कंपनी के बैंक खाते में कर दिया जाएगा और फिर कंपनी द्वारा हितग्राही के बैंक खाते में अनुदान की राशि का भुगतान किया जाएगा। चार जुलाई से 31 अगस्त तक गैस सिलेंडर भरवाने वाले प्रधानमंत्री उज्जवला गैस कनेक्शनधारी उपभोक्ताओं को भी अनुदान की राशि इस प्रक्रिया से उपलब्ध कराई जाएगी। मुख्यमंत्री लाड़ली बहना योजना में पंजीकृत घरेलू गैस कनेक्शनधारी बहनों की आइडी की जानकारी आयल कंपनी का विभाग उपलब्ध कराएगा। कंपनी इस डेटा का मिलान लाड़ली बहना के डेटा से करने के बाद अंतर की राशि का भुगतान करेगी।
शिकायत के लिए बनाई आनलाइन व्यवस्था
योजना में पात्रता रखने वाले हितग्राहियों को राज्य अनुदान का भुगतान में कोई परेशानी आती है तो उसके निराकरण के लिए आनलाइन व्यवस्था बनाई गई है। योजना का क्रियान्वयन खाद्य नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता संरक्षण विभाग द्वारा किया जा रहा है।हर जिले में इसकी निगरानी “कलेक्टर” करेंगे। राज्य स्तर पर भी विभाग के प्रमुख सचिव की अध्यक्षता में निगरानी समिति बना दी गई है। समीति में आयल कंपनी के अधिकारी भी है । हितग्राहियों के पंजीयन कार्य में पंचायत एवं ग्रामीण विकास और नगरीय विकास एवं आवास विभाग के कर्मचारियों को लगाया गया है।