सौसर के भीलापार में चल रही “मैगनीज” की अवैध खदान, जंगल के रास्ते महाराष्ट्र भेजा जा रहा खनिज
करोड़ो की खनन मशीनों और मजदूर लगाकर धड़ल्ले से खनन कर रहा माफिया, खनिज विभाग शिकायत के बाद भी नही पहुंचा

-Metro City News-
♦ छिन्दवाड़ा मध्यप्रदेश –
जिले का खनिज विभाग खनिजों के “अवैध उत्खनन” पर लगाम नही लगा पा रहा है। एक ही दिन में जिले से करोड़ो की रेत का बारा – न्यारा तो हो ही रहा है वही सौसर क्षेत्र में “कच्ची ढाना” मैगनीज खदान के बाद ” भीलापार” से रोज लाखों का “मैगनीज” पार हो रहा है। यहां अवैध रूप से मैगनीज की खदान चल रही है। जिसका कोई ठेका है ना ही रॉयल्टी कट रही है। खनन माफिया खनिज विभाग की मिली भगत से धड़ल्ले से अवैध उत्खनन कर मैगनीज महाराष्ट्र के प्लांटों में भेज रहा है। इससे जिले को खनिज राजस्व को करोड़ो की क्षति हो रही है। शिकायत के बाद भी खनिज विभाग यहां कार्रवाई के लिए नही पहुंचा है।
जानकारी के अनुसार जिले में केवल “सौसर” क्षेत्र ही ऐसा है जहां मैगनीज पाया जाता है। यहां “कच्ची ढाना” में मैगनीज की खदान वर्षो से है। इस खदान को चलाने वाली महाराष्ट्र की कम्पनी यहां खनिज लीज का उलंघन करती है।खनिज विभाग यह मामला भी हल नही कर पाया है और अब ” भीलापार” क्षेत्र में “अवैध उत्खनन” का यह नया मामला शुरू हो गया है।खनिज विभाग ने यहां सर्वे कराकर नई मैगनीज लीज देने की योजना बनाई थी ताकि जिले का खनिज राजस्व बढ़े किन्तु “खनन माफिया” खनिज विभाग से दो कदम आगे है।
सौसर के ही “कच्ची ढाना” से लगे ” भीलापार” फ़ॉरेस्ट क्षेत्र से में मैगनीज की अवैध खदान चल रही है। यहां से रोज बिना किसी रॉयल्टी के अवैध उत्खनन कर लाखो रुपयों का खनिज महाराष्ट्र भेजा जा रहा है। लंबे समय से यह सिलसिला चल रहा है। माफिया अब तक यहां से करोड़ो का “मैगनीज” निकाल चुका है। भीलापार गांव में खसरा नंबर 83 एवं 84 में यह अवैध उत्खनन लगातार हो रहा है। बताया गया कि मैगनीज खनन को लेकर इस खसरे पर पर मैगनीज खदान खोलने की खनिज विभाग से कोई अनुमति नहीं दी गई है। यहां के तथाकथित नेताओ के संरक्षण में यह सब कुछ हो रहा है।
सौसर तहसील के भीलापर में खसरा नंबर 83 एवं 84 पर मैगनीज खदान खोलने के लिए गत 3 नवम्बर 2009 को मध्यप्रदेश सरकार ने एक फर्म अपने आदेश 3–4/ 2009 /12 /2 में खदान आवन्टित की थी किन्तु फर्म ने ख़दान मे फ़ॉरेस्ट क्लीयरेंस ना होने से काम चालु नही किया था। इस बीच यहां ” मैगनीज माफिया” ने अवैध खनन शुरू करा दिया। जिसको लेकर खनिज विभाग ने कोई कार्रवाई ही नही की जब फर्म को उसकी लीज पर अवैध उत्खनन का पता लगा तब फर्म ने हाई कोर्ट जबलपुर में याचिका दायर की। जिसका केस नंबर WP/ 28621 / 2022 है। अभी न्यायालय में यह मामला लंबित है। इसके बावजूद यहां से मैगनीज का अवैध खनन कराया जा रहा है।अवैध उत्खनन के लिए माफिया ने यहां करोड़ों की लागत की खनन मशीने और बड़ी संख्या में मजदूरो के साथ बाउंसर की फौज भी लगा रखी है। उनके भय से गांव के लोग भी खुलकर सामने ना आते हैं ना ही बोलते हैं। खनन गांव से दूर फ़ॉरेस्ट के क्षेत्र में चल रहा है। माफिया ने यहां सैकड़ो पेड़ों की भी बलि चढ़ा दी है।
माफिया खनन के लिए यहां सैकड़ो की संख्या में पेड़ो की कटाई भी कर चुका है।।जंगल के रास्ते से बड़े डंपरों में मैगनीज भरकर यहां से रोज नागपुर भेजा जाता है l अवैध रूप से चलाई जा रही इस मैगनीज खदान को लेकर फर्म ने खनिज विभाग के प्रमुख सचिव सहित छिन्दवाड़ा कलेक्टर, जिला खनिज अधिकारी सहित महाराष्ट्र प्रशासन के अधिकारियों और सी,सी,एफ छिंदवाड़ा को मय वीडियो के शिकायत भेजकर “अवैध उत्खनन” को रोकने और माफिया के विरुद्ध सख्त कार्रवाई की मांग की है।
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