परासिया अस्पताल में रंगीन मिजाज बी एम ओ , महिला कर्मियों से फोन पर पूछता है निजी बाते
सात महिला कर्मियों ने एस डी एम को दी है लिखित शिकायत

निजी क्लीनिक पर भी बुलाने का है आरोप …?
♦छिन्दवाड़ा मध्यप्रदेश –
छिन्दवाड़ा का स्वास्थ्य विभाग जिले के सबसे ज्यादा भ्र्ष्ट विभाग है। जिला स्वास्थ्य अधिकारी का विभाग पर नियंत्रण नही है जिसका सीधा असर जिले की स्वास्थ्य सेवाओं पर है।बात बी एम ओ की की जाए तो एक बी एम ओ एक महिला से नॉकरी लगाने के नाम और 15 लाख की रकम लिए बैठा है दूसरा बी एम ओ जिंदा मरीज को मृत बता देता है तीसरा बी एम ओ रिश्वत लेते हुए पकड़ा जाता है चौथा बी एम ओ रंगीन मिजाज है विभाग में ऐसे 11 बी एम ओ है जिनके अलग – अलग किस्से कहानी है।
ताजा मामला परासिया ब्लाक के बी एम ओ डॉक्टर प्रमोद वाचक का है जिनकी रंगीन मिजाजी से विभाग की नर्स सहित महिला कर्मचारी परेशान हैं। महिला सरकारी कर्मचारी के साथ व्यवहार को को लेकर सिविल संहिता होने के बावजूद विभाग उनकी शिकायतों के प्रति गंभीर नही है।ऐसे में महिला कर्मियों ने मोर्चा लेकर अब सीधे परासिया के सब डिविजनल मजिस्ट्रेट को शिकायत कर जांच और कार्रवाई की मांग की है ।
शिकायत में महिला कर्मियों ने कहा है कि विवादित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र परासिया के खंड चिकित्सा अधिकारी डॉ प्रमोद वाचक लगातार स्टॉफ़ की महिला कर्मचारी को परेशान कर रहे है। उनके अमर्यादित व्यवहार को लेकर महिला कर्मचारियों में आक्रोश है। सात महिला कर्मचारियों ने एसडीएम के समक्ष पेश होकर दिए ज्ञापन में कहा कि बीएमओ मोबाइल पर फोन कर उनकी निजी बातें बताने को कहते हैं। बेवजह वीडियो कॉलिंग भी करते हैं। इसके अलावा उ अपने निजी क्लीनिक में बुलाते हैं। कुछ दिन पूर्व एक स्टाफ की नर्सों के साथ भी डॉक्टर बाचक के द्वारा अमर्यादित व्यवहार किया गया है ।जिसकी शिकायत उन्होंने विधायक से की विधायक सोहन वाल्मीकि ने इस मामले को लेकर मुख्य स्वास्थ्य अधिकारी कलेक्टर एवं स्वास्थ्य संचनालय को पत्र लिखा था। जिसकी जांच भी चल रही है इसके बावजूद उनके व्यवहार में कोई सुधार परिलक्षित नही है । डॉक्टर शराब और शवाब के शौकीन बताए गए हैं। विभाग की महिला कर्मियों ने बी एम ओ पर कार्रवाई कर तत्काल उन्हें हटाने की मांग रखी है।
कुछ महिला कर्मचारियो के परिजन परिजनो ने परासिया अस्पताल पहुंचकर डॉक्टर वाचक की जमकर खबर ली है। इस दौरान असोटाल में काफी हंगामा भी हुआ है ऐसे मे किसी दिन अस्पताल में बड़ा विवाद भी हो सकता है। महिला कर्मी अब शिकायत के बाद डॉक्टर वाचक पर कार्रवाई की राह तक रही है और डॉक्टर है कि महिला कर्मियों की शिकायत को गलत साबित करने के प्रयास में है।
बी एम ओ के खिलाफ जांच शुरू..
सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र परासिया के खंड चिकित्सा अधिकारी प्रमोद वाचक के खिलाफ स्वास्थ्य विभाग ने जांच शुरू कर दी है। सोमवार को जिला अस्पताल छिंदवाड़ा से दो स्वास्थ्य अधिकारी डॉ अर्चना कैथवास एवं डॉ विनोद गुनाटे जांच अधिकारी बनाए गए हैं। दोनो ने सोमवार को सिविल अस्पताल चांदामेटा की सातों महिला कर्मचारियों से पूछताछ कर बयान लिए है। मामले में डॉ प्रमोद बाचक के बयान भी दर्ज किए गए हैं। कलेक्टर छिन्दवाड़ा के आदेश पर यह जांच हो रही है।