जुनारदेव विधायक सुनील उइके के कालेज में अवैध कब्जे की जांच करने पहुंची अधिकारियों की टीम
परासिया के न्यूटन रोड पर है विधायक का बादलभोई कालेज
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वन विभाग की जमीन पर है अवैध कब्जे का आरोप
- कालेज के भीतर की जमीन में है वन विभाग की जमीन का मुनारा?
मुकुन्द सोनी ♦छिन्दवाड़ा मध्यप्रदेश –
अपनी अर्निंग को लेकर चचित जुन्नारदेव के कांग्रेस विधायक सुनील उइके का परासिया में न्यूटन रोड पर स्थित बादलभोई कालेज जमीन को लेकर विवादों में है।विधायक पर आरोप है कि उन्होंने कालेज से लगी वन विभाग की जमीन पर अवैध कब्जा किया है। शिकायत पर उनके कालेज की जमीन की नपाई हो रही है।वन और राजस्व विभाग के अधिकारियों की टीम ने कॉलेज पहुंचकर कालेज की जमीन की नाप – जोख कर ली है और अब रिपोर्ट तैयार की जा रही है कि कॉलेज के नाम पर कितनी सरकारी जमीन दबाई गई है। आम लोगो के अतिक्रमण तो प्रशासन तत्काल ही बिना कोई सूचना ,नोटिस और व्यवस्थापन के हटा देता है तो क्या परासिया में विधायक के कॉलेज का अतिक्रमण हटेगा या फिर बस मामला रिपोर्ट तक ही सीमित रहेगा। जमीन की नपाई के बाद अब परासिया की आम जनता की टकटकी प्रशासन पर लगी है।
बताया गया कि विधायक जी ने कॉलेज तो काफी पहले बनवा लिया था लेकिन विस्तार प्रदेश में 15 माह रही कांग्रेस की कमलनाथ सरकार के दौरान हुआ है । विधायक भी कांग्रेस के सरकार भी कांग्रेस की और कमलनाथ जैसे दिग्गज नेता मुख्यमंत्री तो किसी अधिकारी की कभी हिम्मत भी नही हुई कि कॉलेज में झांक ले या कोई जांच कर ले लेकिन अब तो लिखित में शिकायते है और भाजपा के नेताओ का दवाब भी तो कालेज की जमीन की नपाई तो हो चुकी है। अब देखना है कि प्रशासन यहां कब बुलडोजर लेकर पहुंचता है।
बताया गया कि वन विभाग और राजस्व की टीम कॉलेज पहुंची थी ।टीम ने कालेज परिसर मे वन विभाग की जमीन का मुनारा पाया है । कालेज पर पहले से ही वन विभाग की जमीन पर अतिक्रमण करने के आरोप हैं। पुर्व में जांच भी हुई है लेकिन कोई कार्रवाई नही ।
माया वाडी ग्राम पंचायत के पंच राजेंद्र डेहरिया ने मुख्यमंत्री, लोकायुक्त से लेकर एस डी एम और कलेक्टर को कालेज की जमीन में वन विभाग की जमीन का मुंनारा होने की शिकायत की है । मुनारा ही वह चिन्ह है जिससे राजस्व हो या वन अपनी जमीन की पहचान और नपाई करता है।
कालेज में जांच के लिए नायब तहसीलदार राजेंद्र खम्परिया स्टाफ सहित कालेज पहुंचे थे साथ मे वन विभाग के एस डी ओ विजेंद्र खोपरागड़े वन परिक्षेत्र अधिकारी अलका भूरिया कर्मचारियों के साथ गई थी।
राजस्व और वन विभाग की टीम ने करीब पांच घंटे तक कालेज की जमीन की जांच की ।राजस्व की टीम ने राजस्व की जमीन का सीमांकन किया है वही वन विभाग ने वन की जमीन का। इस मामले को लेकर एस डी ओ का कहना था कि गूगल से सर्च कराकर वन विभाग की जमीन का और बारीकी से पता लगाया जाएगा फिलहाल जांच का कार्य चल रहा है।