एक साल की अवधि में बन जाए श्री बड़ी माता का नया मन्दिर, जगदगुरु शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद का छिन्दवाड़ा वासियो से आह्वान
12 करोड़ की है लागत ,राजस्थान के कारीगर बनाएंगे मन्दिर

शिला पूजन के बाद छोटा बाजार में मन्दिर निर्माण का श्री गणेश
♦छिन्दवाड़ा मध्यप्रदेश-
करीब 500 साल पुराने छिन्दवाड़ा छोटा बाजार के श्री बड़ी माता मंदिर का नव – निर्माण एक साल में पूरा हो जाए इसके लिए हर कोई अपना सहयोग दे। यह आह्वान जगदगुरु शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती महाराज ने मन्दिर नवनिर्माण की आधारशिला रखने के बाद छोटा बाजार में धर्म सभा को संबोधित करते हुए किया है। मंदिर ट्रस्ट ने 12 करोड़ की लागत से इसके नव निर्माण का बीड़ा उठाया है मन्दिर का नक्शा अयोध्या राम मंदिर के आर्किटेक्ट सोमपुरा ने बनाया है राज स्थान के लाल पत्थरों से यह मंदिर बनेगा। राजस्थान के ही कारीगर यह मंदिर बनाएंगे ।आधारशिला और भूमि पूजन के बाद अब यहां मन्दिर निर्माण का श्री गणेश हो गया है। ट्रस्ट निर्माण राशि सार्वजनिक सहयोग से जुटाएगा। जगदगुरु शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती महाराज ने कहा कि हाथी का मन भर और चींटी का कण भर समान है हर कोई अपनी सामर्थ्य से योगदान दे। अगले वर्ष इसी दिन मन्दिर में प्राण प्रतिष्ठा हो जाना चाहिए कोई भी योगदान से वंचित ना रह जाए भगवती ने स्वयं यह अवसर आपको दिया है।
धर्म सभा मे उन्होंने कहा कि स्थिरता नही गतिशीलता और परिवर्तन संसार का नियम है । स्थिरता और गतिशीलता के बीच संतुलन धर्म के बिना संभव नही है। ब्रम्हा जब सृष्टि बना रहे थे तब उनकी रचना भी नष्ट हो जा रही थी उन्होंने भगवान से स्थिरता के लिए प्रार्थना की तब भगवान ने ब्रम्हा को कहा कि जो बना रहे हो उसमें धर्म डालिए तो वह स्थिर हो जाएगी इसलिए जब धर्म जब हमारा स्वभाव बन जाता है तब सारा संसार प्रतिश्ठित हो जाता है । धर्म ही सदा रहता है यही सनातन धर्म है। सनातन धर्म ही सदा से है सनातन अर्थात जो पहले था आज भी है और कल भी रहेगा इसलिए जो सनातन के साथ जुड़ेगा वह हमेशा रहेगा। धर्म केवल सनातन है बाकी सब धर्म के आभास मात्र है। वैसे ही जैसे फ़ोटो कॉपी और ओरिजनल। हम 500 साल पुराने बड़ी माता मंदिर की जगह नया मन्दिर बना रहे हैं यह हमारा संसार धर्म के साथ हमारा तालमेल है।
उन्होंने कहा कि छाता और छत देना सबसे पुण्य का कार्य है मन्दिर का गुम्बद तीनो लोको के प्राणियों को छत देने के बराबर है। मन्दिर विद्यालय और चिकित्सालय भी होता है। मंदिर में गुरुजन आएंगे तो शिक्षा मिलेगी और देवता की सेवा से तन और मन दोनो के रोग दूर होंगे। उन्होंने कहा कि वे 9 माह बाद मन्दिर निर्माण की रिपोर्ट लेंगे और जरूरत पड़ने पर छिन्दवाड़ा में केम्प भी करेंगे।
इस अवसर पर मन्दिर ट्रस्ट ने जगदगुरु शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती महाराज के समक्ष दानदाताओ को श्री बड़ी माता का चित्र भेंट कर सम्मान किया और शहरवासियों से योगदान का आहवान किया । सभा मे मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष संतोष सोनी ने मन्दिर निर्माण की भूमिका प्रस्तुत की अरविंद राजपूत ने मन्दिर के इतिहास से लेकर नव – निर्माण के संकल्प पर प्रकाश डाला कोषाध्यक्ष अखिलेश भारद्वाज ने दानदाताओ का परिचय दिया। दानदाताओ ने शिलापूजन के बाद जगदगुरु शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती महाराज की पादुका पूजन कर आशीर्वाद लिया तरुण जैन ने मंच संचालन किया राजू चरनागर ने आभार प्रदर्शन किया । ट्रस्ट के गौरव सोनी ,नीरज गुप्ता ,प्रेमशंकर जायसवाल, द्वराका सोनी ,गोलू बादूले, सुशील सोनी ,राकेश चौरसिया, राजेन्द्र आचार्य ,राजेश चौरसिया ,अन्नु सोनी सहित समस्त सदस्यो ने व्यवस्था संभाली ।
धर्म सभा मे दानदाताओं और जिले के साधु – संतों सहित सहित श्री बड़ी माता मंदिर के पुजारी राम लाल तिवारी, राजा तिवारी ,रूपेश तिवारी, श्री राम मंदिर के पुजारी नंद किशोर शास्त्री ,अनगढ़ हनुमान मंदिर के महंत नागेंद्र ब्रम्हचारी ,प्रदेश शासन के वन मंत्री विजय शाह ,भाजपा जिला अध्यक्ष विवेक साहू बंटी, प्रदेश कांग्रेस के उपाध्यक्ष गंगा प्रसाद तिवारी , एस डी एम अतुल सिंह, निगम कमिश्नर राहुल सिंह, दारा जुनेजा, अभय दुग्गड़ मुकुल सोनी ,विकास चौरसिया ,हरिओम चौरसिया के साथ ट्रस्ट के समस्त सदस्यो सहित बड़ी संख्या में श्रद्धालुजन उपस्थित थे।