परासिया में कुएं में गिरने से बुझ गए दो घरों के चिराग, पांच – पांच साल के दो मासूमों की मौत
शाम को गए थे नहाने, कुंआ खाली करवाकर रात दस बजे निकाले शव
♦छिन्दवाड़ा मध्यप्रदेश-
छिन्दवाड़ा के कोयला अंचल परासिया के ” बी जे साइडिंग” में एक कच्चे बिना बाउंड्रीवाल के कुएँ में गिरने से दो घरों के “चिराग” बुझ गए हैं। मृत मासूमों की उम्र मात्र पांच- पांच साल की है। दोनो अपने घर से कुछ दूरी पर स्थित इस कुएं में परिवार जनों को बताए बिना नहाने चले गए थे। परासिया पुलिस ने घटना की खबर पर शनिवार की रात ही कुंआ खाली कराया और बच्चो के शव बाहर निकाले।
जानकारी के अनुसार परासिया बी जे साइडिंग क्षेत्र में रहने वाले अमित धुर्वे का पांच वर्षीय पुत्र “अंश” और रामकृष्ण सूर्यवंशी का पुत्र “रूपेश” दोनो मोहल्ले में ही साथ खेल रहे थे कि बच्चों को जाने क्या सूझी कि वे घर से ही कुछ दूरी पर बने “कुँए” में नहाने चले गए। दोनों को कुछ अंदाज नही था कि कुंआ कितना गहरा है। दोनो को तैरना भी नही आता था। कुंआ मिट्टी का बिना बाउंड्रीवाल का है। जब बच्चे कुँए के पास पहुंचे तब वहां कोई नही था। ऐसे में बच्चे कब कुंए में समा गए किसी को पता ही नही चल पाया।
जब बच्चे शाम को घर नही लोटे तब उनके माता- पिता और परिजनों ने उनकी तलाश की तो दोनो बच्चो के कपड़े कुएं के पास मिले। कपड़े मिलते ही दोनों के माता- पिता पर ” कहर” टूट पड़ा। घटना की खबर तत्काल ही परासिया पुलिस को दी गई। परासिया एस डी ओ पी जितेंद्र जाट और टी आई जिगोतिन मसराम मौके पर पहुंचे। पुलिस ने कुआ खाली कराने की व्यवस्था की। रात जरीब 10 बजे दोनों बच्चों के शव कुंए से निकाले गए।
यहां अवैध रूप से ईंट भट्ठे चलते हैं। ईंट बनाने के लिए यह कुआ बनाया गया था जिसमे सुरक्षा के कोई उपाय नही थे। राज्य शासन ने इंदौर की घटना के बाद आदेश दिए थे कि नगर पालिका क्षेत्र हो या पंचायत कोई भी कुंआ बिना बाउंड्रीवाल का नही होना चाहिए। इसके लिए सर्वे कर कार्रवाई के आदेश भी थे किंतु कोयलांचल के अधिकारियों को कहा फुर्सत है कि वे अपनी ही सरकार के आदेश का पालन करवा सके। दो मासूमो की मौत ने यहां एक बार फिर सवाल खड़े कर दिए हैं। दोनो अपने माता- पिता के इकलौते थे। दोनों परिवार बच्चो की मौत के सदमे में है और पूरे क्षेत्र में मातम पसरा है।