छिन्दवाड़ा के सिमरिया धाम में ” लाखों” श्रद्धालुओ का महाकुंभ, पंडित प्रदीप मिश्रा सुना रहे शिव महापुराण
कथा सुनने महाराष्ट सहित मध्यप्रदेश के अनेक जिलों के श्रद्धालुओं का डेरा

शनिवार 9 सितंबर को होगा “शिवमहापुराण” कथा का समापन
#Pandit Pradeep Mishra Sihor Vale In Chhindwara MP
♦छिन्दवाड़ा मध्यप्रदेश-
छिन्दवाड़ा का “सिमरिया धाम” इन दिनों “लाखों” शिव भक्तों का “महाकुंभ” है। यहां पंडित प्रदीप मिश्रा सीहोर वाले पांच दिवसीय” शिव महापुराण” कथा प्रवचन कर रहे हैं। उन्हें सुनने और “शिवमहापुराण” के रहस्यों को जानने यहां बरसात के बावजूद “लाखो” की संख्या में “श्रद्धालुओ” का डेरा है। ना केवल छिन्दवाड़ा बल्कि मध्यप्रदेश सहित महाराष्ट्र के अनेक जिलो के श्रद्धालुओ छिन्दवाड़ा से 17 किलोमीटर दूर सिमरिया में बने कथा पंडाल पहुंचते हैं। पंडाल का आलम यह है कि कथा समाप्त होने के बाद अगले दिन की “कथा” के लिए यहां हजारो की संख्या में श्रद्धालु पंडाल में ही ठहर रहे हैं।
छिन्दवाड़ा में शिवभक्ति का यह अदभुद नजारा देखकर पंडित प्रदीप मिश्रा भी गद- गद है। शुक्रवार को कथा में उन्होंने कहा कि छिन्दवाड़ा प्राकृतिक खूबसूरती से भरा पड़ा है। यहां जो भी संत आएगा उसके “मन” मे यह भाव जरूर आएगा कि उसका भी एक “धाम” छिन्दवाड़ा में होना चाहिए। उन्होंने श्रद्धालुओ को शिवलिंग पूजा और व्रतों के विधान बताए। साथ ही विधानों से अपने जीवन के ” विध्न” पर विजय पाने वाले भक्तों के ” मार्मिक” पत्र भी पढ़े। इनमे एक महिला को शादी के 10 साल बाद “पुत्र रत्न” की प्राप्ति ,एक महिला के गर्भाशय की ” गांठ” बिना ऑपरेशन ही ठीक हो जाने सहित अन्य पत्रों को पढ़कर उन्होंने कहा कि भगवान भोले नाथ सबकी सुनते हैं। एक लोटा जल हर समस्या का हल है। आप जहां भी जिस भी शिवालय में एक लोटा जल शिवलिंग पर अर्पित करते हैं यह जल ही आपको भोलेनाथ से जोड़ता है।
पंडित प्रदीप मिश्रा ने कहा कि एक मुखी व्यक्ति और एक मुखी रुद्राक्ष बड़ी मुश्किल से मिलता है। एक मुखी रुद्राक्ष केवल उसी व्यक्ति को फलता है जो एक मुखी है। उन्होने भगवान भोलेनाथ के भजन भी सुनाए और महामंत्र ” श्री शिवाय नमोस्तुभ्यम” का जाप भी करवाया साथ ही भगवान शिव- पार्वती के ” “अमरावती” प्रवास की कथा का विवेचन बताया।
कथा को चार दिन हो चुके हैं। अब 9 सितंबर शनिवार को कथा का समापन होगा। कथा में आज पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ पूरे समय मौजूद रहे। अपने उदबोधन में उन्होंने पहले और आज के छिन्दवाड़ा की बात की। 5 सितंबर से जिले में हो रही बारिश को किसानों के लिए फायदेमंद बताते हुए उन्होंने कहा कि पहले छिन्दवाड़ा “सोयाबीन” उत्पादन में नंबर-1 था अब “मक्का” के उत्पादन में नंबर-1 है। पंडाल में लाखों की संख्या में श्रद्धालुओं की उपस्थिति बता रही है कि छिन्दवाड़ा शिव भक्ति में रमा है। व्यवस्था को लेकर यहां पुलिस को ट्रैफिक और नगर निगम को सफाई व्यवस्था के लिए खासी मशक्कत करना पड़ रहा है। यहां भंडारा से लेकर बैठक व्यवस्था में कांग्रेस कार्यकर्ताओं की टीम भी लगी हुई है।