देश की नई संसद : टाटा लिमिटेड प्रोजेक्ट ने राजधानी दिल्ली में 970 करोड़ की लागत से बनाया है नया भवन
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 28 मई रविवार को करेंगे उदघाटन
![](https://metrocitymedia.in/wp-content/uploads/2023/05/IMG_20230527_171020.jpg)
-
कमल थीम पर बनी है राज्य सभा
-
मोर थीम पर बनी है लोकसभा
-
सेंट्रल लाउंज में लगाया गया है बरगद का पेड़
♦Metro City Media-
New Dehli –
करीब 100 साल बाद देश का पुराना संसद भवन मई को रिटायर हो जाएगा।देश की राजधानी दिल्ली में . संसद का नया भवन बनकर तैयार है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रविवार 28 मई को इसका उद्घाटन करेंगे।
पुराना संसद भवन गोल है. लेकिन नए संसद भवन का आकार तिकोना है. इसके इंटीरियर में तीन राष्ट्रीय प्रतीक कमल, मोर और बरगद का पेड़ शामिल किया गया है। नई बिल्डिंग को इसी तीनों थीम पर बनाया गया है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रविवार को नए संसद भवन का उद्घाटन करेंगे। कार्यक्रम की शुरुआत सुबह हवन से होगी जहां शैव संप्रदाय के महायाजक औपचारिक राजदंड ‘सेंगोल’ को पीएम मोदी को सौंपेंगे. ‘सेंगोल’ को लोकसभा स्पीकर की कुर्सी के पास स्थापित किया जाएगा।
नए संसद भवन के बीचोंबीच कॉन्स्टिट्यूशन हॉल है इसके ऊपर अशोक स्तंभ लगा है. कॉन्स्टिट्यूशन हॉल के एक तरफ लोकसभा और उसका सेरेमोनियल एंट्रेंस है. दूसरी तरफ राज्यसभा और उसका सेरेमोनियल एंट्रेस है। लोकसभा की थीम राष्ट्रीय पक्षी मोर पर रखी गई है. ये हाई क्वालिटी ऑडियो-वीडियो से लैस है. यहां हर डेस्क पर इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस लगी हैं. लोकसभा में 888 सांसदों के बैठने की व्यवस्था है. हालांकि, नई संसद में सेंट्रल हॉल नहीं है. ऐसे में संसद का संयुक्त अधिवेशन भी लोकसभा में आयोजित किया जाएगा।
राज्यसभा की थीम राष्ट्रीय फूल कमल पर आधारित है। ये हॉल में ऑडियो-वीडियो से लैस है यानी हर डेस्क पर इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस लगी हैं । यहां 394 सांसदों के बैठने की व्यवस्था है लोकसभा और राज्यसभा की कार्यवाही देखने के लिए बड़ी बड़ी दर्शक गैलरी भी बनाई गई हैं.
कॉन्स्टिट्यूशन हॉल के तीसरी तरफ सेंट्रल लाउंज है. यहां सांसदों के बैठने, खाने-पीने का इंतजाम है. यहां एक ओपन स्पेस है, जहां बरगद का पेड़ लगाया गया है. नई बिल्डिंग के बाकी हिस्सों में मंत्रियों के दफ्तर और कमेटी रूम बनाए गए हैं
नया संसद भवन फाइव स्टार प्लेटिनम रेटेड है. इसमें सभी तरह के स्मार्ट फीचर्स लगे हैं. इस बिल्डिंग को सबसे ज्यादा सिस्मिक जोन-5 के पैरामीटर पर 150 साल की जरूरत को ध्यान में रखते हुए तैयार किया गया है.
पीएम मोदी ने साल 2020 में 10 दिसंबर को नई संसद भवन की आधारशिला रखी थी. इसे बनाने की कुल लागत 970 करोड़ रुपये खर्च किए है. इसे टाटा लिमिटेड प्रोजेक्ट्स ने बनाया है.