नगर निगम छिन्दवाड़ा: 23 साल बाद पालिका मार्केट के तलघर से हटा “अग्रवाल ब्रदर्स” का कब्जा, अब पार्किंग जोन बनाएगा निगम
हाई कोर्ट के फैसले से निगम को वापस मिली करोड़ो की संपत्ति

♦ छिन्दवाड़ा मध्यप्रदेश-
छिन्दवाड़ा सिटी में 23 साल पहले दिल्ली के पालिका मार्केट की तर्ज पर बनाया गया ” पालिका मार्केट” का “तलघर” हाई कोर्ट के आदेश से अब वापस नगर निगम को मिल गया है। नगर पालिका के जमाने मे इसे मात्र 35 माह के लिए नगर के “अग्रवाल ब्रदर्स” को किराए पर दिया गया था। इस अनुबंध को तत्कालीन कलेक्टर निकुंज श्रीवास्तव ने सन 2009 में रद्द कर दिया था। जिसके बाद ” तलघर” पर अग्रवाल ब्रदर्स का कोई कब्जा नही रह गया था लेकिन अग्रवाल ब्रदर्स के सुरेश अग्रवाल ने यह मामला हाई कोर्ट तक ले जा लिया था।
मामला कोर्ट में होने से करीब 10 हजार वर्ग फीट के “तलघर” का कोई उपयोग नगर पालिका कर पाई ना ही नगर निगम यहां बढ़ते शहर की बढ़ती जरूरत में कुछ कर पा रहा था। दरअसल पालिका मार्केट बनाने वाले ” ठेकेदार” ने इसका निर्माण वैसा नही कर पाया था जैसा की ” नक्शा” बनाया गया था। पालिका मार्केट का यह तलघर यहां पार्किंग के लिए भी नही था बल्कि तकघर में भी मार्केट बनना था जिसका अंदर ग्राउंड मार्ग चार तरफ खुलना था कि लोग इस अंडर ग्राउंड मार्ग से भी आवागमन कर सके। जैसा कि दिल्ली के “पालिका मार्केट” में है। हालांकि वर्तमान में यहां मार्केट में 60 से ज्यादा दुकानें है। यहां दुकानों में अवैध कब्जे, बिना अनुमति निर्माण की शिकायतें भी है। तलघर के हाल बुरे है।
मार्केट का निर्माण सही ना होने पर ही तत्कालीन नगर पालिका ने इस तलघर को व्यावसायिक उपयोग के लिए “अग्रवाल ब्रदर्स” को किराए पर दिया था। तत्कालीन कलेक्टर निकुंज श्री वास्तव ने शहर को व्यवस्थित करने के प्रयास में “तलघर” में ” पार्किंग जोन” बनाने के आदेश दिए थे और अग्रवाल ब्रदर्स का किराए अनुबंध रद्द कर दिया था। इसके बाद से अब तक तलघर का कोई उपयोग ही नही हो पाया है। तलघर में कचरा गंदगी भरी पड़ी है। नगर निगम को नए सिरे से योजना तैयार कर इसे अपडेट करना होगा तब कही जाकर इसका बेहतर उपयोग हो सकेगा। अब तलघर की भी मार्केट वेल्यू यहां करोड़ो में है।
जबलपुर उच्च न्यायालय ने नगर निगम के लंबित इस ” तलघर” प्रकरण में ” तलघर” वापस नगर निगम को देने के आदेश दिए हैं। निगम कमिश्नर राहुल सिंह और कार्यपालन यंत्री ईश्वरी चंदेली ने ” तलघर” प्रकरण की समीक्षा के बाद इस मामले में कोर्ट में जवाब पेश करवाया और लगातार सुनवाई में उपस्थित होकर निगम का पक्ष रखा जिससे शहर के मध्य बाजार में स्थित करोड़ो की मार्केट वैल्यू का यह तलघर निगम को कोर्ट के आदेश से वापस मिला है। इससे ना केवल तलघर बल्कि पूरे मार्केट के कायाकल्प का रास्ता भी खुला है। कोर्ट के आदेश के बाद निगम ने तलघर अपने आधिपत्य में ले लिया है
इस कार्यवाही के दौरान प्रभारी कार्यपालन यंत्री भूपेंद्र मनवारे, उपयंत्री रोहित सूर्यवंशी, राजस्व अधिकारी साजिद खान, राजस्व निरीक्षक ऋषभ स्थापक, दुकान शाखा प्रभारी वीरेंद्र मालवी, रवि डोले, संतोष सोलंकी एवं राजेंद्र सोनी उपस्थित थे। निगम कमिश्नर राहुल सिंह ने कहा कि लंबी सुनवाई और कानूनी प्रक्रिया के बाद पालिका मार्केट का तलघर निगम के स्वामित्व में आया है। निगम इसका उपयोग पार्किंग जोन के लिए करेगा। जल्द ही इसकी योजना बनाई जाएगी।