ना “रमेश दुबे” ना ही “चौधरी चन्द्रभान” भाजपा ने चौरई में खेला लोधी दांव, “लखन वर्मा” को बनाया उम्मीदवार
छिन्दवाड़ा में भाजपा चौकाने वाली राजनीति पर , नए फैसले नए समीकरण

मुकन्द सोनी ♦छिन्दवाड़ा मध्यप्रदेश-
भाजपा ने छिन्दवाड़ा की राजनीति में बड़ा बदलाव कर दिया है। छिन्दवाड़ा अब नए “नेतृत्व” की तरफ बढ़ चला है। शनिवार को भाजपा के प्रत्याशियों की पांचवी सूची आते ही यह तय हो गया है कि छिन्दवाड़ा के चुनाव मैदान में भाजपा के दो स्थानीय दिग्गज नही होंगे।माना जा रहा था कि “चौरई” विधानसभा सीट का फैसला “रमेश दुबे” और “चौधरी चन्द्रभान” के कारण अटका है किंतु केंद्रीय नेतृत्व ने “लखन वर्मा” को टिकट देकर यहां सबको चौका दिया है।
छिन्दवाड़ा में भाजपा की राजनीति में यह फैसला भविष्य की बड़ी राजनीति की नींव रख रहा प्रतीत होता है। चौधरी चन्द्रभान और रमेश दुबे को भाजपा की राजनीति में करीब तीन दशक का लंबा समय हो चुका है। इस दौरान हुए 6 चुनाव में दोनो को तीन- तीन बार विधायक बनने का मौका भी मिला है। दोनो लगातार अपनी सीट को कायम नही रख पाए थे। एक बार जीत तो दूसरी बार हार का सामना करते आए हैं।पिछला चुनाव दोनो नेता हारे थे। इस बार भी दोनो नेता “उम्मीद” बांधे बैठे थे कि उन्हें ” वरिष्ठता” का लाभ मिलेगा किन्तु पार्टी के केंद्रीय नेतृत्व के फैसले ने चौरई में इस बार लोधी बाहुल्यता के नए समीकरण में “लखन वर्मा” पर दांव लगा दिया है। पिछले तीस साल में यह पहला ऐसा चुनाव है जिसमे दोनो मैदान में नही होंगे। छिन्दवाड़ा में लगातार ” केंद्रीय मंत्रियों” के दौरे और तैयार होती रिपोर्ट के बाद छिन्दवाड़ा को नया नेतृत्व देने कड़े फैसले लेने की अनुशंसा थी। जिसका सीधा असर अब “टिकट” के फैसलों में दिख रहा है। बडी बात यह है कि छिन्दवाड़ा विधानसभा चुनाव के इतिहास में भाजपा यहां कभी आठ सीट जीती हो सात या चार लेकिन कोई भी नेता पार्टी को “लोकसभा” का चुनाव नही जिता पाया लेकिन पार्टी अब नए फैसलों में है। भाजपा को छिन्दवाड़ा में अब “सातों” विधानसभा सीट भी जीतना है और लोकसभा भी।
चौरई में हर चुनाव में यह मांग उठती है कि “लोधी” समाज के व्यक्ति को टिकट दी जाए यहाँ तो एक बार “अजब सिंह लोधी” को टिकट देने के बाद वापस ले ली गई थी। अब पहली बार पार्टी ने यहां “लोधी” गणित का फार्मूला आजमाने का फ़ैसला लेकर “लखन वर्मा” को मैदान में उतारा है। लखन वर्मा वर्तमान में जिला पंचायत के निर्वाचित सदस्य हैं। इसके पहले भी जिला पंचायत के सदस्य रहे हैं। चौरई सीट में अब नए गणित में भाजपा ने नया मुकाबला खड़ा किया है।
फैसले का विरोध..
चौरई से लखन वर्मा को उम्मीदवार बनाए जाने के बाद रमेश दुबे समर्थक आक्रोश में है। खबर है कि दुबे समर्थकों का भाजपा जिला कार्यालय में जमावड़ा लगमे वाला है। यहां रमेश दुबे पार्टी जिला अध्यक्ष के समक्ष अपनी बात रखेंगे और संभवत उनके समर्थक पार्टी से इस्तीफा भी दे सकते हैं। वही चन्द्रभान समर्थक भी खासे नाराज हैं कि पार्टी ने छिन्दवाड़ा में पार्टी के आधार स्तम्भ कहे जाने वाले नेताओं की ही उपेक्षा कर दी है।