छिन्दवाड़ा में अब सेंट्रल नही बन रही केवल जिला जेल
बिल्डिंग बनने के बाद शहर से जेल शिफ्ट करने की है योजना

तीन साल से चल रहा बिल्डिंग का निर्माण
मुकुन्द सोनी छिन्दवाड़ा – छिन्दवाड़ा के सेंट्रल जेल प्रोजेक्ट के भी प्रदेश की सरकार ने पर क़तर दिए हैं जिला मुख्यालय से 18 किलोमीटर दूर अर्जुनबाड़ी गांव में अब केवल जिला जेल बन रही है यह जेल केवल 815 कैदियों की क्षमता वाली है इस जेल के बनने के बाद शहर में स्थित जिला जेल को नई जेल में शिफ्ट करने की योजना है शिफ्टिंग एक साल पहले ही हो जाना था किंतु बिल्डिंग ना बन पाने से मामला अटका पड़ा है जिला जेल की निर्माण लागत 127 करोड़ की है भोपाल की एक कंस्ट्रुक्शन कम्पनी इसे बना रही है कम्पनी को एक साल पहले जेल बिल्डिंग बनाकर हैंडओवर कर देना था लेकिन मोके की स्थिति बता रही है कि अभी तो एक साल का समय औऱ लग सकता है प्रोजेक्ट के छोटे होने के बाद से निर्माण की गति मंथर है मौजूदा जिला जेल अंग्रेजो के जमाने की और मात्र 200 कैदियों की क्षमता की है किंतु यहाँ 600 से ज्यादा कैदी और बन्दी है जेल की जमीन पर बस स्टैंड की दुकानें और गुमठीवाड़ा बन जाने से इस जेल के विस्तार के रास्ते वर्षो पहले ही बन्द हो गए थे इस वजह से जेल शिफ्ट करने के हालात हैं इस पुरानी जेल में कोई भी नया कंस्ट्रक्शन नही कराया जा रहा है
अर्जुनबाड़ी में जेल प्रशासन को दी है 120 एकड़ जमीन ..
शासन ने अर्जुनबाड़ी में जेल प्रशासन को 120 एकड़ जमीन दी है जेल प्रशासन ने इस जमीन को अपने पजेशन में ले लिया है इस जमीन को बाउंड्रीवाल से कवर कर अंदर नई बिल्डिंग बनवाई जा रही है नई जिला जेल में ओपन जेल भी बन रही है जिसमे कैदियों के लिए 20 क्वाटर बन रहे हैं इसके अलावा ए से एफ तक अलग -अलग बैरक ,महिला जेल सहित जेलर औऱ जेल कर्मियों के हाउस भी यहाँ बनाए जा रहे हैं जेल सुरक्षा मानक पर तैयार हो रही है किंतु निर्माण एजेंसी की लेट – लतीफी जिला जेल का भी प्रोजेक्ट पूरा नही कर पा रही है
224 करोड़ का था सेंट्रल जेल प्रोजेक्ट .
कांग्रेस की कमलनाथ सरकार में सेंट्रल जेल का यह प्रोजेक्ट बनाया गया था जिसका बजट 224 करोड़ का था इस बजट में सीधे ही 97 करोड़ की कटौती कर सेंट्रल से जिला जेल कर दिया गया है सेंट्रल जेल दो हजार कैदियों की क्षमता के मानक पर बनाई जाना था जमीन से लेकर बजट की स्वीकृति देने के बाद इसे रिड्यूस किया गया है