15 हजार करोड़ का मेगा प्रोजेक्ट: मध्यप्रदेश की पहली “मेट्रो” का इंदौर में ट्रायल रन
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने हरी झंडी दिखा कर ट्रेन में किया सफर

♦ इंदौर मध्यप्रदेश-
मध्य प्रदेश में “इंदौर” शहर से प्रदेश की पहली “मेट्रो ट्रेन” का “ट्रायल रन” शनिवार को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने स्वयं मेट्रो में बैठकर किया। उन्होंने पहले ट्रेन को हरी झंडी दिखाई और फिर ट्रेन में सवार हुए। समारोह में उन्होंने प्रदेश की जनता से वादा किया कि मेट्रो को केवल इंदौर तक सीमित नहीं रखा जाएगा बल्कि 2028 तक इंदौर को मेट्रो जरिए उज्जैन से जोड़ा जाएगा। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि हमारा संकल्प है कि 2028 के सिंहस्थ में आप इंदौर से मेट्रो में बैठकर महाकाल बाबा के दर्शन करने जाएंगे। इंदौर तेज गति से आगे बढ़ सके, इसके लिए इंदौर और आसपास के क्षेत्र को मेट्रोपॉलिटन अथॉरिटी बनाया जाएगा।
उन्होंने कहा, कि ”मेट्रो का सफर सुगम, सुरक्षित, सुविधापूर्ण और सस्ता है। सुंदर भी है और सस्टेनेबल भी है। 5-6 महीने में मेट्रो का रेगुलर संचालन प्रारंभ कर दिया जाएगा। “मेट्रो” से इंदौर का एक नया दौर प्रारंभ हो रहा है. इंदौर मेरे सपनों का शहर है। इंदौर ने टेंपो से मेट्रो तक का सफर तय कर लिया है। यहां मुख्यमंत्री बोले कि ”मध्य प्रदेश का पहला मेट्रो शहर इंदौर है। इंदौर समृद्ध और विकसित मध्य प्रदेश की गाथा कह रहा है। तेज गति से आगे बढ़ रहा है। बीच में जब दूसरी सरकार आई थी, तो काम में विलंब भी हुआ और का ठप पड़ गया था। मैं मेट्रो की पूरी टीम को बधाई देता हूं बहुत तेज गति से काम किया है. शुरू करके अंत करने की दिशा में बढ़ा दिया है। एक और संकल्प हमने लिया है. इंदौर से पीथमपुर और इंदौर से उज्जैन तक मेट्रो जाएगी।
इंदौर की मेट्रो की विशेषताएं..
इंदौर मेट्रो की गति 80 किमी प्रतिघंटा रहेगी। नेशनल कॉमन मोबिलिटी कार्ड का इस्तेमाल यात्री मेट्रो में कर पाएंगे। स्टेशन क्षेत्र में पुरुष, महिला, दिव्यांग और ट्रांसजेंडरों के लिए शौचालय की सुविधा रहेगी। स्टेशन में एस्कलेटर और लिफ्ट जैसी सुविधाएं रहेंगी।
28 मेट्रो स्टेशन बनेंगे..
इंदौर में 28 मेट्रो स्टेशन बनाए जाएंगे. इनमें गांधी नगर, सुपर कॉरिडोर 6, सुपर कॉरिडोर 5, सुपर कॉरिडोर 4, सुपर कॉरिडोर 3, सुपर कॉरिडोर 2, सुपर कॉरिडोर 1, भौरासला चौराहा, एमआर 10 रोड, आई एस बी टी, चंद्रगुप्त चौराहा, हीरा नगर, बापट चौराहा, मेघदूत गार्डन, विजय नगर चौराहा, मालवीय नगर चौराहा, शहीद बगीचा, खजराना चौराहा, बंगाली चौराहा, पत्रकार कॉलोनी, पलासिया चौराहा, रेलवे स्टेशन, राजवाड़ा, छोटा गणपति, बड़ा गणपति, रामचंद्र नगर, बी एस एफ कलानी नगर और एयरपोर्ट शामिल हैं. इंदौर मेट्रो में एक डिपो, एक रिंग येलो लाइन, सात अंडरग्राउंड और इक्कीस एलिवेटेड स्टेशन बनाए जा रहे हैं।
15 हजार करोड़ का है प्रोजेक्ट..
इंदौर मेट्रो रूट प्रोजेक्ट 12,000 करोड़ का है। मेट्रो के प्रत्येक किलोमीटर की लागत 182 करोड़ है। पूरे प्रोजेक्ट पर करीब 15,000 करोड़ के खर्च का अनुमान है। केंद्र सरकार की कैबिनेट ने इंदौर मेट्रो रूट के फेज- I, लाइन 3 को 33.53 किलोमीटर लंबा और 2018 में इसकी विस्तृत प्रोजेक्ट रिपोर्ट को अधिकृत किया था। मेट्रो रूट का निर्माण फरवरी 2019 में शुरू हुआ था। 2026 तक यह प्रोजेक्ट पूरी तरह बनकर तैयार होगा। मेट्रो में यात्रा के लिए चार कॉरिडोर हैं। वर्तमान में केवल लाइन 3 निर्माणाधीन है, बाकी अभी योजना चरण में हैं।