राजनीति: परासिया नपाध्यक्ष के खिलाफ आक्रोश, 10 माह में ही खिलाफ हो गए 10 पार्षद
♦छिन्दवाड़ा मध्यप्रदेश-
भाजपा के अध्यक्ष वाली नगर पालिका परासिया में बड़ा विस्फोट हो गया है। यहां सभापतियों सहित पार्षदों ने नपा अध्यक्ष विनोद मालवी के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। वो तो चुनाव को एक साल भी नही हुए है नही तो मामला सीधे अविश्वास प्रस्ताव तक पहुंच सकता था।
21 पार्षदों वाली परासिया नगर पालिका में 10 पार्षद भाजपा और 10 पार्षद कांग्रेस के है। एक निर्दलीय पार्षद महेश सोमकुंवर को उपाध्यक्ष बनाकर भाजपा ने यहां मात्र एक वोट से विनोद मालवी को अध्यक्ष बनाया है। अध्यक्ष के कार्यकाल को अभी 10 माह ही हुए हैं कि भाजपा के 10 के 10 पार्षद अध्यक्ष के खिलाफ हो गए हैं।सभापतियों और पार्षदों ने सामूहिक रूप से यह मामला अभी पार्टी फोरम पर रखा है।
पार्षदों के आरोप काफी गंभीर है जो विधानसभा और लोकसभा चुनाव की तैयारी में जुटी भाजपा के लिए किसी झटके से कम नही है। नगर पालिका के भाजपा पार्षद कुंती उइके, संतोष डेहरिया,आशीष जायसवाल,अनुज पाटकर,पवन सूर्यवंशी, सुषमा चौरसिया, देवेंद्र नागी, शोभा सेंगर,महेश सोमकुंवर,, शशि सतनामी है।
पार्षदों ने भाजपा के परासिया मण्डल अध्यक्ष राजेश दुबे को लिखित में अध्यक्ष की शिकायत की है। शिकायत में कहा गया है कि नगर पालिका में भाजपा की परिषद के रहते एक वार्ड का उप चुनाव भी भाजपा नही जीत सकी है। जबकि स्वयं नगर पालिका अध्यक्ष विनोद मालवी चुनाव के संचालक थे।
पार्षदों ने कहा कि अध्यक्ष मनमानी का शिकार हैं। उनकी कार्यप्रणाली से भाजपा के ही पार्षद नाराज और कांग्रेस के पार्षद खुश हैं। शिकायत में कहा गया कि-
- अध्यक्ष ने वार्ड – 15 की पार्षद शोभा सेंगर को धमकी दी कि आपके वार्ड में कोई काम नही होगा।
- नगर में भाजपा पार्षदो के वार्डो को छोड़कर कांग्रेस पार्षदो के वार्ड में कार्य प्राथमिकता से कराए जा रहे हैं।
- अध्यक्ष भाजपा पार्षदो का अपमान कर अभद्र भाषा मे बात करते हैं।
- मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा नगर पालिका को विकास कार्यो के लिए पहले 42 लाख का बजट दिया गया था ।इस बजट से वार्ड 9, 12 को छोड़कर वार्ड 3,5,6,14,17,और 20 में कार्य कराए गए जो कांग्रेस पार्षद के वार्ड है।
- इसके बाद फिर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने परासिया नगर पालिका को 1 करोड़ 9 लाख का बजट दिया था। जिसमे अध्यक्ष ने फिर वार्ड 3,10,17,18,19,में कार्य स्वीकृत किए और अकेले वार्ड -3 में 42 लाख की लागत से नाला का कार्य किया जा रहा है।
- यहां वार्ड-6 के पार्षद उप चुनाव में नपाध्यक्ष स्वयं संचालक थे किसी को कोई जवाबदारी उन्होंने दी नही और चुनाव हार गए। यहां मुख्य चुनाव में पार्टी से बगावत कर निर्दलीय चुनाव लड़ने वाले को मनमानी से टिकिट दी गई थी।
- वार्ड -21 नपा अध्यक्ष का वार्ड है वे यहां सबसे ज्यादा कार्य कराया रहे हैं। ऐसे में भाजपा के अन्य पार्षद जानबूझकर उपेक्षित किए जा रहे हैं।
भाजपा मंडल अध्यक्ष को लिखे गए इस पत्र में नाम 10 पार्षदों के है लेकिन हस्ताक्षर केवल 8 पार्षदों के है दो पार्षद संतोष डेहरिया,अनुज पाटकर के हस्ताक्षर नही है लेकिन इस पत्र ने नगर पालिका परासिया में बवाल खड़ा कर दिया है और बता भी दिया है कि नपा में सब कुछ ठीक नही चल रहा है।