छिन्दवाड़ा में खरीदी गई 5 करोड़ की कन्यादान सामग्री, गुणवत्ता पर उठे सवाल …?
प्रभारी मंत्री के आदेश पर लगी वितरण पर रोक ,जांच के दिए हैं आदेश

विवाह के बाद बिना सामग्री लिए मंडप से लौटे दूल्हा – दुल्हन
छिन्दवाड़ा मध्यप्रदेश –
मुख्यमंत्री कन्यादान योजना में नगर निगम छिन्दवाड़ा की मेजबानी में शहर के नागपुर रोड स्थित डी डी सी मैदान में सामूहिक विवाह समारोह का जिले का सबसे बड़ा आयोजन किया गया जिसमें एक हजार 334 जोड़ो का विवाह सहित करीब एक लाख लोगों को भोजन कराया गया समारोह में कांग्रेस – भाजपा के नेताओ ने एक मंच पर ही वर -वधु के एक दूजे का हाथ थामने पर खुशियां जाहिर की किन्तु यह खुशी कन्यादान के लिए लाई गई करीब 5 करोड़ की सामग्री पर सवाल से अधूरी रह गई है विवाह के बाद जोड़ो को बिना सामग्री के विवाह मंडप से रवाना कर दिया गया है कन्या को उपहार बतौर पायल बिछिया और 11 – 11 हजार के चेक ही दिए गए हैं
समारोह में मुख्य अतिथि प्रभारी मंन्त्री कमल पटेल ने भी सामग्री देखी और फिर जांच के आदेश दिये हैं उन्होंने कहा है कि जांच के बाद बेहतर गुणवत्ता की सामग्री जोड़ो के घर भेजी जाएगी योजना में कन्या को 38 हजार रुपये की घर -गृहस्थी की सामग्री दी जा रही थी जिसमे टी वी ,कूलर ,घड़ी ,पलंग ,बिस्तर ,बर्तन ,टेबिल फैन ,मंगल सूत्र ,पायल ,बिछिया सहित अन्य सामग्री है जो विवाह स्थल डी डी सी मैदान पहुंच चुकी थी
यह सामग्री टेंडर के माध्यम से बुलाई गई है इस मामले में नगर निगम कमिश्नर राहुल सिंह ने स्पष्ट किया है कि सामग्री के टेंडर नगर निगम से नही हुए हैं बल्कि जिला पंचायत के समाज कल्याण विभाग ने किए हैं नगर निगम केवल आयोजक है नगर निगम ने केवल दो टेंडर डेकोरेशन टेंट और भोजन व्यवस्था के किए हैं जो 18 – 18 लाख के है इनका भुगतान भी समाज कल्याण विभाग से ही होना है समाज कल्याण विभाग जिला पंचायत के अंतर्गत कार्य करता है और मुख्यमंत्री कन्यादान योजना का संचालक हैं इसी विभाग में सभी आवेदन आन लाइन जमा होते हैं और सरकार कन्यादान की 55 हजार की राशि भी इसी विभाग को देती है
कन्यादान योजना में एक कन्या पर 55 हजार की राशि खर्च की जाती है जिसमे कन्या को 38 हजार की घर – गृहस्थी की सामग्री दी जाती है 11 हजार रुपया कन्या को उपहार दिया जाता है और 6 हजार रुपया विवाह खर्च आयोजन एजेंसी को दिया जाता है
इस आधार पर देखा जाए तो छिन्दवाड़ा में एक दिन का यह आयोजन करीब साढ़े सात करोड़ का था जिसमे करीब 5 करोड़ की सामग्री कन्याओं के लिए खरीदी गई थी प्रभारी मंत्री ने कलेक्टर शीतल पटले को जांच के आदेश दिए हैं अब देखना है कि कलेक्टर क्या जांच कराती है ..? फर्मो द्वारा सप्लाई की गई सामग्री डी डी सी कालेज के आडोटोरियम हाल में बंद पड़ी है जिसे समारोह में उपहार वितरण केंद्र बनाया गया था