अमरवाड़ा में डॉक्टर डेहरिया और उनकी पत्नी की गोली मारकर हत्या के आरोपी “सोनू मालवी” की नागपुर में मौत
आरोपी के सिर में धंसी थी गोली, पैर में मारी थी दूसरी गोली


♦छिन्दवाड़ा मध्यप्रदेश-
छिन्दवाड़ा के अमरवाड़ा में डॉक्टर डेहरिया और उनकी पत्नी लता डेहरिया को गोली मारकर मौत की नींद सुलाने वाले आरोपी “सोनू उर्फ प्रिंस मालवी” की एक सप्ताह बाद शनिवार को “नागपुर” के एक निजी अस्पताल में शनिवार की शाम को “मौत” हो गई। आरोपी ने गत 30 सितम्बर को घटना के बाद खुद को भी “गोली” मार ली थी। उसने अपने पैर और “कनपटी” के पास गोली मारी थी। यह गोली उसके सिर में धंस गई थी। जिसे नागपुर में डॉक्टर्स ने “ऑपरेशन” कर निकाल तो दिया था लेकिन उसकी हालत नाजुक बनी हुई थी।
अमरवाड़ा पुलिस ने घटना के बाद उसे “आन द स्पॉट” पकड़ लिया था लेकिन गोली लगने से बुरी तरह घायल होने के कारण उसे पुलिस अभिरक्षा में ही इलाज के लिए “नागपुर” ले जाया गया था। करीब एक सप्ताह तक उसका इलाज चला और शनिवार को उसने दम तोड़ दिया।
बताया गया कि प्रिंस मालवी ने इस घटना के पहले “आत्महत्या” की भी कोशिश की थी तब भी उसके परिजनों ने “नागपुर” में उसका इलाज कराया था। इससे पूर्व उसका बाइक से “एक्ससिडेंट” हो गया था। तब भी नागपुर में ही उसका लंबा इलाज चला था।
अमरवाड़ा में “क्लिनिक” चलाने वाले डॉक्टर डेहरिया के निवास के पास ही प्रिंस के मामा का घर था। यही वह डेहरिया दंपत्ति के संपर्क में आया था और उनकी लड़की से शादी की बात करता था। प्रिंस अपने माता- पिता के साथ छिन्दवाड़ा की “सोनपुर” स्थित मल्टी आवास कालोनी में रहता था। 30 सितम्बर की दोपहर अमरवाड़ा पहुंचकर उसने गोलीकांड को अंजाम देने के बाद खुद को भी गोली मार ली थी।
अमरवाड़ा पुलिस ने घटना के बाद उसे मौके से ही पकड़ा था और उसके पास से घटना में प्रयुक्त “रिवाल्वर” जब्त कर ली थी। घायल होने पर पहले अमरवाड़ा फिर छिन्दवाड़ा और फिर उसे नागपुर ले जाया गया था। छिन्दवाड़ा अस्पताल में डॉक्टर्स ने बताया था कि उसे एक गोली सिर के पास लगी है और दूसरी गोली उसने पैर में मारी थी। पुलिस ने उसके खिलाफ हत्या सहित आर्म्स एक्ट का मामला बनाया था। पुलिस को पूछताछ के लिए उसके ठीक होने का इंतजार था कि वह रिवाल्वर कहा से लाया था और डॉक्टर दंपत्ति को उसने गोली क्यो मारी थी। इस मामले की जांच एस पी विनायक वर्मा स्वयं कर रहे थे। घटना की सूचना मिलते ही वे अमरवाड़ा भी पहुंच गए थे।
इस मामले में डेहरिया मेहरा समाज ने आक्रोश जताया था। छिन्दवाड़ा में केंडल मार्च निकालकर आरोपी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की थी।माता- पिता की मौत के बाद उनकी दो बेटियां अकेली रह गई है। सांसद नकुलनाथ ने अमरवाड़ा पहुंचकर दोनो से मुलाकात कर “पढ़ाई” का व्यय उठाने का आश्वासन दिया था। वही आज पांढुर्ना में सी एम शिवराज सिंह चौहान ने भी दोनों बेटियों से मुलाकात कर पढ़ाई और भरण-पोषण का व्यय सरकार की ओर से करने की बात मंच पर कही।