छिन्दवाड़ा मेडिकल कालेज होस्टल के छात्रों ने मान्धाता कालोनी में मचाया हंगामा ,किराए पर रह रहे छात्रों के साथ की मारपीट
कोतवाली पुलिस तक पहुंचा मामला ,कालेज प्रबंधन कब लेगा एक्शन .?

छिन्दवाड़ा मध्यप्रदेश –
छिन्दवाड़ा का मेडिकल कालेज क्या रैंगिंग की गिरफ्त में है..? कालेज का प्रबंधन भले ही ना कहे मगर हालातों के आगे कुछ छिपता नही है कालेज में सर्व सुविधा युक्त 100 – 100 कमरों के दो होस्टल है इसके बावजूद यहाँ मेडिकल की पढ़ाई करने चयनित होकर आए एम बी बी एस फर्स्ट ईयर के 30 से 40 स्टूडेंट किराए पर कमरे लेकर बाहर रहने को मजबूर हैं कारण साफ है कि होस्टल में सीनियर स्टूडेंट जूनियर की रैंगिग कर रहे हैं रैंगिग कानूनी अपराध है इसमें सजा के साथ ही स्टूडेंट को बाहर का रास्ता दिखाने का प्रावधान हैं
कालेज में एम बी बी एस का चौथा बैच चल रहा है तो यहां सीनियर – जूनियर भी हो गए हैं मेडिकल स्टूडेंट के विवादों और हंगामे की अब तक दर्जनों खबरे आ चुकी है किंतु कालेज प्रबंधन ने अब तक किसी भी स्टूडेंट पर कार्रवाई नही की है मेडिकल कालेज के डीन को सब खबर है पर कार्रवाई का हौसला नही शायद यही वजह है कि छिन्दवाड़ा जैसे शांत क्षेत्र में मेडिकल कालेज के भीतर हंगामे बढ़ते जा रहे हैं यह स्थिति विस्फोटक ना हो जाए इससे पहले प्रबंधन को लगाम कसनी होगी
शनिवार को मेडिकल के 30 – 40 छात्रों ने कॉलेज से लगी मान्धाता कालोनी में सामूहिक रूप से पहुंचकर कालोनी में हंगामा किया है दरअसल इस कालोनी में मेडिकल के कुछ स्टूडेंट किराए पर कमरे लेकर रह रहे हैं कालेज में होस्टल और बाहर रह रहे स्टूडेंट के बीच कुछ विवाद हुआ था तब होस्टल के स्टूडेंट यहां कालोनी में रह रहे स्टूडेंट को गैंग बनाकर पीटने आए थे
मेडिकल स्टूडेंट का हंगामा यहां इतना बढ़ा कि कालोनी के वाशिंदों को हस्तक्षेप करना पड़ा किन्तु होस्टल के स्टूडेंट कालोनी वालो से भी उलझते गए और विवाद बढ़ता चला गया जो अब कोतवाली थाना तक पहुंच गया है कालोनी के युवाओ ने थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई है कि मेडिकल कालेज में रैंगिग चल रही है जिसको लेकर आए दिन विवाद हो रहे हैं मेडिकल आने वाले स्टूडेंट खराब माहौल के चलते मेडिकल होस्टल में नही रहना चाहते हैं यह बात बाहर वालो को समझ आ गई है मेडीकल कालेज के डीन को कब आएगी क्या किसी और बड़े हंगामे के बाद उन्हें होश आएगा .? सरकार ने छिन्दवाड़ा मेडिकल की सीट 100 से बढ़ाकर 150 कर दी है क्या यही दिन देखने के लिए करोड़ो की लागत से मेडिकल कालेज बनवाया गया है प्रबंधन का तमाशबीन होना कालेज के भविष्य पर ग्रहण लग सकता है .?