तीन हजार करोड़ का माचागोरा बांध बनवाकर भी चौरई का चुनाव हार गई थी भाजपा
पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने उठाया मुआवजा और पानी डिस्ट्रीब्यूशन का मुद्दा
मुकुन्द सोनी छिन्दवाड़ा मध्यप्रदेश –
करीब तीन हजार करोड़ की लागत से छिन्दवाड़ा जिले के चौरई विधान सभा के माचागोरा में पेंच नदी पर बांध बनवाकर भी भाजपा पिछला विधानसभा का चुनाव हार गई थी विकास का इतना बड़ा प्रोजेक्ट भी भाजपा के रमेश दुबे को वोट नही दिला पाया था वजह थी बांध के डूब क्षेत्र में आए 33 गांवो के ग्रामीणों को मुआवजा और बांध बनने के बाद पानी का वितरण के साथ ही पुनर्वास
बांध बनने के बाद भी चौरई के गांव पानी से वंचित हैं गांवो में ना नहर बन पाई ना लिफ्ट इरिगेशन और न ही डूब गए गांवो का आज तक ढंग से पुनर्वास हो पाया है नहर सिस्टम जो बना है वह भ्र्ष्टाचार की भेंट चढ़ गया है चौरई के कुछ गांवो तक ही माचागोरा का पानी जाता है जो आज भी गांवो में किसानो के आक्रोश का कारण है
माचागोरा से लगे 70 से ज्यादा गांव लोधी बाहुल्य है यहां के लोधी वोटरों की नाराजी ही भाजपा को भारी पड़ी थी सोमवार को यहां लोधी समाज ने अपनी आराध्य रानी अवंति बाई लोधी का बलिदान दिवस मनाया जिसमे विधानसभा क्षेत्र का पूरा लोधी समाज जुटा था पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ और सांसद नकुलनाथ कर्यक्रम के मुख्य अतिथि थे कार्यक्रम में पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने माचागोरा बांध के मुद्दे पर ही बात की इस बांध से छिन्दवाड़ा और सिवनी जिले को पानी दिया जा रहा है
उन्होंने कहा कि माचागोरा बांध छिन्दवाड़ा जिले के लिए बनाया गया था मैं केंद्र में मंन्त्री था तब शिवराज जी एन ओ सी के लिए आए थे मैन सारी एन ओ सी दिलाई थी माचागोरा बांध का पानी चौरई और अमरवाड़ा के गांवो तक जाना था किंतु आज भी बहुत गांवो तक पानी नही पहुंचा है सरकार सिवनी जिले की चिंता ना करे सिवनी जिले में बहुत पानी है 6 माह बाद हम सरकार में आएंगे और दोनो ब्लाक के गांवो तक पानी पहुंचाएंगे जहां नहर बनाना होगा वहाँ नहर बनाएंगे और जहां लिफ्ट इरिगेशन से पानी पहुंच सकता है वहा लिफ्ट से पानी पहुंचाएंगे पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा कि मैं माचागोरा में किया गया वादा पूरा करूंगा जो गांव बांध के पानी से वंचित हैं उन गांवो तक पानी पहुंचाऊंगा सभी छूटे गांव इसमे शामिल किए जाएंगे
उन्होंने मुआवजा का मुद्दा भी उठाया और कहा कि हमने केंद्र की सरकार में रहते हुए केंद्रीय भू – अर्जन कानून बनाया था जिसमे प्रभावित ग्रामीणों को चार गुना अधिक मुआवजा मिलना था लेकिन राज्य की भाजपा सरकार ने इसका पालन नही किया है गौरतलब है कि माचागोरा बांध के डूब क्षेत्र में 33 गांव है जिनके प्रभावितों को मुआवजा भी यहां एक बड़ा मुद्दा रहा है इस मुद्दे को लेकर मेधा पाटकर ,डॉ सुनीलम और आराधना भार्गव ने भी बड़ा आंदोलन खड़ा किया था कार्यक्रम में पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने रानी अवंति बाई लोधी के बलिदान को याद कर उन्हें नमन किया और शायद पहली बार माचागोरा बांध के मुद्दे पर ग्रामीणों के साथ खुलकर बात की है लोधी समाज के इस कार्यक्रम में लोधी समाज की एकता भी नजर आई जो यह बता रही थी कि लोधी समाज के वोटर के बिना चौरई का चुनाव जीत पाना सम्भव नही है
क्या चौरई से दीपक सक्सेना को टिकट ..
क्या पी सी सी चीफ कमलनाथ अगले चुनाव में अपने विश्वस्त सिपाहसालार दीपक सक्सेना को मैदान में उतारने वाले हैं इस बात की भी कार्यक्रम में खासी चर्चा रही यह तय ही है कि पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ छिंदवाडा विधानसभा क्षेत्र से ही चुनाव लड़ेंगे तब दीपक सक्सेना के लिए चौरई में जगह बनाई जा रही है पिछले चुनाव में छिन्दवाड़ा से विधायक बन जाने के 6 माह बाद दीपक सक्सेना ने पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के विधायक चुनाव के लिए इस्तीफा देकर सीट खाली कर दी थी मुख्यमंत्री कमलनाथ के फैसलों से जतन उइके ,सुनील उइके ,नीलेश उइके जैसे युवा विधायक बन चुके हैं और छिन्दवाड़ा में विक्रम अहके नगर निगम के महापौर तो फिर सामान्य सीट चौरई से दीपक सक्सेना मैदान में आ जाए तो कोई बड़ी बात नही है सोमवार को माचागोरा में पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ विशेष रूप से छिन्दवाड़ा से दीपक सक्सेना को अपने साथ ले गए थे जो इस बात का इशारा कर रही थी कि चौरई में कुछ बदलाव तो जरूर होगा कार्यक्रम में सागर के विधायक शरमन लोधी चौरई विधायक सुजीत चौधरी ,अमरवाड़ा विधायक कमलेश शाह ,जिला कमेटी अध्यक्ष विश्वनाथ ओकटे सहित अन्य नेता भी मौजूद थे