छिन्दवाडा सिटी में दहशत की दस्तक देने वाला “तेंदुआ” दस दिन बाद पिंजरे में कैद
वन विभाग की टीम ने पेंच नेशनल पार्क के जमतरा क्षेत्र में सुरक्षित छोड़ा
♦छिन्दवाडा मध्यप्रदेश –
छिन्दवाडा सिटी के पोआमा काराबोह क्षेत्र में अपनी धमाचौकड़ी से दहशत फैलाने वाले ” तेंदुए” को वन विभाग की टीम ने लंबे प्रयासों के बाद दसवे दिन पिंजरे में कैद कर लिया है। तेंदुए को पकड़ने लगाए गए पिंजरे में यह तेंदुआ शिकार की तलाश में कैद हो गया है। तेंदुए के पिंजरे में कैद होने के बाद लोगो को दस दिनों से बैठी दहशत से राहत मिल गई है। यह तेंदुआ आस – पास जानवरो का शिकार तो कर ही रहा था इसके मानव बस्ती में हमले की आशंका बढ़ गई थी।
तेंदुए की उपस्थिति को देखते हुए वन विभाग ने क्षेत्र को हाई अलर्ट पर रखा था। लोगो को शाम के बाद घर से बाहर निकलने की मनाही कर दी थी। यह तेंदुआ पोआमा स्थित वानिकी अनुसंधान केंद्र के फ़ॉरेस्ट एरिया में देखा गया था। इसके बाद से वन विभाग के अधिकारी – कर्मचारी लगातार यहां गश्त पर थे। साथ ही तेंदुए की लोकेशन ट्रेस करने यहां कैमरे भी लगा दिए गए थे। वन विभाग की टीम ने तेंदुए को पकड़ने पिजरे का जाल बिछाया था। जिसमे गुरुवार को सुबह यह तेंदुआ कैद हो गया।
पूर्व छिंदवाड़ा वनमण्डल के परिक्षेत्र की छिंदवाड़ा बीट काराबोह ,पोआमा से लेकर रिग रोड तक क्षेत्र में 19 नवम्बर को यह तेंदुआ देखा गया था। इसके बाद वन विभाग सक्रिय हुआ और दस दिनों के प्रयास के बाद आखिरकार तेंदुए को पकड़ लिया गया है। छिन्दवाडा जिले के वन सरंक्षक मधु व्ही राज, वनसंरक्षक वन वृत्त छिंदवाड़ा एवं बृजेन्द्र श्रीवास्तव वनमण्डलाधिकारी पूर्व ने टीम गठित कर परिक्षेत्र छ तीन गस्ती दल बनाकर तेंदुए की सतत निगरानी करवाई। लोगो को सचेत किया और क्षेत्र में ट्रैप कैमरा के साथ ही पिंजरे लगवाए थे।
पिंजरे में कैद तेंदुआ नर है। जिसकी उम्र 5 से 6 वर्ष की है।। बार – बार तेंदुए की उपस्थिति से माना जा रहा है कि आगे जंगल मे तेंदुआ है। अपने शिकार क्षेत्र में यह नर तेंदुआ यहां आता – जाता रहता है। रेंजर पंकज शर्मा ने बताया कि तेंदुए को अब पेंच नेशनल पार्क के जमतरा क्षेत्र में छोड़ दिया गया है।