मध्यप्रदेश में महामहिम द्रोपदी मुर्मू
मध्यप्रदेश में पेसा एक्ट 15 नवम्बर से लागू
देश के जनजातीय वीरो को किया नमन
भोपाल-
भारत देश की राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मु के मुख्य आतिथ्य और मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के विशिष्ट आतिथ्य में मंगलवार को शहडोल जिले के लाल गांव में आयोजित जनजातीय गौरव दिवस कार्यक्रम में मध्यप्रदेश में पेसा एक्ट लागू किया गया है एक्ट से जनजातीय वर्ग के अधिकार सुरक्षित होंगे समारोह में महामहिम श्रीमती द्रोपदी मुर्मु ने कहा कि राष्ट्रपति के रूप में मध्यप्रदेश की पहली यात्रा है समारोह में बड़ी संख्या में यहां उपस्थित भाई-बहनों के बीच आकर मुझे बहुत प्रसन्नता का अनुभव हो रहा है आप सबके स्नेह और स्वागत से मैं अभिभूत हूं। मैं राज्य के साढ़े आठ करोड़ निवासियों को धन्यवाद देती हूं और उन सभी की समृद्धि की मंगल कामना करती हूं
इस आयोजन के लिए मैं विशेष रूप से राज्यपाल और मुख्यमंत्री को धन्यवाद देती हूं। मध्यप्रदेश के चंबल, मालवा, बुंदेलखंड, बघेलखंड और महाकौशल क्षेत्र की सांस्कृतिक विरासत को समृद्ध बनाने में जनजातीय समुदाय का महत्वपूर्ण योगदान है मध्यप्रदेश में पंचायत संबंधी नियमों की अनुसूची क्षेत्र में विस्तार से जुड़ी नियम पुस्तिका का विमोचन प्रशंसनीय है। मुझे विश्वास है कि जनजातीय क्षेत्र के सशक्तिकरण के लिए इन नियमों का प्रभावी उपयोग किया जाएगा झारखंड के भगवान बिरसा मुंडा व सिद्धू कान्हू,मध्यप्रदेश के टंट्या भील तथा भीमा नायक,आंध्र प्रदेश के अल्लूरी सीताराम राजू,मणिपुर की रानी गाइदिन्ल्यू और ओडिशा के शहीद लखमा नायक जैसे अनेकों वीरों-वीरांगनाओं ने जनजातीय गौरव और देश के गौरव को बढ़ाया है
जनजातीय समाज का उत्थान कर रही सरकार..
समारोह में मध्यप्रदेश के राज्यपाल मंगू भाई पटेल ने कहा कि देश के जनजातीय समुदाय की स्वराज की कल्पना को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पंचायत उपबंध अनुसूचित क्षेत्रों तक विस्तारअधिनियम द्वारा साकार कर दिया है।राज्य सरकार भी जनजातीय समाज के आर्थिक और सामाजिक उत्थान के लिए अच्छा कार्य कर रही है
मिला जल जंगल जमीन का अधिकार..
समारोह में सी एम शिवराज सिंह ने कहा कि आज का दिन ऐतिहासिक दिन है।भगवान बिरसा मुंडा धरती के आबा, धरती के भगवान कहे जाते थे। शोषण और अन्याय के खिलाफ वह लड़े। अंग्रेज उनके नाम से कांपते थे। ऐसे अमर क्रांतिकारी भगवान बिरसा मुंडा जी की जयंती पर उनके चरणों में नमन करता हूँ
राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मु जी ने अल्प समय में ही अपने आचरण, अपने व्यवहार, गरीबों के प्रति कमिटमेंट, अपनी देशभक्ति, अपनी श्रद्धा से देश के जनमानस में अद्वितीय स्थान बनाया है। महामहिम जी का जीवन हमें प्रेरणा से भर देता है। परिवारिक कष्टों को सहते हुए, अपने स्वजनों को खोते हुए वह कभी विचलित नहीं हुईं। हर परिस्थिति में वह आगे बढ़ती रही है आज से लागू पेसा कानून जनजातीय वर्ग को जल, जमीन और जंगल का अधिकार देगा मध्यप्रदेश की धरती पर हम धर्मांतरण का कुचक्र नहीं चलने देंगे गांव में तालाबों का प्रबंध अब ग्राम सभा करेगी। आप चाहें सिंघाड़े लगाएं, आप चाहें मछली तो पालें और उससे जो आय होगी वह भी गांव के भाई-बहनों को प्राप्त होगी तेंदुपत्ता तोड़ने और बेचने का अधिकार भी ग्राम सभाओं को दिया जाएगा।गांव में मनरेगा और अन्य कामों के लिए आने वाले धन से कौन सा काम किया जायेगा, इसे पंचायत सचिव नहीं बल्कि ग्राम सभा तय करेगी मध्यप्रदेश_पेसा_एक्ट यह अधिकार दे रहा है कि आपके गांव से अगर काम के लिए किसी बेटा-बेटी या अन्य को ले जाया जाता है तो उसे पहले ग्रामसभा को बताना पड़ेगा कि ले जाने वाला कौन है,कहां ले जा रहा है।ताकि जरूरत के वक्त उनकी मदद हो सकें, बिना बताए ले जाने पर कानूनी कार्रवाई की जाएगी
ग्राम सभा की अनुमति के बिना नही खुलेगी शराब दुकान..
सी एम शिवराज सिंह ने कहा कि पेसा एक्ट लागू होने के बाद शराब की नई दुकानें बिना ग्रामसभा की अनुमति के बिना नहीं खुलेंगी।शराब या भांग की दुकान अस्पताल, स्कूल या धार्मिक स्थान के पास है तो ऐसी दुकानें वहां से हटाने की अनुशंसा करने का अधिकार भी ग्राम सभा को होगा जो नियम विरुद्ध काम करेगा,उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जायेगी।मेले और बाजार का प्रबंध,स्कूल,स्वास्थ्य केंद्र ठीक चलें, आंगनवाड़ी में बच्चों को पोषण आहार मिले,आश्रम शालाएं और छात्रावास बेहतर तरीके से चलें,यह काम भी ग्राम सभा देखेंगी मुख्यमंत्री शिवराज चौहान ने राष्टपति जी को मप्र. की सातों प्रमुख जनजातियों पर केंद्रित पुस्तक ‘सम्पदा’ भी भेंट की
विकास कार्यों की रखी आधारशिला.
.राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मु ने राजभवन, भोपाल से भारतमाला परियोजना मर 417 करोड़ की लागत से निर्मित होने वाले रातापानी-औबेदुल्लागंज-इटारसी फोरलेन राजमार्ग का रिमोट का बटन दबा कर वर्चुअल शिलान्यास भी किया उन्होंने ग्वालियर में 300 करोड़ लागत से निर्मित होने वाली मेक्सिमम माइक्रोवाइल कंटेनमेंट लेबोरेटरी का भी शिलान्यास किया