
♦छिन्दवाड़ा मध्यप्रदेश –
इंदौर बावड़ी हादसे के बाद प्रदेश के मुख्यमंत्री के आदेश थे कि शहर हो या गांव असुरक्षित कुओं और बावड़ी का सर्वे कर उन्हें सुरक्षित करे ताकि फिर कोई हादसा ना हो पर लगता है मुख्यमंत्री के ये आदेश कागजो में ही रह गए हैं पंचायतो ने ना सर्वे कराया ना ही कोई कार्य योजना बनाई है ऐसे में छिन्दवाड़ा के बिछुआ ब्लाक के गांव थोटामाल में बिना बाउंड्रीवाल ,बिना जाली के असुरक्षित कुएं ने तीन जिंदगियां निगल ली है तीन मौत से एक पूरा परिवार ही समाप्त हो गया है
जानकारी के अनुसार इस दर्दनाक हादसे में एक ही परिवार के तीन सदस्यों की जान चली गई है गांव की निवासी प्रमिला पिपले कुँए में कपड़े धोने गई थी उसके दो पुत्र सात साल का चंचलेश और पांच साल का चिराग भी कुंए पर गए थे माँ कपड़े धोने में लग गई और बच्चे कुंए के पास ही खेल रहे थे कि अचानक दोनो मासूम कुंए में गिर गए प्रमिला ने जैसे ही मासूमो को देखा तो वह तत्काल ही उन्हें बचाने कुंए में कूद गई किन्तु तैरना नही आता था ऐसे में तीनों की कुंए में ही जल समाधि हो गई ।
कुंए के आस – पास भी कोई नही था मदद मिल जाती तो शायद तीनो की जान बच जाती किन्तु काल के क्रूर हाथो ने कुंए मे ही तीनो की जान ले ली खबर पर मौके पर पहुंची पुलिस ने तीनों के शव कुएं से बाहर निकलवाए घटना शनिवार के दोपहर करीब तीन बजे की बताई गई है घटना से पूरा गांव गमगीन है
बताया गया कि गांव में पानी का अभाव है ऐसे में प्रमिला अपने घर से करीब आधा किलोमीटर दूर इस कुंए में कपड़े धोने के लिए आती थी खास बात यह है कि प्रमिला का पति शिवा कुओं में जाली लगाने का ही काम करता है उसे क्या मालूम था कि उसका संसार ही बिना जाली के कुंए से उजड़ जाएगा।