विवाद..
बैंक में कराई 32 करोड़ की एफ डी..
छिन्दवाड़ा यूनिवर्सिटी को वापस नही दे रहा बैंक..
बैंकिंग लोकपाल तक पहुंचा मामला..
छिंदवाड़ा
छिंदवाड़ा यूनिवर्सिटी और एचडीएफसी बैंक के बीच 32 करोड़ की एफडी के भुगतान का मामला अब तक नहीं सुलझ पाया है। यूनिवर्सिटी के कुलपति डॉ. एम के श्रीवास्तव ने अब इस मामले की शिकायत बैंकिंग लोकायुक्त भोपाल को कर दी है। बैंकिंग लोकपाल रिजर्व बैंक आफ इंडिया की जांच एजेंसी है जो बैंको की गड़बड़ी को नियंत्रित करती है एच डी एफ सी बैंक की छिन्दवाड़ा शाखा से राशि वापस मांगे जाने के बावजूद बैंक ने अब तक यूनिवर्सिटी को इस राशि का भुगतान नहीं किया है। पहले यह मामला पुलिस तक पहुंचा था पुलिस ने भी कोशिश की लेकिन हल न निकलने पर अब बैंकिंग सेवाओं को लेकर मामला बैंक लोकायुक्त भोपाल तक पहुंच गया है। इस मामले की सुनवाई अब बैंक लोकायुक्त करेंगे। छिंदवाड़ा यूनिवर्सिटी को 32 करोड़ की यह राशि शासन ने डिजिटल सेंटर निर्माण के लिए दी थी। सेंटर निर्माण में समय था इसका ब्लू प्रिंट तैयार कर टेंडर होने थे ऐसे में यह राशि यूनिवर्सिटी कुलपति ने एचडीएफसी बैंक में यूनिवर्सिटी के खाते में जमा करा दी थी। दो माह पहले कुलपति ने यह राशि बैंक से वापस मांगी तब बैंक के प्रबंधक एफडी की समय अवधि पूरी होने पर ही भुगतान की बात कहकर मामला टाल दिया था। जबकि बैंकिंग सेवाओं में ग्राहक की मांग पर ही सबकुछ किया जाता है। रुपया भी ग्राहक का होता है और सेवा भी ग्राहक को ही देनी होती है। किन्तु एचडीएफसी बैंक ने भुगतान से इनकार कर मामला उलझा दिया है और अब ये मामला भोपाल पहुंच गया है।
ऐसे में कैसे बनेगा सेंटर ..
डिजिटल सेंटर के लिए मिली राशि विवादों में पड़ गई है, तब सेंटर कैसे बनेगा इस पर सवाल खड़े हो गए है। यूनिवर्सिटी को सेंटर निर्माण के लिए टेंडर करना था जो राशि का मामला क्लीयर नहीं होने पर अब तक नहीं हो पाए है। सेंटर के लिए यूनिवर्सिटी को जिला प्रशासन ने 5 एकड़ जमीन का आवंटन कर दिया है जिसमें तीन मंजिला बिल्डिंग बनाई जानी है। बिल्डिंग निर्माण के लिए यह राशि खर्च होना है। बिल्डिंग बनने के बाद डिजिटल सेंटर में डिजिटल ट्रेनिंग सेंटर तैयार किया जाना है जिसमें करीब 10 जिलों के महाविद्यालयीन विद्यार्थियों को डिजिटल ट्रेनिंग देने का प्रोजेक्ट है।
इनका कहना है ..
डिजिटल ट्रेनिंग सेंटर बनेगा, बिल्डिंग का निर्माण शुरू कराना है इसको लेकर टेंडर लगाए जाने है। एचडीएफसी बैंक ने अब तक 32 करोड़ की राशि विड्रा नहीं की है। इसको लेकर शिकायत बैंकिंग लोकायुक्त भोपाल को भी की गई है। बैंकिंग लोकायुक्त मामले की सुनवाई करने वाले हैं।
डॉ. एम.के श्रीवास्तव
कुलपति, छिंदवाड़ा विश्वविद्यालय