छिन्दवाड़ा आदिवासी विकास के तामिया बी ई ओ कार्यालय में 43 लाख से ज्यादा का घोटाला ?
दो बी ई ओ सहित तीन बाबुओं के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज

डॉक्यूमेंट में “पत्नी” का अकाउंट नंबर देकर बाबू ने “ट्रांसफर” कराए थे 43 लाख
♦छिन्दवाड़ा मध्यप्रदेश-
शिक्षा के बाद आदिवासी विकास विभाग के बी ई ओ कार्यालय तामिया में भी जांच के बाद 43 लाख 55 हजार 307 रुपए का बड़ा घोटाला सामने आया है। इस मामले में कलेक्टर मनोज पुष्प ने जिला कोषालय की जांच रिपोर्ट के आधार पर दो बाबू को निलंबित कर दिया है। इसके साथ ही तामिया बी ई ओ का प्रभार छीनकर उन्हें सौसर परियोजना कार्यालय में अटैच किया है।
कलेक्टर मनोज पुष्प ने इस मामले में एफ आई आर के आदेश भी विभाग के सहायक आयुक्त सत्येंद्र मरकाम को दिए हैं। छिन्दवाड़ा जिले में यह इस तरह का तीसरा घोटाला सामने आया है। इसके पूर्व छिन्दवाड़ा में 65 लाख और मोहखेड बी ई ओ कार्यालय में करीब 40 लाख के भुगतान की गड़बड़ी पकड़ी जा चुकी है। और अब हर ब्लाक के भुगतान की जांच जिला कोषालय में चल रही है। टीम एक – एक विकासखंड के भुगतान का रिकार्ड खंगाल रही है।
कोषालय के भुगतान के महालेखाकार आडिट में यह गड़बड़ी पकड़ी गई थी। जिसके बाद जांच में प्रमाणित किया गया है कि आखिर कोषालय से रुपया किस खाते में चला गया था और कैसे? जिसमे बी ई ओ कार्यालय के”बाबू” गड़बड़ी में लिप्त पाए गए हैं।
तामिया के मामले में यह तथ्य सामने आया है कि तामिया बी ई ओ कार्यालय में पदस्थ बाबू हरि प्रसाद पन्द्रे ने शिक्षकों सहित कर्मियो के वेतन, पी एफ ,एरियर्स सहित अन्य देयकों के भुगतान में गड़बड़ी की थी।बाबू ने देयकों में अपनी पत्नी रहमा पन्द्रे का बैंक अकाउंट नम्बर जोड़ दिया था और कोषालय से राशि कर्मियों को छोड़ उसकी पत्नी के खाते में जा रही थी। उसकी पत्नी के खाते में कोषालय में प्रस्तुत फर्जी अकाउंट नंबर पर 43 लाख रुपया ट्रांसफर जो चुके थे।
बाबू इस सन 2018 से कर रहा था किंतु पकड़ा नही गया। वह ऐसे शिक्षकों और कर्मियों के देयकों की राशि ट्रांसफर करवाता था जिन्होंने लंबे समय से पी एफ और एरियर्स की राशि की डिमांड नही की थी। बताया गया कि बाबू ने कुछ मृत शिक्षको के खाते की राशि भी अपनी पत्नी के खाते में ट्रांसफर करवा दी थी। घोटाले की रकम का आंकड़ा 2023 तक 43 लाख के पार जो गया है।
बाबू को इस बात का अंदाजा नही था कि आडिट में वह उस समय पकड़ा जावेगा जब महालेखाकार कार्यालय में एक- एक खाते का आडिट होगा और चेक किया जाएगा कि राशि का सही खाते में भुगतान हुआ है या नही? आखिर आडिट में गड़बड़ी को पकड़ा गया है।
आडिट रिपोर्ट के आधार पर जांच की गई तो पाया गया कि बाबू हरि पन्द्रे ने अपनी पत्नी के खाते में 2018 से लेकर 2023 तक 43 लाख से ज्यादा की राशि ट्रांसफर करवाई और जमकर मौज भी मनाई। लेकिन अब पकड़े जाने के बाद उसे राशि भी लौटाना पड़ेगा और नॉकरी से हाथ धोकर जेल भी जाना पड़ेगा।
कलेक्टर मनोज पुष्प ने बाबू हरि पन्द्रे और बी ई ओ के समक्ष देयक प्रस्तुत करने वाले बाबू सुरेश कुमार को निलंबित कर दिया है। साथ ही बी ई ओ दिनेश शुक्ला से प्रभार छीनकर उन्हें तामिया से हटाकर सौसर कार्यालय में अटैच करने के आदेश दिए हैं। तामिया बी ई ओ का चार्ज हर्रई बी ई ओ प्रकाश कलम्बे को दिया गया है।
पांच लोगों के खिलाफ तामिया थाना में धोखाधड़ी का मामला दर्ज…
आदिवासी विकास विभाग ने कलेक्टर के आदेश पर इस घोटाले को लेकर पांच लोगों के खिलाफ तामिया थाना में एफ आई आर दर्ज कराई है। तामिया पुलिस ने पांचों लोगो के खिलाफ धारा 420 और 409 भादवि में अपराध दर्ज कर विवेचना में लिया है। इनमे दो बी ई और तीन बाबू शामिल हैं। जिनके खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज कर आरोपी बनाया गया है उनमें बी ई ओ दिनेश शुक्ला, पूर्व बी ई ओ आनंद धुर्वे, बाबू हरि प्रसाद पन्द्रे , सुरेश बागड़े, सेवानिवृत्त बाबू हेमराज इवनाती शामिल हैं।