हर्रई स्कूल के प्राचार्य सहित दो अधीक्षक को नोटिस
एक्शन में जनजातीय विभाग के असिस्टेंट कमिश्नर

. छिन्दवाड़ा- जनजातीय कार्य विभाग के नए सहायक आयुक्त सत्येंद्र मरकाम एक्शन में है जिले के आदिवासी ब्लाकों के स्कूलों और छात्रावासो मे बेहतर शिक्षा व्यवस्था और प्रबंधन को लेकर लगातार दौरों में सामने आ रही कमियों को लेकर सख्ती से निपटने में लगे हैं शुक्रवार को भी उन्होंने हर्रई ब्लाक के स्कूल और छात्रावासों का निरीक्षण किया इस दौरान लापरवाही सामने आने पर तत्काल ही एक प्राचार्य और छात्रावास के दो अधीक्षकों को कारण बताओ नोटिस थमाया है साथ ही विभागीय जांच के आदेश मंडल संयोजक को दिए हैं उन्होंने मंडल संयोजक रवि कनोजिया और रजनी अगामे के साथ हर्रई के शासकीय उच्चत्तर माध्यमिक विद्यालय और आदिवासी पोस्ट मेट्रिक छात्रावास सहित कन्या छात्रावास का निरीक्षण किया स्कूल में तो प्राचार्य एस के पाठक ही मौजूद नही थे वही छात्रावास में अधीक्षकों रामेश्वरी डेहरिया औऱ आशा धुर्वे में समन्वय ना होने से हालात सही नही पाए गए निरीक्षण के बाद उन्होंने तीनो को तत्काल कारण बताओ नोटिस देकर विभागीय जांच संस्थित की है इसके अलावा उन्होंने बालक छात्रावास का भी निरीक्षण कर अधीक्षक मनोज गजभिए को व्यवस्था सुधारने के आदेश दिए हैं
तीन शिक्षकों को किया निलंबित..
इससे पहले सहायक आयुक्त ने निरीक्षण के बाद तीन शिक्षकों को निलंबित किया था इनमे दो प्राथमिक शिक्षक और एक सहायक अध्यापक शामिल हैं ये भी हर्रई ब्लाक के ही है जो बिना किसी पूर्व सूचना के अनुपस्थित थे इनमे संकुल केन्द्र धनौरा की शासकीय प्राथमिक शाला बैसाखूढाना के प्राथमिक शिक्षक कृष्ण कुमार धुर्वे और शासकीय प्राथमिक शाला मनकवाड़ी के सहायक अध्यापक आनकलाल मसराम तथा संकुल केन्द्र अतरिया में शासकीय प्राथमिक शाला भौंडरापानी के प्राथमिक शिक्षक अटल बिहारी भारती को निलंबित किया गया है तीनो शिक्षकों को हर्रई ब्लाक से सीधे बिछुआ ब्लाक बी ई ओ कार्यालय में अटेच किया गया है
70 से ज्यादा शिक्षक और अधीक्षकों से मांगा है जवाब
लगातार निरीक्षण और कार्यवाही का दौर विभाग में जारी है शासन ने ड्यूटी टाइम सुबह 10 बजे से शाम 6 बजे तक करने के साथ ही सप्ताह में शनिवार इतवार अवकाश घोषित किया है इसके बावजूद मात्र पांच दिनों की ड्यूटी में भी शिक्षक और अधीक्षक लापरवाह बने हुए हैं जिले में आदिवासी विकास विभाग के डेढ़ हजार से ज्यादा स्कूल और 110 से ज्यादा छात्रावास और आश्रम है जिले के ब्लाकों में संस्थाओं के निरीक्षण में 70 से ज्यादा शिक्षक-अधीक्षक अनुपस्थित मिले थे जिन्हें नोटिस देकर विभाग सख्त कार्रवाई कर रहा है जिसमे लापरवाहों की वेतनवृद्धि सहित पदोन्नत्ति रोकने की कार्यवाही प्रस्तावित की गई है