शिवपुरी कांड ने प्रशासन की निष्पक्षता पर लगाए सवालिया निशान, कलेक्ट्रेट पहुंचे कांग्रेस नेताओं ने कहा कि भाजपा जिला अध्यक्ष पर कार्रवाई नही तो होगा उग्र आंदोलन
जिला कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष सहित सातों विधायको ने की एस पी और जिला पंचायत सी ई ओ से मुलाकात
♦छिन्दवाड़ा मध्यप्रदेश-
शिवपुरी कांड ने प्रशासन की निष्पक्षता पर सवाल खड़े कर दिए हैं। कांड के दूसरे दिन शनिवार को कॉंग्रेस नेताओ ने कलेक्टरेट पहुंचकर जिला पंचायत सी ई ओ पार्थ जायसवाल और एस पी विनायक वर्मा से मुलाकात कर कांग्रेस नेताओं पर भाजपा के दवाब में झूठे प्रकरण दर्ज करने का विरोध करते हुए अनुसूचित जाति के नेताओ के साथ अभद्रता पर भाजपा जिला अध्यक्ष के खिलाफ प्रकरण दर्ज करने की मांग रखी है। दोनो अधिकारियों ने कांग्रेस नेताओं को सुना और निष्पक्ष कार्यवाही का भरोसा दिया है।
कार्रवाई की मांग को लेकर जिला कांग्रेस की कमेटी अध्यक्ष विश्वनाथ ओक्टे, वरिष्ठ कांग्रेस नेता गगाप्रसाद तिवारी, परासिया विधायक सोहनलाल वाल्मीक, चौरई विधायक सुजीत चौधरी, अमरवाड़ा विधायक कमलेश शाह, जुन्नारदेव विधायक सुनील उइके, पांढुर्ना विधायक निलेश उइके,सौसर विधायक विजय चौरे, शहर कांग्रेस अध्यक्ष पप्पू यादव नगर निगम महापौर, विक्रम अहके, परासिया जनपद अध्यक्ष आशा आम्रवंशी महिला कांग्रेस अध्यक्ष किरण चौधरी, गुरूचरण खरे, खुलसा परतेती, कृपाल शाह, ईश्वर वाडिवा, नरेन्द्र विश्वकर्मा, जमील खान सहित बड़ी संख्या में कांग्रेस के पदाधिकारी और कार्यकर्ता कलेक्टरेट पहुंचे थे।
अधिकारियों के साथ चर्चा में कांग्रेस नेताओं ने जिला प्रशासन को साफ चेतावनी दी है कि प्रशासन भाजपा के दबाव में काम करना छोड़ दें। प्रशासन में संवैधानिक पदों पर बैठे अधिकारी जिस सुशासन को निर्मित करने और जनता की सेवा के साथ ही निष्पक्षता की शपथ लेकर आये हैं, कम से कम उसके अनुरूप कार्य करें। जिन अधिकारियों को राजनीति में रूचि है वे तत्काल इस्तीफा देकर राजनीति ही करें। ताकी प्रशासनिक तंत्र का राजनीतिकरण ना हो सके।
भारत संकल्प यात्रा के शासकीय आयोजन में नियमावली के अनुरूप क्षेत्र के समस्त चुने हुये जनप्रतिनिधियों को आमंत्रित किया गया था, जिसमें परासिया विधायक सोहनलाल वाल्मीक, जनपद सदस्य आशा आम्रवंशी सहित अन्य जनप्रतिनिधिगण उपस्थित थे और कार्यक्रम शांतिपूर्ण जारी था। भाजपा के हारे हुए प्रत्याशी ने इस शासकीय आयोजन को राजनीति का अखाड़ा बनाया। जनता ने उसे अपना प्रतिनिधी चुनना पंसद नहीं किया, दो बार विधानसभा चुनाव हार चुके है। अपने राजनीतिक कार्यकाल में वे कभी पंच भी नहीं रहे ऐसे भाजपा जिलाध्यक्ष ने आयोजन में सम्मिलित होते ही अपने अमर्यादित चरित्र का चित्रण कर आयोजन को राजनीतिक अखाड़ा बना दिया।
भाजपा जिलाध्यक्ष ने जनता के चुने हुये अनुसूचित जाति के जनप्रतिनिधियों का अपमान किया है।। उनके द्वारा किया गया यह कृत्य केवल जनप्रतिनिधियों का नहीं अपितु जनता का अपमान है। घटनाक्रम की शुरुआत भाजपा जिलाध्यक्ष के द्वारा की गई थी, किन्तु पुलिस ने भाजपा के दबाव में आकर परासिया विधायक सोहनलाल वाल्मीक, जनपद अध्यक्ष आशा आम्रवंशी सहित अन्य के खिलाफ अपराध पंजीबद्ध किया है जो कि न्यायोचित नहीं है। इसे पुलिस प्रशासन तत्काल निरस्त करे।
कांग्रेस ने पुलिस अधीक्षक और कलेक्टर के नाम जिला पंचायत सीईओ को ज्ञापन दिया है। ज्ञापन में कहा गया है कि एफआईआर में उद्यानिकी विभाग के उप संचालक द्वारा लिखाया गया है कि विकसित भारत संकल्प यात्रा का कार्यक्रम ग्राम झुर्रे माल, तहसील परासिया में संचालित हो रहा था जिसमें विधायक सोहनलाल वाल्मीक, जनपद अध्यक्ष श्रीमती आशा आम्रवंशी एवं अन्य चुने हुये जनप्रतिनिधियों को आमंत्रित किया गया था, चूंकि यह कार्यक्रम पूर्णत: शासकीय था। इस दौरान भाजपा के जिलाध्यक्ष विवेक बंटी साहू को किस संवैधानिक पद अन्तर्गत आमंत्रित किया गया था।
उनका उदबोधन हो रहा था तो उन्होंने पार्टी कार्यकर्ताओं की सभा समझकर शासकीय कार्यक्रम में कांग्रेस, म.प्र. के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ एवं छिन्दवाड़ा सांसद नकुलनाथ को लेकर अनर्गल टिप्पणी करना प्रारम्भ कर दिया, जिस पर विधायक सोहनलाल वाल्मीक एवं जनपद अध्यक्ष परासिया श्रीमती आशा आम्रवंशी ने भाजपा जिलाध्यक्ष को यह कहकर कि उक्त कार्यक्रम राजनीतिक नहीं है, शासकीय है जिस पर आप राजनीतिक भाषण ना देंवे। कार्यक्रम शासन की योजनाओं को जन-जन तक पहुंचाने का कार्यक्रम है। इस कार्यक्रम में आप हमारी पार्टी व नेताओं पर आरोप-प्रत्यारोप ना करें। इस बात पर भाजपा जिलाध्यक्ष एवं वहां उपस्थित भाजपा कार्यकर्ताओं ने वाद विवाद किया।
इसी दौरान भाजपा जिलाध्यक्ष ने जनपद अध्यक्ष श्रीमती आशा आम्रवंशी का बुरी नियत से हाथ पकड़ते हुये कहा तू नीच जात की महिला है तू मुझे राजनीति बतायेगी क्या और ऐसा कहकहर धक्का मारकर मंच से नीचे गिरा दिया जबकि वह संवैधानिक पद पर होते हुये उक्त कार्यक्रम में आमंत्रित अतिथि थीं।
भाजपा अध्यक्ष व कार्यकर्ताओं ने शासकीय कार्य में बाधा डालकर कार्यक्रम को बेवजह विवादित कर कार्यक्रम को रोका। हमारे जनप्रतिनिधि, विधायक एवं जनपद अध्यक्ष इस घटना के तुरन्त बाद थाना रावनवाड़ा पहुंचे थे। पीडित जनप्रतिनिधि आशा आम्रवंशी ने उक्त घटना के सम्बंध में पुलिस थाना में रिपोर्ट पंजीबद्ध कराने लगातार निवेदन किया किन्तु वहां उपस्थित पुलिस अधिकारियों ने भाजपा जिलाध्यक्ष के दबाव में रिपोर्ट दर्ज नहीं की। जो कि एक अनुसूचित जाति की महिला के साथ घटित अपराध को दबाने का प्रयास पुलिस ने किया है।
कांग्रेस ने ज्ञापन में कहा कि घटनाक्रम की उच्च स्तरीय जांच सूक्षमता के साथ कर भाजपा जिलाध्यक्ष के विरुद्ध अपराधिक प्रकरण दर्ज किया जावे। विधायक सोहनलाल वाल्मीक, जनपद अध्यक्ष श्रीमती आशा आम्रवंशी सहित अन्य के विरुद्ध पंजीबद्ध अपराध को निरस्त किया जावे। यदि ऐसा नही किया गया तो कांग्रेस जिला और पुलिस प्रशासन के खिलाफ उग्र प्रदर्शन करेगी साथ ही कानूनी प्रक्रिया में कोर्ट भी जाएगी।
कांग्रेस नेताओं ने कहा कि जिले के निवाचित जनप्रतिनिधियों का अपमान और उनके खिलाफ की जाने वाली झूठी कार्यवाही को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। पुलिस अधीक्षक और जिला पंचायत सीईओ ने कलेक्ट्रेट पहुंचे जनप्रतिनिधियों को आश्वस्त किया है कि इस प्रकरण में निष्पक्ष कार्रवाई की जावेगी।