भाजपा के साथ जो “कर्नाटक” में हुआ वही मध्यप्रदेश में होगा , पांढुर्ना में शिवाजी स्मारक के “अनावरण” समारोह में बोले आदित्य ठाकरे
कमलनाथ ने कहा कि मैंने सौदेबाजी की राजनीति नही की, करीब 40 लाख की लागत से बना है नया स्मारक

♦छिन्दवाड़ा मध्यप्रदेश-
महाराष्ट्र शिवसेना उद्धव नेता ” आदित्य ठाकरे” ने छिन्दवाड़ा के पांढुर्ना में कहा कि “भाजपा ने पहले खरीद – फरोख्त कर मध्यप्रदेश में कमलनाथ जी की “सरकार” गिराई फिर वही काम हमारे साथ ” महाराष्ट्र” में किया है। अब हमें मध्यप्रदेश में भाजपा के साथ वही करना है जो “कर्नाटक”में हुआ है। हमे मध्यप्रदेश में “कमलनाथ” की सरकार बनाना है। उन्हें मुख्यमंत्री बनाना है।
शिव सेना नेता “आदित्य ठाकरे” शुक्रवार को पांढुर्ना में “छत्रपति शिवाजी महाराज” के स्मारक के अनावरण समारोह में आए थे। समारोह में मध्यप्रदेश के पूर्व सी एम कमलनाथ और सांसद नकुलनाथ के साथ उन्होंने मंच साझा किया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि “शिवाजी महाराज” शक्ति और भक्ति के आरतीक है।कमलनाथ मध्यप्रदेश आपके परिवार के मुखिया है और भाजपा परिवार को ” बिखेर” रही है। हमे “गद्दारों” को सबक सिखाना है।
उन्होंने कहा कि मेरे दादा “बाला साहेब ठाकरे” और कमलनाथ जी के बहुत अच्छे संबंध रहे हैं। मेरे पिता “उद्धव ठाकरे” से वे हमेशा फोन पर बात कर हाल पूछते रहते हैं। जब भाजपा ने महाराष्ट्र में हमारे विधायको की खरीद – फरोख्त कर गुजरात के “सूरत” ले गई थी तब भी कमलनाथ जी ने मेरे पिता को फोन कर आगाह किया था। उन्होंने कहा कि कमलनाथ जी संबंधों में राजनीति नही करते इसलिए मध्यप्रदेश में उनका “वजूद” है।
सभा मे पूर्व सी एम कमलनाथ ने छिन्दवाड़ा और पांढुर्ना के विकास के लिए किए गए कार्यो का जिक्र करते हुए कहा कि मैं भी “सौदेबाजी” कर सकता था लेकिन मैंने ऐसा नही किया क्योंकि यह छिन्दवाड़ा की संस्कृति नही है। सभा को सांसद नकुलनाथ , महाराष्ट्र के नेता सुनील केदार और पांढुर्ना के विधायक नीलेश उइके ने भी संबोधित किया। सभा मे स्थानीय नेताओं सहित बड़ी संख्या में आम जन मौजूद थे।
पांढुर्ना में रेलवे स्टेशन मार्ग के अम्बिका चौक पर ” छत्रपति शिवाजी महाराज का नया स्मारक बनाया गया है। जरीब 40 लाख की लागत से यह स्मारक बना है। ब्लाक कांग्रेस कमेटी की मांग पर यह स्मारक बनाया गया है।। स्मारक के लिए “छत्रपति शिवाजी महाराज” की मेटल प्रतिमा पुणे से तैयार कराकर मंगाई गई है। समारोह में “जय भवानी जय शिवाजी” के जय घोष गूंजते रहे।
नही आए मुलताई और सौसर विधायक..
समारोह में मुलताई के विधायक सुखदेव पांसे और सौसर के विधायक विजय चौरे नही पहुंचे। समारोह के आमंत्रण पत्र में दोनों का नाम अंकित था। कहा जा रहा है कि दोनों विधायको ने “पांढुर्ना” को जिला बनाने का विरोध किया था। अभी भी सौसर में सौसर को “जिला मुख्यालय बनाए जाने की मांग को लेकर आंदोलन चल रहा है। खबर थी कि दोनों विधायको के पांढुर्ना आगमन पर पांढुर्ना के भाजपा नेताओं ने उनके विरोध प्रदर्शन के साथ घेराव की रणनीति बनाई थी।