छिन्दवाड़ा की तहसील में भृष्ट पटवारी , 12 हजार की रिश्वत लेते लोकायुक्त ने किया ट्रेप
कलेक्ट्रेट के पटवारी भवन में आवेदक को बुलाकर लिए रुपए
♦छिन्दवाड़ा मध्यप्रदेश –
छिन्दवाड़ा तहसील में एक और भृष्ट पटवारी रोहित मालवी लोकायुक्त के हत्थे चढ़ा है। यह पटवारी जमीन के सीमांकन के लिए आवेदक से 12 हजार की रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड़ाया है। लोकायुक्त ने मंगलवार की शाम को कलेक्ट्रेट के पटवारी भवन में ही इस पटवारी को रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया है। यह पटवारी पहले छिन्दवाड़ा तहसील के सर्रा हल्के में पदस्थ था। वर्तमान में चार गांव प्रह्लाद हल्के में ड्यूटी कर रहा था। इसके पहले भी जमीनों के बटवारा ,नामान्तरण और सीमांकन के प्रकरणों में उसके खिलाफ आवेदकों से डिमांड की शिकायत थी। आज यह भ्रष्ट पटवारी रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ लोकायुक्त के हाथ लग ही गया है।
लोकायुक्त की टीम ने पटवारी रोहित मालवी को शिक़ायत के आधार पर पकड़ने का जाल बिछाया था। जामुन झिरी गांव के एक आदिवासी आवेदक पंच लाल परतेती ने गांव में अपनी जमीन के सीमांकन के लिए आवेदन किया था। इस प्रकरण में पटवारी ने 15 हजार की रिश्वत मांगी थी। दोनो के बीच 12 हजार में सौदा तय हुआ था। आवेदक ने बात तो कर ली लेकिन रिश्वत मांगे जाने की शिकायत मय प्रमाण के लोकायक्त जबलपुर को कर दी थी।
लोकायुक्त जबलपुर की टीम ने पीड़ित की शिकायत के सत्यापन के बाद छिन्दवाड़ा पहुंचकर पटवारी को रंगे हाथों पकड़ने का जाल बिछाया था। लोकायुक्त ने ही आवेदक को 12 हजार रुपये देकर पटवारी के पास भेजा था। आवेदक ने शाम को जब पटवारी को फोन लगाया तो पटवारी ने कलेक्ट्रेट में ही स्थित पटवारी भवन आने को कहा था। तब तक लोकायुक्त भी पटवारी भवन पहुंच गई थी। जैसे ही आवेदक ने यहाँ पटवारी को 12 हजार नगद रुपये दिए। लोकायुक्त टीम ने पटवारी को रंगे हाथों दबोच लिया। लोकायुक्त डी एस पी स्वप्निल दास के साथ टीम ने यह कार्रवाई की। पटवारी के खिलाफ भ्र्ष्टाचार निरोधी अधिनियम में अपराध दर्ज कर उसे अरेस्ट कर लिया है।