विदिशा – रायसेन की पारधी गैंग ने की थी सौसर में डकैती, आठ आरोपियों को ढूंढ लाई पांढुर्ना पुलिस
वारदात के 25 दिन बाद किया पर्दाफ़ाश, आरोपियों को भेजा जेल
♦पांढुर्ना मध्यप्रदेश –
सौसर के सिविल लाइन में जिनिग मिल मालिक राजेन्द्र सावला के घर पर विदिशा – रायसेन की पारधी गैंग ने डकैती की थी।वारदात के 25 दिन बाद पांढुर्ना पुलिस ने गैंग का पता कर आठ आरोपी अरेस्ट कर डकैती कांड का पर्दाफाश कर दिया है। आरोपियों की पतासाजी के लिए पांढुर्ना पुलिस ने दस हजार के नगद इनाम की घोषणा की थी। पांढुर्ना के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक नीरज सोनी के मार्गदर्शन में पुलिस टीम ने ना केवल गैंग की पतासाजी की बल्कि रायसेन से उन्हें पकड़ भी लाई है।
आठो आरोपियों ने डकैती के लिए राजेंद्र सावला के घर की रेकी की और फिर तीन अगस्त की देर रात सावला के घर के किचन की ग्रिल को काटकर उनके घर मे प्रवेश किया था। आरोपियों ने राजेन्द्र सावला और उनकी पत्नी को बंधक बनाकर सोने – चांदी के जेवर सहित नगदी कुल मशरका करीब आठ लाख रुपया लेकर फरार हो गए थे।
इस कांड ने पांढुर्ना ही नही छिन्दवाडा जिले में भी सनसनी फैला दी थी। पुलिस महाराष्ट्र की कोई गैंग समझकर महारष्ट्र में लगातार पतासाजी कर रही थी वही बैतूल जिले पारधी गैंग पर शक था।
आरोपी दो मोटरसाइकिल चुराकर सौसर तक आए थे और डकैती के बाद मोटरसाइकिल का पेट्रोल मार्ग में समाप्त हो जाने पर मोटरसाइकिल रास्ते मे छोड़कर फरार हो गए थे। पारधी गैंग मूवमेंट पर पुलिस टीम ने मध्यप्रदेश में ही विदिशा के पास पारधी गैंग के सक्रिय होने की सूचना पर पुलिस टीम यहां पतासाजी के लिए पहुंची थी। पुलिस को काफी मशक्कत के बाद सफलता मिली जब सौसर डकैती कांड की गैंग ही उसके हाथ लग गई।
पांढुर्ना एस पी सुंदर सिंह कनेश ने प्रेस कांफ्रेंस में डकैती कांड का पर्दाफाश करते हुए पुलिस टीम को सफलता पर बधाई दी। उन्होंने बताया कि गैंग के आठ लोग सौसर आए थे इनमे एक नाबालिग भी था। आरोपियों से सावला के घर से ले गए जेवर और नगद बरामद करने की कार्रवाई की जा रही है। आरोपियों को न्यायालय में पेश कर जेल भेज दिया गया है।
आरोपियों में .रोमियो निवासी गुलगांव जिला रायसेन, जस्सू विदिशा, नंद बाबा रायसेन, कैफ़ू विदिशा, सिद्धू गुलगांव रायसेन, कफ़ू निवासी निवासी गुलगांव जिला रायसेन, 7. विजय और एक नाबालिग शामिल हैं। इन्हें पकड़ने में एडिशनल एस पी नीरज सोनी सहित एस डी ओ पी सौसर और पांढुर्ना थाना प्रभारी सहित साइबर सेल , फोरेंसिक टीम सहित स्टाफ का योगदान रहा।