छिन्दवाड़ा जिले से से अलग होंगे सौसर और पांढुर्ना ब्लाक , पांढुर्ना बनेगा नया जिला
सी एम शिवराज ने जामसांवली में की घोषणा
मुकुन्द सोनी ♦छिन्दवाड़ा मध्यप्रदेश-
क्षेत्रफल की दृष्टि से मध्यप्रदेश के सबसे बड़े जिले छिन्दवाड़ा से अब दो ब्लाक सौसर और पांढुर्ना अलग हो जाएंगे। दोनों ब्लाक को मिलाकर “पांढुर्ना” प्रदेश का नया जिला बनेगा। यह प्रदेश का 55 वां जिला होगा। जानसंवली में ” हनुमान लोक” की आधारशिला के लिए आयोजित कार्यक्रम में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने यह घोषणा की है।
1952 में जिला पुनर्गठन आयोग ने ” छिन्दवाड़ा” जिले का गठन किया था। जिसमे विदर्भ से लगे सौसर- पांढुर्ना को भी शामिल किया गया था। दोनो क्षेत्रो में मराठी भाषी माने जाते हैं। पांढुर्ना छिन्दवाड़ा जिला मुख्यालय से 100 किलोमीटर दूर है। अब दो तहसीलों सौसर- पांढुर्ना और उप तहसील नांदनवाड़ी को मिलाकर “पांढुर्ना” जिला बनाया जाएगा।
छिन्दवाड़ा जिले का क्षेत्रफल 11 हजार 815 वर्ग किमी है। जिले की कुल जनसंख्या 2011 की जनगणना के अनुसार 20 लाख 90 हजार 922 है। छिन्दवाड़ा जिले में एक लोकसभा क्षेत्र , सात विधानसभा क्षेत्र सहित 11 ब्लाक , 14 तहसील और 17 नगर के साथ ही 854 ग्राम पंचायतों में 1हजार 902 गांव है।
जिले के सात विधानसभा क्षेत्रों में छिन्दवाड़ा, सौसर , पांढुर्ना , परासिया , जुन्नारदेव , अमरवाड़ा , चौरई शामिल हैं। इनमे तीन विधानसभा क्षेत्र पांढुर्ना , अमरवाड़ा और जुन्नारदेव आदिवासी वर्ग के लिए आरक्षित है। परासिया अनुसूचित जाति और सौसर, चौरई व छिन्दवाड़ा गैर आरक्षित सीट है। 11 ब्लाकों में छिन्दवाड़ा , मोहखेड , बिछुआ ,सौसर, पांढुर्ना, परासिया, जुन्नारदेव, तामिया , हर्रई , अमरवाड़ा ,चौरई शामिल हैं
” पांढुर्ना” के नया जिला बनने से दो विधानसभा सीट सौसर- पांढुर्ना छिन्दवाड़ा जिले से अलग ही जाएंगी। छिन्दवाड़ा में केवल पांच सीट छिन्दवाड़ा, परासिया, जुन्नारदेव ,अमरवाड़ा, और चौरई रहेंगी।
पांढुर्ना को जिला बनाने की मांग लंबे समय से थी। इसको लेकर कई बार धरना ,प्रदर्शन और आंदोलन भी हो चुके हैं। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आज पांढुर्ना वासियो की मांग पर मुहर लगा दी है। पहले भी उन्होंने पांढुर्णा को ” जिला” बनाने की घोषणा की थी।