जुन्नारदेव पुलिस ने 24 घंटे में कर दिया अंधे कत्ल का पर्दाफाश, दो आरोपियों को भेजा जेल, अवैध संबंधों के चलते किया था कत्ल
ढालापठार गांव में मिली थी युवक की रक्तरंजित लाश
♦छिन्दवाडा मध्यप्रदेश –
जुन्नारदेव पुलिस ने 24 घन्टे में एक अंधे हत्याकांड का खुलासा कर हत्या के दो आरोपियों को जेल की सलाखों के पीछे भेज दिया है। एस पी मनीष खत्री ने ततपरता से अंधे कत्ल के पर्दाफाश पर टीम को दस हजार का नगद पुरुस्कार देने की घोषणा की है। गत 30 अक्टूम्बर को जुन्नारदेव के ढालापठार गांव में 37 वर्षीय राजेश आहाके का रक्त रंजित शव मिला था। सूचना पर पुलिस ने हत्या का अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया और 24 घन्टे में ही आरोपियों को ढूंढ निकाला।
एस पी मनीष खत्री ने अंधे कत्ल के खुलासे पर पुलिस कंट्रोल रूम में प्रेस कांफ्रेंस कर बताया कि अवैध संबंध के चलते राजेश आहाके की हत्या की गई थी। 29 अक्टूम्बर की रात गांव के ही गंगाराम उइके की पत्नी उससे मिलने गईं थी। गंगाराम को जब यह बात पता चली तो वह अपने मामा भागचंद धुर्वे के साथ मौके पर पहुंचा था। दोनों ने कुल्हाड़ी से वार कर सिर पर पत्थर पटक कर राजेश की हत्या कर दी थी।
दूसरे दिन सुबह राजेश का रक्त रंजित शव मिला था। प्रथम दृष्टया ही यह हत्या का मामला था। जुनारदेव थाना में हत्या का अपराध दर्ज कर विवेचना में लिया गया था। इस अंधे कत्ल की गुत्थी सुलझाने पुलिस टीम तत्काल सक्रिय हुई और गांव में राजेश के बारे में पता किया तो जानकारी मिली कि राजेश के गांव में ही एक विवाहित महिला से प्रेम प्रसंग चल रहा था।राजेश भी शादीशुदा है। इस बात को लेकर गांव में राजेश और गंगाराम उइके का विवाद भी हुआ था।
पुलिस ने पड़ताल में राजेश के दोस्त दीपक आहाके से भी पूछताछ की तो सच्चाई सामने आई कि गंगाराम की पत्नी 29 अक्टूबर की रात राजेश से मिलने आई थी। इसके बाद गंगाराम उइके अपने मामा भागचंद के साथ पत्नी को ढूढ़ते हुए आया था।तो वह राजेश के साथ बैठी थी। इसके बाद दोनों ने राजेश से विवाद किया और उसका कत्ल कर दिया। दीपक इस अंधे कत्ल का प्रत्यक्षदर्शी था लेकिन डर के कारण राजेश का शव मिलने के बाद भी पुलिस को कुछ बता नही पा रहा था। इसके बाद पुलिस ने गंगाराम और भागचंद को हिरासत में लेकर पूछताछ की तो मामले का पर्दाफाश हो गया। दोनो ने स्वीकार किया कि उन्होंने ने ही राजेश का अवैध संबंध की वजह से कत्ल किया था।
पुलिस ने आरोपियों से कत्ल में प्रयुक्त कुल्हाड़ी ,पत्थर और कत्ल के दौरान पहने हुए कपड़े जब्त कर लिए है। दोनो को न्यायालय में पेश किया जा चुका है। न्यायालय ने उन्हें जिला जेल भेज दिया है। इस अंधे कत्ल का पर्दाफाश करने में जुन्नारदेव टी आई राकेश बघेल उप निरीक्षक संजय सोनवानी, उप निरीक्षक मुकेश डोंगरे, उप निरीक्षक पूनम उईके, प्रधान आरक्षक संदीप चौरसिया, आरक्षक कपूरचंद पंद्रे, निलेश पाल, अनिल उइके, लखन धुर्वे , योगेश रघुवंशी रामअवतार तिवारी, संतोष धुर्वे, का योगदान रहा। एस पी मनीष खत्री ने टीम को दस हजार का नगद पुरुस्कार देने की घोषणा की है।