छिन्दवाडा में किसान न्याय यात्रा : कांग्रेस ने बुलंद की किसानों के हक की आवाज, कमलनाथ ने दिखाई हरी झंडी, नकुलनाथ ने किया यात्रा का नेतृत्व
किसानों के मुद्दे पर कांग्रेस ने केंद्र और राज्य सरकार को घेरा
♦छिन्दवाडा मध्यप्रदेश –
किसानों के हक की आवाज बुलंद करने आज जिला कांग्रेस ने जिला मुख्यालय में किसान न्याय यात्रा निकाली और कलेक्ट्रेट पहुंचकर केंद्र और प्रदेश सरकार के नाम 15 सूत्रीय मांगों का ज्ञापन जिला प्रशासन को दिया है। यात्रा का नेतृत्व पूर्व सांसद नकुलनाथ ने किया । वे यात्रा में स्वयं ट्रेक्टर ड्राइव करते हुए कलेक्ट्रेट पहुंचे थे। न्याय यात्रा को पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने दशहरा मैदान में सभा के बाद हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। सभा मे उन्होंने कहा कि भाजपा सिर्फ और सिर्फ जनता को गुमराह करने का काम कर रही है। भाजपा सिर्फ राहुल गांधी का अपमान करने में लगी है। भाजपा के नेता कभी देश के किसान,नौजवान,रोजगार और शिक्षा की बात नही करते है। आज देश का किसान, जवान , महिला सब परेशान हैं। महंगाई और बढ़ती बेरोजगारी पर भाजपा का नियंत्रण नही है। न्याय के लिए कांग्रेस की यह लड़ाई जारी रहेगी।
यात्रा में किसान और जवान ट्रेक्टर और बाइक लेकर शामिल हुए। ट्रेक्टर पर सवार होकर पूर्व सांसद नकुलनाथ ने यात्रा का नेतृत्व किया। यात्रा दशहरा मैदान से जिला अस्पताल, अनगढ़ मंदिर, फव्वारा चौक, इंदिरा तिराहा, अम्बेडकर तिराहा होते हुए कलेक्ट्रेट पहुंची। जहां पूर्व सांसद नकुलनाथ ने किसानों के हित को लेकर बड़ी बातें रखी।
पूर्व सांसद ने कहा कि जब प्रदेश में कमलनाथ की सरकार थी तब पहला काम किसानों का कर्ज माफ करने का किया गया था। आज किसानों को यूरिया , खाद , बीज दो गुने दाम पर खरीदना पड़ रहा है।पेट्रो – डीजल के दाम भी दो गुने हो चुके हैं। भाजपा कहती है खेती को लाभ का धंधा बनाएंगे किन्तु किसान आज लागत निकालने की स्थिति में भी नही है।
उन्होंने कहा कि अतिवृष्टि पीड़ित किसानो को आज मुआवजा भी नसीब नही है। कांग्रेस की सरकार ने तो अकेले सौसर ; पांढुर्ना में किसानों को 7 करोड़ का मुआवजा दिया था। आज बिजली – पानी भारी कीमत चुकाने के बाद भी किसानों के खेत तक नही पहुंच रहा है। फसलो के समर्थन मूल्य तक भाजपा ने नही बढ़ाए है। सभा को गंगा प्रसाद तिवारी, विश्वनाथ ओकटे , सुजीत चौधरी, सुनील उइके, धीरन शाह , आनंद बक्सी सहित अन्य नेताओं ने भी संबोधित किया।
कांग्रेस ने मुख्य रूप से शासन के समक्ष अतिवृष्टि, ओला वृष्टि से पीड़ित किसानों को मुआवजा देने,सिचाई के लिए बिजली,फसल बीमा का लाभ,नामांतरण बटवारा के प्रकरणों का निराकरण, फसल ऋण माफ करने ,यूरिया की कालाबाजारी रोकने, फसलो की एम एस पी बढ़ाने, बाजार में नकली खाद बीज की बिक्री रोकने, खेत सड़क योजना में कार्य करने, मंडी सहित सहकारी समितियों के चुनाव कराने,,मूंग खरीदी का भुगतान करने,जबरन ऋण और बकाया बिजली बिल वसूली पर रोक लगाने सहित अन्य मांगे रखी है। यात्रा में चौरई, मोहखेड़, छिंदवाड़ा सहित आस पास के गांवों के किसान सहित पार्टी पदाधिकारी, कार्यकर्ता बड़ी संख्या में मौजूद थे। यात्रा को लेकर जिला प्रशासन ने कलेक्ट्रेट और आस – पास सख्त प्रबंध बना रखे थे।