लोकायुक्त ने छिंदवाड़ा में पी आई यू के भ्रष्ट उपयंत्री को रिश्वत लेते किया ट्रेप, भवन मूल्यांकन के लिए ठेकेदार से मांगे थे 55 हजार
लोक निर्माण विभाग के पी आई यू कार्यालय में ही धरदबोचा
♦छिंदवाड़ा मध्यप्रदेश-
लोक निर्माण विभाग भवन निर्माण शाखा पी आई यू के एक भृष्ट इंजीनियर को शुक्रवार को लोकायुक्त ने ठेकेदार से तीस हजार रुपयो की रिध्वत लेते रंगे हाथों ट्रेप किया है। इंजीनियर ने ठेकेदार को रुपए लेकर पी आई यू के पुलिस लाइन के पीछे स्थित कार्यालय में बुलाया था। इंजीनियर हेमंत कुमार जैन पिता स्वर्गीय मदन मोहन जैन उम्र 59 वर्ष उप यंत्री सिविल कार्यालय कार्यपालन यंत्री भवन पीआईयू,सिम्स क्लाइंट ऑफिस छिंदवाड़ा में पदस्थ है। उसने ठेकेदार साजिद अली मीर पिता सब्दर अली मीर उम्र 37 वर्ष निवासी वार्ड नंबर 48 शंकर नगर वार्ड जिला छिंदवाड़ा से आईटीआई पांढुर्ना में डीजल मैकेनिक वर्कशॉप एवं बाउंड्री वाल का कार्य के मूल्यांकन और बिल जमा करने के बदले ठेकेदार से 55 हजार रुपए मांगे थे।
ठेकेदार ने इसकी शिकायत लोकायुक्त को की थी। आज लोकायुक्त की टीम इस भृष्ट इंजीनियर को रंगे हाथों पकड़ने छिंदवाड़ा पहुंची थी। लोकायुक्त ने पी आई यू कार्यालय में ही अपना जाल बिछाया और ठेकेदार को 55 हजार में से 30 हजार की पहली किश्त देने के बहाने भेजा। इस दौरान इंजीनियर हेमंत जैन ने जैसे ही ठेकेदार से 30 हजार रुपए लिए तत्काल ही लोकायुक्त टीम ने इंजीनियर को उसके कार्यालय में ही ट्रेप कर लिया।
लोकायुक्त जबलपुर से छिंदवाड़ा आई टीम में उप पुलिस अधीक्षक दिलीप झरवडे, इंस्पेक्टर भूपेंद्र कुमार दीवान, इंस्पेक्टर कमल सिंह उईके, अन्य पांच सदस्य शामिल थे। उप पुलिस अधीक्षक दिलीप झरबड़े ने बताया कि उपयंत्री हेमन्त जैन को रंगे हाथों रिश्वत लेते हुए उनके कार्यालय में ही ट्रेप किया गया हैं। उपयंत्री के खिलाफ भ्र्ष्टाचार निरोधी अधिनियम में अपराध दर्ज कर लिया गया है। लोकायुक्त की यह टीम छिंदवाड़ा जिले में एक साल में करीब 15 रिश्वतखोरों को पकड़ चुकी हैं। इनमे लोक निर्माण विभाग में यह तीसरी बड़ी कार्रवाई है।वही कलेक्ट्रेट ,ट्राइबल, स्वास्थ्य, वन ,आई टी ,राजस्व सहित अन्य विभागों के रिश्वतखोरों को भी टीम ने पकड़ा है। जिनके प्रकरण कोर्ट में है।