जन्मदिन समारोह में शक्ति प्रदर्शन के साथ होगी लॉन्चिंग
-मुकुन्द सोनी-
छिन्दवाड़ा-छिन्दवाड़ा में भाजपा की राजनीतिक ताकत चौधरी चन्द्रभान की ताकत अब आने वाले चुनाव में इस बात के लिए लग रही है कि छिन्दवाड़ा विधानसभा चुनाव में या तो वे स्वयं उम्मीदवार होंगे और वे नही होंगे तो उनकी पसन्द का उम्मीदवार ही होगा इसके लिए वे एक नया दावेदार लांच करने की रणनीति में है यह रणनीति कहीं और नही उनके घर पर ही बनी है बड़ी संख्या में कार्यकर्ताओं ने बैठक में मौजूद रहकर हामी भर दी है कि जो तय होगा वही होगा..छिन्दवाड़ा में किसी भी नेता का जन्म दिन उसकी राजनीतिक पकड़ को नापने का पैमाना बन गया है अब तो भला कौन नेता नही जो अपना जन्म दिन ना मनाता हो, तो बस एक नेता के जन्म दिन के बहाने ही उसे बतौर विधायक केंडिडेट लांच करने की तैयारी तैयारी इन दिनों चल रही है जिसको लेकर ज्यादा नही 6-8 दिन का समय शेष है जन्मदिन के लिए विधानसभा क्षेत्र ही नही बल्कि विधानसभा छिन्दवाड़ा के 15 हजार से ज्यादा पार्टी नेताओं और कार्यकर्ताओं के साथ ही जिले के भर में न्यौता भेजकर भाजपा की राजनीति में नया उबाल लाकर भाजपा को इस कलंक से मुक्ति देने का संकल्प लिया गया है कि छिन्दवाड़ा में भाजपा का ना सांसद हैं ना विधायक..
योगेश सदारंग उतरेंगे मैदान में ..
ये नेता कोई और नही वर्षो तक चन्दनगांव ग्राम पंचायत के सरपंच रहे योगेश सदारंग है चौधरी चन्द्रभान के करीबी और विश्वस्त है जब छिन्दवाड़ा सात साल पहले नगर पालिका से नगर निगम बना तो चंदन गांव छिन्दवाड़ा शहर में शामिल किया गया था निगम के पहले महापौर के चुनाव में चौधरी चन्द्रभान ही थे जिन्होंने अपनी दम पर योगेश सदारंग की धर्म पत्नी कांता सदारंग के लिए भोपाल में संगठन नेताओ से लड़कर महापौर की टिकट लाई और उनकी जीत में बड़ी भूमिका ऐसे निभाई कि महापौर के साथ भाजपा के बाद 29 पार्षद भी चुनकर निगम की पहली परिषद में चुनकर पहुंचे थे अब महापौर पति योगेश सदारंग को नया नेता बनाने की कवायद छिन्दवाड़ा में सर्दी में सरगर्म हो रही है इसके पीछे वोटो का गणित भी है राजनीति में दो ही चीज सफलता के द्वार खोलती हैं और वो है वोटो का गणित और इस गणित में फिट होने वाला चेहरा
जीत के लिए वोटबैंक का लगाया गणित..
योगेश सदारंग छिन्दवाड़ा विधान सभा क्षेत्र के लिए वोटो के गणित में फिट पाए जा रहे हैं छिन्दवाड़ा में कुनबी माली वोटो का गणित कांता सदारंग के महापौर बनने पर प्रमाणित हो चुका है छिन्दवाड़ा विधानसभा शहरी और ग्रामीण दो भागों में है यू कहे कि विधानसभा का आधा हिस्सा नगर निगम का क्षेत्र है और आधा 54 ग्राम पंचायतो में है यही वजह भी है कि कांग्रेस भी इस वर्ग को संगठन में बड़ा पद देकर रखती है विश्वनाथ ओकटे इसके उदाहरण है कांग्रेस ने पहले जिला पंचायत का अध्यक्ष बनाया था और वर्तमान में वे जिला कांग्रेस के अध्यक्ष है
बैठक में खुले आम सब कुछ कहा.
पूर्व मंत्री चौधरी चन्द्रभान सिंह के निवास पर रविवार को नई रणनीति की बैठक में सबकुछ खुलेआम कहा गया है खुद चौधरी चन्द्रभान ने यह बात कही कि छिन्दवाड़ा में भाजपा नगर निगम का चुनाव नही हारती यदि टिकिट वितरण सही होता कांग्रेस ने भाजपा को नही बल्कि गलतियों ने हराया है उन्होंने कहा कि चुनाव को ज्यादा समय नही है हम पूरी ताकत से चुनाव लड़ेंगे कांग्रेस के सी एम केंडिडेट कमलनाथ की चुनोती का सामना करेंगे मध्यप्रदेश में फिर भाजपा की ही सरकार बनेगी कार्यकर्ता चुनाव की तैयारी में अभी से लग जाएं हम अकेले छिन्दवाड़ा नही बल्कि जिले की सातों विधानसभा जीतेंगे आने वाले चुनाव में निर्णायक लड़ाई लड़ेंगे इसके अलावा उन्होंने भाजपा जिला अध्यक्ष बंटी साहू की भी चर्चा करते हुए कहा कि मंडल अध्यक्ष रोहित पोफली और अंकुर शुक्ला ने उन्हें 6 दिसम्बर के कार्यक्रम की सूचना दी तो उनका कहना था कि कार्ड में मेरा नाम लिखना ना फ़ोटो लगाना कार्यकर्ताओ ने कहा कि बिना चौधरी चन्द्रभान के नेतृत्व के कार्यकर्ता लगातार अपने आपको उपेक्षित महसूस कर रहा है पार्टी में पी एम मोदी और सी एम शिवराज जैसा सक्षम आभामंडल होने के बाद भी छिन्दवाड़ा में नुकसान हो रहा है हालत बदलने सबको आगे आना होगा
चौधरी चन्द्रभान के नए कदम..
छिन्दवाड़ा में विधानसभा के लिए योगेश सदारंग भी पूरी तरह तैयार नजर आए उन्होंने अपने जन्म दिन समारोह में एक -एक कार्यकर्ता की मौजूदगी को अपने लिए आशीर्वाद मानकर हर किसी को आमंत्रित किया है राजनीति में कोई भी अपनी जगह आसानी से नही छोड़ता है छिन्दवाड़ा से चार बार के विधायक और मंत्री रहे चौधरी चन्द्रभान ने यहां परिवारवाद, जतिवाद की बात नही की बल्कि हर हाल में अकेले छिन्दवाड़ा नही जिले की सातों सीट जीतने के लिए कार्यकर्ताओ से जुटने की बात कहकर अपने कदम का भी अहसास करा दिया है कि वे खुद भी चुनाव मैदान में होंगें लेकिन छिन्दवाड़ा से नही बल्कि चौरई से भाग्य आजमाएंगे इसके लिए वे पिछले दो साल से लगातार चौरई-बिछुआ के दौरे भी करते आए हैं और पूर्व विधायक रमेश दुबे सहित अन्य दावेदारों को भी मना लेंगे