
मंदिर ट्रस्ट के निर्धारित कार्यक्रम..
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दोपहर एक बजे सिवनी मार्ग स्थित श्री जी रिसोर्ट से जगदगुरु शंकराचार्य की स्वागत यात्रा
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दोपहर तीन बजे अनगढ़ हनुमान मंदिर से जल कलश शोभा यात्रा
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रात्रि 8 बजे छोटा बाजार में रुद्रकांत ठाकुर ग्रुप द्वारा देवी जागरण की प्रस्तुति
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25 मई प्रातः 10 बजे जगदगुरू शंकराचार्य द्वारा भूमि और शिलापूजन
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25 मई प्रातः 11 बजे जगदगुरू शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद महाराज की धर्म सभा


मुकुन्द सोनी♦छिन्दवाड़ा मध्यप्रदेश-
छिन्दवाड़ा शहर की आस्था विरासत और शक्ति चेतना केंद्र बिंदु श्री बड़ी माता मंदिर नगर शक्ति पीठ के बनने वाले भव्य मंदिर निर्माण के दो दिवसीय समारोह का बुधवार को कलश यात्रा के साथ श्री गणेश होगा। यहां करीब 12 करोड़ की लागत से मंदिर का नव – निर्माण किया जा जाएगा। माता के नए मन्दिर को लेकर श्रद्धालुओ में जबरदस्त उत्साह है। श्रद्धालु मुक्त हाथो से मन्दिर निर्माण के लिए दान देकर सहभागी बन रहे हैं।
नव – निर्माण का विधि – विधान से शिलापूजन के साथ आधारशिला जगदगुरु शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती महाराज के सानिध्य में रखी जाएगी।जगदगुरु शंकराचार्य का बुधवार को दोपहर एक बजे नगर आगमन होगा। सिवनी मार्ग स्थित श्री जी रिसोर्ट से उनकी स्वागत यात्रा शुरू होगी जो श्री जी रिसोर्ट से सिवनी मार्ग ,रेलवे स्टेशन ,चार फाटक ,यातायात थाना ,मानसरोवर काम्प्लेक्स, फव्वारा चौक, हिट हुए दोपहर तीन बजे अनगढ़ हनुमान मंदिर पहुँचेगी इसके बाद यहां से कलश यात्रा का श्री गणेश होगा ।कलश यात्रा में हजारो की संख्या में सिर पर जल कलश लिए महिलाए शामिल होंगी। कलश यात्रा शहर के अनगढ़ हनुमान मंदिर से फव्वारा चौक ,गोलगंज ,मेन रोड होते हुए श्री बड़ी माता मंदिर पहुँचेगी। यात्रा के समापन पर जगदगुरु शंकराचार्य मन्दिर में विधि पूजन करेंगे।
मन्दिर आधार शिला समारोह में बुधवार 24 मई की रात्रि 8 बजे जबलपुर का रुद्रकांत ठाकुर ग्रुप छोटा बाजार में देवी जागरण की प्रस्तुति देगा। 25 मई गुरुवार की सुबह 10 बजे जगदगुरु शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती महाराज मन्दिर निर्माण स्थल पर पूजा विधि के साथ भूमि को ताम्रपत्र और शिलालेख अर्पित करेंगे ।प्रातः 11 बजे जगदगुरु शंकराचार्य छोटा बाजार में धर्म सभा को संबोधित करेंगे।
समारोह को लेकर मन्दिर ट्रस्ट ने व्यापक तैयारियां की है समीति के अध्यक्ष संतोष सोनी, राजू चरनागर,कस्तूर चंद जैन ,अरविंद राजपूत ,अखिलेश भारद्वाज, सतीश दुबे, राजेश चौरसिया, प्रेम सागर जायसवाल, द्वारका सोनी , राम राय ,गौरव सोनी सहित समस्त सदस्यो ने शहर की धर्म प्रेमी जनता से समारोह में उपस्थिति का आह्वान किया है।
श्री बड़ी माता का मंदिर शहर की बसाहट से ही मौजूद हैं। छिन्दवाड़ा की बसाहट सन 1600 के आस- पास की है। तब यहाँ माता स्वयं सिद्ध धाम में श्वेत पत्थरो के रूप में विराजित थी जो आज भी मन्दिर में है। समय के साथ पहले यहां माता की मड़िया बनी फिर मन्दिर जिसमे स्थानीय सुनारों ने माता की अष्टधातु की प्रतिमा अपने हाथों से बनाकर प्राण -प्रतिष्ठित की थी और अब करीब 100 साल बाद अब भव्य मंदिर बनाने की रूप – रेखा बनी है । माता के मन्दिर में भक्तों की मनोकामना पूरी होती है ।मन्दिर ट्रस्ट ने मन्दिर विस्तार के लिए मन्दिर से लगी स्कूल की चार हजार वर्ग फुट जमीन खरीदने के बाद विस्तार को मूर्तरूप देने का संकल्प लिया है। यह मंदिर दो वर्ष में बनकर तैयार होगा इसका नक्शा अयोध्या श्री राम मंदिर के आर्किटेक्ट जे बी सोमपुरा ने बनाया है।