नया रेलवे यार्ड बनाने रेलवे की अब तक कि सबसे बड़ी कार्रवाई ·
छिन्दवाड़ा-
छिन्दवाड़ा-परासिया रेलवे ट्रेक पर ख़िरसाडोह रेलवे स्टेशन के समीप रेलवे यार्ड बनाने 7 0से ज्यादा पक्के मकानो पर रविवात को रेलवे ने बुलडोज़र चलवा फ़िया है भारी पुलिस बल सहित एस डी एम और तहसीलदार की मौजूदगी में यह कार्रवाई की गई है यहां लोगो ने ग्राम पंचायत के जमीन पट्टे पर करीब 10 साल पहले ये मकान बनाए थे जबकि जमीन रेलवे की थी रेलवे ने मकानों के बाशिंदों को अतिक्रमण हटाने के लिए नोटिस जारी किए थे जिसकी अवधि 10 नवम्बर को समाप्त हो गई थी रेलवे के वरिष्ठ अधिकारी भी कार्रवाई के समय ख़िरसाडोह में मौजूद थे रेलवे की इस कार्रवाई को लेकर हाई वोल्टेज राजनीतिक ड्रामा भी हुआ लेकिन अफसरों ने किसी की नही सुनी पिछले दो साल से यह मामला अटक पड़ा था किंतु अब जब रेलवे को निर्माण शुरू करना है तब श्रीगणेश रेलवे की जमीन से अवैध अतिक्रमण हटाकर किया गया है रविवार को दिन भर कार्रवाई का दौर चला और अगले तीन दिनों में यहां और भी मकान तोड़े जाएंगे नोटिस में दर्जनों मकानों के वाशिंदे अब आनन-फानन में अपने मकान खाली कर रहे हैं
राजनीतिक दांव-पेंच
इस मुद्दे को लेकर परासिया में राजनीति गरमाई हुई है ख़िरसाडोह परासिया जनपद की ग्राम पंचायत है परासिया के विधायक सोहन वाल्मीकि, जिला पंचायत अध्यक्ष संजय पुन्हार सहित अन्य नेता एस डी एम मनोज प्रजापति सहित रेलवे के अधिकारियों से मिले लेकिन अधिकारी केवल कार्रवाई की तैयारी में ही थे यहां रेलवे के पास दूसरी जमीन का विकल्प ही नही था रेलवे यार्ड का निर्माण और रेलवे स्टेशन का विस्तार ट्रेक लाइन पर ही होना है जहाँ अवैध रूप से ये मकान बने हैं छिन्दवाड़ा में इस तरह का यह पहला मामला है जब इतने बड़े पैमाने पर अवैध कब्जों में 70 पक्के मकान तोड़ने की कार्रवाई की गई है प्रभावितों के लिए व्यवस्थापन के बिना ही यह कार्रवाई की गई है