छिन्दवाड़ा- जिले के आबकारी महकमें के एक अधिकारी के बंगले पर खतनाक स्नेक रसेल वाइपर का डेरा था रविवार को यह वाइपर जब बंगले में दिखा तो अधिकारी सहित परिवार के सदस्य भय में बंगले से बाहर हो गए और शहर के सर्प मित्र से मदद मांगी फिर क्या था सर्प मित्रो ने चंद मिनटों में ही वाइपर को पकड़कर बंगले से बाहर कर दिया
जानकारी के अनुसार आबकारी निरिक्षक बी एल उइके के शहर के सिवनी मार्ग में पटाखा गोदाम माता मंदिर के समीप बने बंगले में यह सांप नजर आया था जिसे पकड़ने बंगले पर सर्प मित्र अतुल तुर्के और अभिषेक ठाकुर सांप पकड़ने के उपकरण लेकर पहुंचे थे बंगले में पहुंचकर दोनो ने बाथरूम साइड से यह साँप पकड़ा जिसे नागपुर रोड स्थित सिल्लेवानी घाटी के जंगल मे छोड़ा जाएगा बताया गया कि रसेल वाइपर काफी खतरनाक प्रजाति है इसके एक दंश से इंसान की मौत हो जाती है इसका शरीर मोटा होता है और सिर चिपटा होता है. यह सांप गहरे पीले रंग का होता है शरीर पर भूरे रंग के पृष्ठीय धब्बे होते हैं. गर्मियों में यह सांप निशाचर होते हैं, जबकि सर्दियों में दिन के समय भी अक्सर देखे जाते है : भारत के चार सबसे खतरनाक सांपों में सबसे विषैला माना जाता है इस प्रजाति के सांप जन्म लेते ही बेहद जहरीले होते हैं। रसेल वाइपर प्रजाति के सांप के काटने से खून में थक्के पड़ने लगते हैं और सर्प दंश पीड़ित को तत्काल उपचार नही मिला तो मौत भी हो जाती है